बिलासपुर। अभी तक एबुलेंस गंभीर और बीमार लोगो को अस्पताल पहुचाने का काम करती थी … यही एम्बुलेंस कही बीमार तो नही है इसी बात की जांच के लिए अब एम्बुलेंस का चेकअप किया जा रहा है लेकिन एम्बुलेंस का चेकअप किसी अस्पताल में नही बल्कि पुलिस लाइन में हो रहा है..दरअसल ट्रांसपोर्ट विभाग को लबे समय से ये शिकायते मिल रही थी कि सड़कों पर दौड़ रही निजी अस्पतालों की एम्बुलेंस तय मानदंडों को पूरा न करते हुए मरीजो को अस्पताल तक पहुचाने का काम कर रही है ऐसे में मरीजो की जान से खिलवाड़ हो सकता है इसी बात की जांच करने के लिए बिलसपुर के पुलिस ग्राउंड में निजी एम्बुलेंस को उनके चालको के साथ बुलाया गया है..
आज करीब 50 से 60 के आसपास एम्बुलेंस पुलिस ग्राउंड में पहुँची है.. जिनकी जांच आर टी ओ और यातयात पुलिस कर रही है.. जांच शुरू होने तक अभी किसी तरह की गड़बड़ी सामने आने की बात अधिकारी नही कह रहे है.. बिलासपुर आर टी ओ के मुताबिक एम्बुलेंस की फिटनेस, परमिट और एम्बुलेंस में जो संसाधन होने चाहिए वह है या नही इस बात की जांच की जा रही है.. अगर तय जांच बिंदुओं में किसी प्रकार की कमी पाई जाती है तो एक हफ्ते के लिए एम्बुलेंस के परिचालन को रोक दिया जाएगा…और उस कमी को पूरा करने के बाद दुबारा उनकी जांच होगी .. जांच में सब कुछ फिट पाए जाने के बाद एम्बुलेंस के परिचालन की अनुमति होगी… बिलसपुर में इस समय निजी अस्पतालों के साथ ही निजी एम्बुलेंस संचालको की करीब ढाई सौ के आसपास एम्बुलेंस सड़को पर दौड़ रही है ।।
सबसे अचरज की बात ये है कि इस जांच में सरकारी अस्पतालों की एम्बुलेंस की शामिल नही किया गया है जबकि सरकारी असपतालो की एम्बुलेंस में शिकायते ज्यादा है.. चूंकि जांच करने वाले सरकारी है ऐसे सरकारी विभाग की पोल क्यो खोले उससे किरकिरी होने का खतरा है ऊपर से बवाल होगा सो अलग …इसलिए निजी एम्बुलेंस को उसके दायरे में लिया गया है… आज से शुरू हुआ येसिलसिला अभो जारी रहेगा देखना है कि जांच में सरकारी एम्बुलेंस का नम्बर आता है या नही