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November 21, 2024 1:37 pm

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मुख्यमंत्री ने हरेली तिहार नेवरा में मनाया और गनियारी में प्रदेश का पहला आजीविका अंगना का उद्घाटन किया ।

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26 मॉडल गौठानों का किया लोकार्पण*
*_धान का समर्थन मूल्य बढ़ने से किसानों की क्रय शक्ति बढ़ी-श्री भूपेश बघेल_*
बिलासपुर, 1 अगस्त 2019। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज जिले के तखतपुर विकासखंड के ग्राम नेवरा के नवनिर्मित गौठान में ग्रामीणों के साथ हरेली तिहार मनाया तथा जिले में बनाये गए मॉडल 26 गौठानों का लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि धान समर्थन मूल्य बढ़ाने से किसानों के पास पैसा आया है और इसका लाभ केवल किसानों को नहीं बल्कि मजदूर और व्यापारियों को भी मिला है। इसी के चलते प्रदेश में आटोमोबाइल्स और सोने-चांदी की बिक्री में भी वृद्धि हुई है।
छत्तीसगढ़ के पहले पारम्परिक त्यौहार हरेली मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में ग्राम नेवरा में उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री ने यहां के गौठान में चरवाहे और गाय-बछड़े की मूर्ति का अनावरण किया, कृषि औजारों की पूजा की और गायों को कलेवा खिलाया। मुख्यमंत्री को खुमरी भी पहनाई गई। उन्होंने गौठान के चरवाहों को लाठी, नारियल और गमछा देकर रोका-छेका की रस्म अदा की। रोका-छेका की रस्म हरेली की पूजा के बाद की जाती है। किसान अपने पशुओं को यह कहकर चरवाहों को सौंपते हैं कि आज से पशुओं की देखभाल की जवाबदारी उसकी है।

इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीणों को छत्तीसगढ़ी में सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उन्हें ‘गाड़ा-गाड़ा’ बधाई दी। उन्होंने कहा कि पहली बार हरेली में शासन ने अवकाश घोषित किया है। पहली बार किसानों का ऋण माफ किया गया है, पहली बार धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपये किया गया है और पहली बार तेंदूपत्ता चार हजार रुपये मानक बोरा दर से खरीदा गया है। पहली बार प्रदेश में गौठान बनाये गए हैं। आज पहली बार लग रहा है कि छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ी सरकार है। यही वजह है कि सरकार ने तीजा, करमा और विश्व आदिवासी दिवस पर भी छुट्टी की घोषणा की है। दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन में पहली बार छत्तीसगढ़ी खाना और ठेठरी-खुरमी जैसे व्यंजन और किस्म-किस्म के चावल मिल रहे हैं। यह उनके मेनू में शामिल कर लिया गया है। छत्तीसगढ़ में धान की 2500 वेरायटी है। मरवाही के जवा फूल को कोई कीमत नहीं मिल पाई है। उसकी कीमत मिलनी चाहिए। छत्तीसगढ़ में बटर मशरूम की पैदावार होती है, पर बाहर से यहां से आता है। छत्तीसगढ़ के होटलों में बिलासपुर का मशरूम दिखे। श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहचान हमारे तीज त्यौहार, खान-पान और बोल-चाल है, जो खत्म हो रहा था। आज हम उस पुराने गौरव को वापस पहचान दिलाने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हरेली पर प्रदेश में 500 से अधिक गौठानों का एक साथ लोकार्पण किया गया। इन गौठानों को सरकार नहीं बल्कि गांव के लोग चलाएंगे। यहां चारा, छाया, पानी, कोटना आदि की व्यवस्था रहेगी। सरकार ने ध्यान दिया है कि हर गांव में चारे की कमी है इसलिये हर गांव में पांच से दस एकड़ जमीन चारे के लिए आरक्षित की जा रही है। इससे पशुधन को पौष्टिक आहार मिलेगा और दुग्ध उत्पादन बढ़ने से किसानों में समृद्धि आयेगी।
सरकार ने राज्य के छोटे-बड़े 33 हजार नालों को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है। अरपा नदी के सूखने के कारण आज यहां के लोग आंदोलित हो रहे हैं, लेकिन जब हम अरपा से जुड़ने वाले सभी नालों को साफ कर पुनर्जीवित करेंगे तो अरपा में अपने-आप पानी आने लगेगा।
*चीला-चटनी का स्वाद लिया, गेड़ी में चढ़कर स्वीकार किया अभिवादन*
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाई गई चीला-चटनी, फरा और गुलगुला का लुत्फ़ उठाया। महिलाओं ने ठेठरी, खुरमी, करी-लड्डू आदि व्यंजन भी उन्हें परोसा। महिला बाल विकास विभाग के स्टाल में मुख्यमंत्री ने देवसेना समूह द्वारा परसा के पत्तल से बनाये गए स्ट्रॉ से शीतल पेय ग्रहण किया और इसकी सराहना की। मरवाही की महिलाओं द्वारा बनाई गई लाख की चूड़ियों की उन्होंने प्रशंसा की। बाड़ी योजना के तहत उद्यानिकी विभाग ने किसानों को सब्जी बीज दिया था, जिससे उत्पादित तरोई, डोड़का, बरबट्टी मुख्यमंत्री को भेंट की गई।
त्यौहार के उत्साह को बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने गेड़ी पर चढ़कर सबको हरेली की बधाई दी और अभिवादन स्वीकार किया। उन्होंने नरियल फेंका और भौंरा चलाया। बच्चों को पारम्परिक फुगड़ी, बिल्लस, खो-खो खेल खेलते हुए देखकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की।
कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों ने स्टाल लगाये थे। गौठान में महिला स्व-सहायता समूह, नेवरा की 43 महिलाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाया जा रहा है, जिनका उन्होंने अवलोकन किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने स्वागत उद्वोधन दिया। तखतपुर विधायक श्रीमती रश्मि सिंह ठाकुर ने कहा कि गौठान में की गई व्यवस्था से पशुधन का संवर्धन होगा और किसानों में समृद्धि आयेगी। कार्यक्रम में बिलासपुर विधायक श्री शैलेष पांडेय, वन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आर. पी. मंडल, सचिव श्री टी.सी. महावर, संभागायुक्त श्री बी.एल बंजारे, आई जी प्रदीप गुप्ता, जिला पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, श्री राजेश तिवारी सहित क्षेत्र के जन प्रतिनिधि, महिलाएं और ग्रामीण, कृषक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

महिलाओं के सशक्तिकरण से देश भी मजबूत होगा- श्री बघेल
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गनियारी में किया प्रदेश के पहले आजीविका अंगना का उद्घाटन
समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी के लिये भेंट की हाथ से बनाई चूड़ियां
महिलाओं ने केंद्र में ही हाथों से बनाई सदरी भी पहनाई मुख्यमंत्री को

बिलासपुर 1 अगस्त 2019। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज हरेली तिहार के अवसर पर तखतपुर ब्लॉक के ग्राम गनियारी में प्रदेश के पहले आजीविका अंगना (मल्टी एक्टिविटी सेंटर) का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने सबसे पहले सभी को हरेली की शुभकामनाएँ दी। श्री बघेल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है। छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता ग्रामीणों को स्वावलंबी बनाना है। स्वच्छ बनाना है। इसलिये यदि हम गांवों को सशक्त बनाते हैं तो देश भी मजबूत होगा। आजीविका अंगना महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का सशक्त माध्यम बन गया है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण से राज्य का प्रत्येक परिवार सशक्त बन जायेगा। श्री बघेल ने कहा कि यहां पर फ्लाई एश से ईंट का निर्माण हो रहा है। इन ईंटों से बने घर में दीमक नहीं लगता है। यहां महिलाएं चूड़ियों का निर्माण कर रही हैं। हमारे राज्य में लाक का उत्पादन पर्याप्त होता है। पहले चूड़ियां बाहर से आती थीं। लेकिन बहुत जल्द यहां से चूड़ियों का निर्यात होगा। स्व सहायता समूह की महिलाओं को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री ने डोम के बाहर बाह्य गतिविधियों को देखा। वे ई-रिक्शा में बैठकर पेवर ब्लॉक, फ्लाई ऐश ब्रिक्स, सीमेंट पोल निर्माण को देखा।
महिलाओं ने मुख्यमंत्री को पहनाई सदरी- मुख्यमंत्री के आजीविका अंगना के निरीक्षण के दौरान समूह की महिलाओं ने उन्हें हाथ से बनी सदरी पहनाई। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सदरी पहनकर महिलाओं के कौशल की तारीफ की। उन्होंने कहा कि काफी उमस का मौसम है फिर भी आपका हुनर ऐसा है कि गर्मी महसूस नहीं हो रही।
मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी के लिये चूड़ियां भेंट कीं- आजीविका अंगना में महिलाओं ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को उनकी धर्मपत्नी के लिये चूड़ियां भेंट कीं। महिलाओं ने बताया कि इसी केंद्र में उन्होंने इन चूड़ियों को विशेष तौर पर बनाया है। मुख्यमंत्री ने इसके लिये महिलाओं को पांच सौ रूपये की भेंट दी। महिलाओं ने पैसे लेने से मना किया तो श्री बघेल ने कहा कि आपकी बोहनी कर रहा हूं। इस पर सभी हंस पड़े।

बच्चों को दी टॉफी और खिलौने- आजीविका अंगना में प्रवेश करते ही मुख्यंत्री श्री बघेल की नजर झूलाघर में खेल रहे बच्चों पर पड़ी। श्री बघेल बच्चों के पास पहुंचे और उन्हें दुलारने लगे। उन्होंने बच्चों को टॉफियां और खिलौने दिये। उल्लेखनीय है कि आजीविका अंगना में कार्यरत समूह की महिलाओं के छोटे बच्चों को खेलने के लिये झूलाघर भी बनाया गया है। जिससे वे निश्चिंत होकर काम कर सकें।
मुख्यमंत्री ने देखा सैनेटरी पैड निर्माण- मुख्यंत्री श्री बघेल ने सैनेटरी पैड मशीन, एलईडी बल्ब असेंबलिंग, लेदर बैग, अगरबत्ती निर्माण यूनिट को भी देखा। समूह की महिलाओं ने उन्हें उत्पादों के बारे में जानकारी दी। श्री बघेल ने कहा कि स्वच्छता के लिये महिलाएं सैनेटरी पैड का उपयोग करें। उन्होंने दो महिलाओं को सैनेटरी पैड सौंपे।
श्री बघेल ने किया सामग्री वितरण- गनियारी में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आजीविका अंगना परिसर में ही काम करने वाली दो सौ महिलाओं को सुरक्षा उपकरण, सौ महिलाओं को सिलाई मशीन वितरण, सौ महिलाओं को सायकिल वितरण और पांच महिलाओं को ई-रिक्शा का वितरण किया।

मुख्यमंत्री ने महिलाओं को परोसा भोजन- श्री बघेल ने अन्न सहायता केंद्र में समूह की महिलाओं को भोजन परोसा। उन्होंने महिलाओं से कहा कि आपको यहां आने पर घर से खाना लाने की जरूरत नहीं है। यहीं पर मात्र पांच रूपये में गर्म और स्वादिष्ट भोजन आपको मिलेगा।
ग्रामीण औद्योगिक परिसर गनियारी का किया उद्घाटन- मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ग्रामीण औद्योगिक परिसर का उद्घाटन किया। परिसर में ही प्रदेश के गौठानों में बनने वाले पहले बॉयो गैस संयंत्र का लोकार्पण भी किया। यहां मिनी राईस मिल, तेल मिल, दाल मिल एवं अन्य संयंत्र स्थापित किये गये हैं। जो कि प्रदेश के गौठान में निर्मित पहला संस्थान हैं। यह संस्थान गनियारी गौठान परिसर में ही बनाया गया है। जिसका संचालन समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आजीविका अंगना के शीघ्र निर्माण पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ श्री रीतेश अग्रवाल, जनपद सीईओ श्री हिमांशु गुप्ता एवं अन्य अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।

कार्यक्रम में तखतपुर विधायक श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, बिलासपुर विधायक श्री शैलेष पांडे, श्री अटल श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव श्री आर पी मंडल, सचिव पंचायत श्री टी सी महावर, संभागायुक्त श्री बीएल बंजारे, आईजी श्री प्रदीप गुप्ता, कलेक्टर डॉ संजय अलंग, एसपी श्री प्रशांत अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ श्री रीतेश अग्रवाल, एसडीएम कोटा श्री कुणाल दुदावत, श्री सत्येंद्र कौशिक मौजूद रहे।

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