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November 21, 2024 7:14 pm

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भुइयां साफ्टवेयर में आखिर क्यों आई खराबी ?क्यों दुरुस्त नहीं किया जा रहा ?पुराने साफ्टवेयर को ही शुरू करने की मांग कर राजस्व पटवारियों ने काम बंद रखा

बिलासपुर। डिजिटल सेवा में कब क्या खराबी आ जाए और सर्वर कब जवाब दे दे कुछ नही कहा जा सकता लेकिन इस खराबी से तमाम काम प्रभावित होते है और लोगों की परेशानी भी बढ़ जाती है । ऐसा ही एक महत्वपूर्ण डिजिटल सेवा आन लाइन भुइया कार्यक्रम है ।यह सेवा पूरी तरह बंद है । कहा जा रहा है कि इस सेवा में सुधार के लिए इसे बंद किया गया है ।सच्चाई क्या है यह तो पता नही लेकिन इससे राजस्व विभाग के काम प्रभावित हुए है । खसरा नंबर , बी वन ,नक्शा ,नामांतरण आदि के काम बंद है । राजस्व पटवारी चाहते है कि पुराने साफ्टवेयर को ही चालू कर दिया जाए ताकि लोगो की समस्या खत्म हो । इसी मांग को लेकर पटवारियों ने आज अपना कामकाज बंद रखा ।आश्चर्य तो यह है कि भुइया साफ्टवेयर में आई खराबी की जानकारी राजस्व मंत्री को नही है ।

जिले के राजस्व  पटवारियों ने आज एक दिवसीय कामकाज  बंद रखा । पटवारी संघ का कहना है की भुइया सॉफ्टवेयर में खराबी आने से ऑनलाइन खसरा नंबर डिलीट होने से किसानों का और खातेदारों का रिकॉर्ड डिलीट होने से कामकाज में काफी परेशानी आ रही है। पटवारी संघ ने शासन से मांग किया था कि पुराना सॉफ्टवेयर को शुरू किया जाए शासन से पटवारी संघ को आश्वासन मिला था कि पुराना सॉफ्टवेयर शुरू कर दिया जाएगा परंतु आज तक सॉफ्टवेयर शुरू नहीं होने के कारण पटवारी संघ ने कामकाज को बंद कर दिया है । पटवारी संघ का कहना है कि किसानों के फसल की गणना होनी   है। शासन को 30 सितंबर तक फसल की गणना करके रिपोर्ट देनी है परंतु राजस्व विभाग का कामकाज ऑनलाइन होने से ऑनलाइन रिपोर्ट शासन को भेजना है परंतु भुइयां सॉफ्टवेयर खराब होने से कामकाज प्रभावित हो रहा है। धान खरीदी नवंबर माह में शुरू होना परंतु सॉफ्टवेयर खराब होने से अभी तक कोई भी काम नहीं हो पा रहा है ।पटवारी संघ लगातार सॉफ्टवेयर में खराबी को लेकर शिकायत शासन स्तर पर कर रहा मगर शासन से अभी तक सॉफ्टवेयर ठीक नहीं हो पाया है ।प्रदेश के सभी जिलों में सॉफ्टवेयर खराब होने से राजस्व के कामकाज पूरी तरीके से बंद हो गए हैं परंतु पटवारी संघ  चाहता है कि भुइया का पुराना सॉफ्टवेयर शुरू हो  ताकि राजस्व का कामकाज शुरू हो जाएगा ।जमीनों का नामांतरण खसरा ऑनलाइन नहीं होने से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पटवारियों को लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है  क्योंकि पटवारी हल्के से नामांतरण का ऑनलाइन होना है मगर शासन के बनाए सॉफ्टवेयर मैं खराबी आने से जमीन संबंधित कामकाज नहीं हो पा रहा है। जिला प्रशासन भी शासन को पत्र लिखकर सॉफ्टवेयर मैं काम नहीं होने की जानकारी दी गई है लेकिन शासन में बैठे अधिकारी सॉफ्टवेयर को ठीक कराने में विफल है पटवारी संघ ने बताया कि जमीन संबंधी खातेदार का नाम खसरा नंबर में गलती हो रही है क्योंकि सॉफ्टवेयर में ऑनलाइन खातेदार का नाम  पांच जगह दिखाने से पटवारियों को ऑनलाइन काम काज करने में काफी समस्या उत्पन्न हो रही है ।आम नागरिक और किसान काम नहीं होने से तहसील और पटवारी कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं   सॉफ्टवेयर खराब होने से पटवारी अपने कार्यालय में नहीं बैठ रहे हैं क्योंकि लोगों की भीड़ सुबह से पटवारी कार्यालय में लग रही है । ऑनलाइन काम नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है।

 जिला पटवारी संघ के अध्यक्ष देव कुमार कश्यप का कहना है कि भुइयां सॉफ्टवेयर में ऑनलाइन कामकाज में खराबी आने से काम करने में असुविधा होने की जानकारी शासन को दिया गया है और शासन से मांग किया गया है कि पुराना सॉफ्टवेयर शुरू किया जाए जिसे 17 सितंबर को शुरू करने का आश्वासन मिला था मगर अभी तक नहीं होने से पटवारी  आज काम नही कर रहे है  । 

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