बिलासपुर ।
कानन पेंडारी जू प्रबंधन एक बार फिर सवालों के घेरे में है। जू के बायलॉजिकल गार्डन में रखे गए नर बायसन की मौत हुई हैं। हालांकि मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। प्रबंधन ने बाइसन का बिसरा जबलपुर जांच के लिए भेजा जाएगा। यह जू के अंदर पिछले डेढ़ साल में किसी वन्य जीव की 6वीं मौत है। इस संबंध में डीएफओ निशांत कुमार ने बताया कि बाइसन रोज की तरह अपने केज में विचरण कर रहा था। सुबह जू कर्मचारियों ने उसे चारा भी दिया था। इस बीच कर्मचारियों ने उसे अचानक तड़पते हुए देखा। जिसकी जानकारी जूलॉजिकल पार्क के अधीक्षक संजय लूथर को दी गई। पशु चिकित्सकों को बुलाया गया, लेकिन इससे पहले ही उसने दम तोड़ दिया। बाइसन की उम्र लगभग 4 साल थी।जू में पीछले कुछ महीनों में कई जानवरों की मौत हुई है। जून में बाइसन वीरू की मौत हार्टअटैक से हो गई थी। जिसकी जानकारी कई घंटों बाद प्रबंधन ने दी थी। इसके पहले तेंदुआ और चीतल समेत कई जानवरों की मौत पिछले कुछ महीनों में हुई है। इन मौतों के मामलों में भी प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगते रहे हैं।कानन पेंडारी प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां करीब 6 करोड़ पर्यटक हर साल आते हैं। 114 हेक्टेयर में फैले हुए इस जू में 60 स्पीशीज के लगभग 679 जानवर मौजूद है। मौजूदा वक्त में 7 शेर यहां पर हैं। इनमें 3 नर शेर है। 3 सफेद बाघ भी है और 4 बंगाल टाइगर हैं। यहां पर एक शुतुरमुर्ग के साथ साथ पहले 6 बायसन यानी जंगली भैंसे भी मौजूद थे। पिछले दिनों दो बायसन की मौत ने इनकी संख्या अब 4 रह गई है।जूलॉजिकल पार्क के अधीक्षक संजय लूथर ने बताया कि बायसन का बिसरा सुरक्षित रखा गया है। उसे जांच के लिए नानाजी देशमुख वेटनरी कॉलेज जबलपुर भेजा जाएगा।