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April 11, 2025 5:52 am

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तो क्या अजीत जोगी की पार्टी का अस्तित्व खत्म हो जाएगा ?डा रेणु जोगी को सोनिया गांधी के बुलावे से जोगी कांग्रेस के विघटन की चर्चा ,अमित जोगी का क्या होगा ?

बिलासपुर ।एक तरफ दिल्ली में छत्तीसगढ़ की राजनीति को लेकर भारी उठापटक चल रही है और कौन बनेगा छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री के प्रश्न पर दावे प्रतिदावे का अंबार सोशल मीडिया में चल रहा है इसी बीच एक और खबर ने सबको चौका दिया है ।जोगी कांग्रेस की विधायक डा श्रीमती रेणु जोगी को कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने बुलावा भेजा है यानि जोगी कांग्रेस का निकट भविष्य में कांग्रेस में विलय की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता हालाकि अभी यह स्पष्ट नही है श्रीमती सोनिया गांधी किस उद्देश्य से डा रेणु जोगी को बुलावा भेजा है ।यदि जोगी कांग्रेस का निकट भविष्य में कांग्रेस में विलय हो जाता है तो भी बड़ा प्रश्न यह कि अमित जोगी का क्या होगा ?क्योंकि अमित जोगी के कांग्रेस प्रवेश में कई बाधाएं है ।

प्रदेश में सत्तारूढ़ दल में पिछले कई दिनों से खलबली मची हुई है ढाई ढाई साल के मुद्दे पर दिल्ली में बैठके चल रही है । अनेक विधायक और कांग्रेस नेता बिन बुलाए ही दिल्ली पहुंच गए है ।इसका नतीजा शाम तक आ जाने की संभावना है ।बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बीच एक और सियासी ड्रामा चल रहा है जिसमें स्व.अजीत जोगी की पार्टी का कांग्रेस में विलय हो सकता है। यह इसलिए संभावित बताया जा रहा है क्योकि पार्टी की अध्यक्ष डा.रेणु जोगी आज कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी से मुलाकात कर रही है। पार्टी चाह रही है कि उनके चारों विधायकों समेत पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्मानजक ढंग से वापसी का मार्ग प्रशस्त हो,यह तभी संभव होगा जब सोनिया या राहुल गांधी का निर्देश छत्तीसगढ़ पीसीसी को मिलेगा । 
कांग्रेस के मुख्यमंत्री, मंत्री,विधायक,निगम मंडल के  अध्यक्ष से लेकर तमाम लोग आज बिन बुलाए दिल्ली में हैं। इस बीच  रेणु जोगी की मुलाकात सोनिया गांधी से होने पर भी नजर लगी हुई है। उनकी पार्टी के दो विधायक देवव्रत सिंह व प्रमोद शर्मा पहले ही कांग्रेस में वापसी का मन बना चुके हैं इसलिए भी वे जोगी कांग्रेस से दूरी बनाकर चल रहे थे। अब डा रेणु जोगी व धर्मजीत सिंह के बूते ही पूरी पार्टीं को संभाल कर रख पाना मुश्किल हो रहा था। हालांकि पिछले चुनाव पर नजर डालें तो बसपा के साथ गठबंधन पर इन्हे सात सीटें मिली थी। तब तीसरी शक्ति राजनीतिक दल के रूप में माना जा रहा था। जोगी के निधन के बाद पार्टी में लगातार बिखराव जारी है। सिवाय कांगे्समें वापसी के कोई और गुंजाइश भी नहीं दिख रहा है। अंतिम फैसला सोनिया गांधी पर तय है। यह बताना लाजिमी होगा कि अजीत जोगी के कांग्रेस वापसी को लेकर राहुल गांधी ने बिलासपुर प्रवास के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि श्री जोगी के लिए कांग्रेस का दरवाजा बंद हो गया है उसी के बाद श्री जोगी ने कांग्रेस से अलग हो जाने के काफी देर बाद अपनी नई पार्टी बनाई थी जो अब लगभग समाप्ति की ओर है ।

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