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November 21, 2024 9:43 pm

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कोरोना टीकाकरण को लेकर भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक प्रवीण कुमार दुबे ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दिए महत्वपूर्ण सुझाव

बिलासपुर ।पूरे प्रदेश में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप और उससे काफी तादाद में प्रभावित हो रहे नागरिक एवम अस्पतालों में उपचार की अपर्याप्त व्यवस्था को देखते हुए भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के सह संयोजक प्रवीण कुमार दुबे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए है ।

श्री दुबे ने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा है कि छतीसगढ़ में कोरोना महामारी बहुत ज्यादा मात्रा में फैल रहा है उसके लिए निम्नलिखित उपाय किए जाए जिससे कोरोना के संक्रमण को नियंत्रण किया जा सके ।

ट्रेसिंग :ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत को और शहरी क्षेत्रों में वार्ड को माइक्रो जोन बनाए जाए एवं पंचायत स्तर मे सरपंचों की अध्यक्षता में चार पांच लोगों की टीम बनाया जाए जिसमें सरपंच पंच सचिव एवं मितानिन हो और नगरीय क्षेत्र में पार्षदों की अध्यक्षता में टीम बनाई जाए ।यह टीम अपने अपने क्षेत्र में घर घर जाकर प्रत्येक नागरिक का रैंडम परीक्षण करें और समय फोटोग्राफ भी ले या परीक्षण चार चार दिनों के अंतर दो-तीन सप्ताह तक किया जाए जिससे कोरोना के संक्रमण को रोका जा सके। नियंत्रण होने के पश्चात एक माह में यह परीक्षण होता रहे जिस से भविष्य में कोरोना की तीसरी लहर भी नियंत्रित रहे ।उपरोक्त कार्य को संपादित करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर मूलभूत योजना एवं शहरी क्षेत्रों में पार्षद विकास निधि का उपयोग किया जाए जिससे सरकार पर आर्थिक बोझ कम पड़ेगा ।

टेस्टिंग: ग्राम पंचायत स्तर के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को एवं नगरीय क्षेत्रों में सीएमओ ,नगर निगम के कमिश्नर को जोन अधिकारी बनाया जाए दोनों प्रकार के अधिकारी समन्वय बनाकर उनके कार्यों का सतत निगरानी करें। ट्रेसिंग टीम के द्वारा संदेही मरीजों की जानकारी अपने जोन अधिकारियों को दें और जोन अधिकारी स्वास्थ्य परीक्षण स्थल तक मरीजों को पहुंचाने का प्रबंध कर मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित करें ।प्रदेश के बहुत से क्षेत्रों में ऐसा देखा गया है कि संदेही मरीजों के द्वारा अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार भी किया जाता है ऐसी स्थिति में ट्रेसिंग एवं टेस्टिंग टीम की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए ।संदेही मरीजों का लक्षण के आधार पर डॉक्टर परीक्षण करें एवं आवश्यक हो तो कोरोना टेस्ट करें या अन्य किसी बीमारी का लक्षण हो तो अन्य बीमारी का टेस्ट करें। क्योंकि प्रदेश में कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि वायरल फीवर या अन्य साधारण फ्लू वाले मरीज भी कोरोनावायरस का टेस्ट कराने के लिए लाइन में लगते हैं जिसके कारण संक्रमण और ज्यादा फैल रहा है साथ ही कोरोना टेस्टिंग कराने के लिए कीट की कमी भी हो रही है।

इलाज: प्रदेश के हर विकासखंड स्तर पर कोविड-19 अस्पताल का संचालन करना सुनिश्चित करें जिससे जिला मुख्यालय के हॉस्पिटल में मरीजों का दबाव कम किया जा सके एवं आसानी से सभी मरीजों के लिए बेड एवं अन्य सुविधा सुनिश्चित किया जा सके ।होम आइसोलेशन में रहने वाले करो ना मरीजों के घर वालों में भी संक्रमण पहनते देखा गया है क्योंकि अधिकांश मरीजों का मकान छोटा छोटा होने के कारण कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं कर पाते ऐसी स्थिति में आइसोलेशन की व्यवस्था विकासखंड स्तर पर किया जाए जिसके लिए लगभग 500 बिस्तर का आइसोलेशन सेंटर बनाया जाए जिसमें बिस्तर एवं अन्य संसाधनों की व्यवस्था छात्रावासों में किया जाए जिससे सरकार का पैसा एवं निर्माण में समय भी बचेगा । कोरोना के मरीजों को लक्षण के आधार पर तीन श्रेणियों में विभक्त किया जाए ।सामान्य मरीजों को विकासखंड स्तर के आइसोलेशन सेंटर में रखा जाए एवं उससे ऊपर के मरीजों को विकासखंड स्तर की कोरोना हॉस्पिटल में उपचार किया जाए और कोरोना के गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल में इलाज किया जाए जिससे सभी मरीजों की निगरानी डॉक्टर द्वारा आसानी से किया जा सके। जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को उनकी प्रशासनिक जिम्मेदारियों से मुक्त किया जाए एवं जिला स्तर के अधिकारियों के प्रशासनिक कार्यों की जिम्मेदारी अपर कलेक्टर के अधिकारियों को दिया जाए क्योंकि प्रशासनिक अधिकारियों की प्रबंध क्षमता एवं कार्यों की निगरानी करने की तकनीक होता बेहतर होता है ।सभी डाक्टरों को सिर्फ मरीजों का उपचार एवं इससे संबंधित कार्य ही दिया जाए । तहसील स्तर पर आने वाले ट्रेसिंग टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट के कार्य की समन्वय एवं निगरानी का कार्य संबंधित तहसील के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को दिया जाए। वैक्सीन के समस्त परिवहन प्रशासकीय कार्य एवं लिपकीय कार्य की जिम्मेदारी में शिक्षकों को लगाया जाए। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सिर्फ वैक्सीन लगाने का कार्य करें ।आशा करता हूं कि आपको मेरा यह सुझाव पसंद आया होगा कृपया अधिकारियों से चर्चा कर कोरोना मरीजों के संक्रमण पर नियंत्रण करने के लिए यह प्रभावी कदम उठाने की कृपा करें।

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