,,बिलासपुर । सत्तापक्ष के विधायक और स्वास्थ्य मंत्री के करीबी के साथ जब पुलिस का रवैया सही न हो तो आम जनता के साथ कैसा होता होगा ? यह प्रश्न सिम्स की घटना को लेकर उठ गया है ।पुलिस ने किसी उपर के दबाव से स्वास्थ्य मंत्री के करीबी के खिलाफ गैर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ गया ।सवालों से घिरे पुलिस को बताना पड़ा कि ऐसा ,”ऊपर के दबाव”के कारण करना पड़ा । कांग्रेस की गुटीय राजनीति ऐसी स्थिति तक पहुंच गई है कि निपटाने के लिए पुलिस की मदद लेनी पड़ रही ।
सिम्स के टेक्नीशियन के साथ स्वास्थ्य मंत्री के करीबी पंकज सिंह द्वारा कथित रूप से मारपीट का मामला गहरा गया है । बिना जांच किए पुलिस द्वारा गैर जमानती धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किए जाने से आक्रोशित विधायक शैलेष पाण्डेय और पंकज सिंह के समर्थक युवकों ने बड़ी संख्या में दोपहर कोतवाली थाने घेराव कर दिया नारेबाजी के बीच थोड़ी देर में विधायक शैलेश पांडेय अपने साथ पंकज सिंह को लेकर कोतवाली थाने पहुंच गए और कहा कि अपराध दर्ज हुआ है तो गिरफ्तारी देने आए हैं। थाने के अंदर काफी देर तक पुलिस के अधिकारियों के साथ विधायक तथा पंकज सिंह के बीच गरमा गरम बस होती रही ।विधायक शैलेश पांडेय ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा बगैर जांच किए गैर जमानती धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया जाना गंभीर मामला है। विधायक द्वारा पूछताछ पर पुलिस ने बताया कि ऊपर के आदेश से मामला दर्ज किया गया है। विधायक द्वारा उपर का मतलब बार-बार पूछे जाने के बाद भी पुलिस के अधिकारियों ने इसकी जानकारी नहीं दी। थाने के बाहर आक्रोशित युवक पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते रहे ।चर्चा खत्म होने के बाद विधायक तथा पंकज सिंह बाहर निकले एवं आरोप लगाया कि सिम्स में मरीजों के साथ इलाज के नाम पर लापरवाही की जा रही है ।स्वास्थ्य मंत्री के प्रतिनिधि ने अपने परिचित पीड़ित की सूचना पर सिम्स पहुंच कर जानकारी ली ।टेक्नीशियन के साथ मारपीट का आरोप पूरी तरह असत्य है । टेक्नीशियन ने यदि रिपोर्ट लिखाई है तो पुलिस को उसकी जांच करनी चाहिए थी मगर बिना जांच किए ही पुलिस ने दबाव में आकर गैर जमानती धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर लिया ।विधायक ने यह भी कहा कि इसी तरह ही पुलिस ने कोरोना काल में उसके खिलाफ भी मामला दर्ज किया था ।बिलासपुर पुलिस की भूमिका संदिग्ध है ।उल्लेखनीय है कि मारपीट की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने देर रात प्रदेश कांग्रेस के सचिव और स्वास्थ्य मंत्री के करीबी समर्थक पंकज सिंह के ,खिलाफ गैर जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और अब प्रबल विरोध के बाद पुलिस ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जाएगी ।
पुलिस ने प्रार्थी तुलाचन्द टांडे की शिकायत पर जांच के बाद शासकीय कार्य मे बाधा और हॉस्पिटलिटी प्रोटेक्शन एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज किया है।
मामले में मिली जानकारी के अनुसार मसानगंज निवासी चूट्टू अवस्थी अपने परिजन गुरुदेव अवस्थी को ले कर इलाज के लिए सिम्स गए थे। मेडिसिन विभाग के एचओडी ने मरीज को एमआरआई कराने के लिए रेडियोलॉजी विभाग भेजा। जांच करने वाले टेक्नीशियन तुलाराम ने मरीज के परिजनों को मशीन खराब होने व रिपोर्ट निकालने के लिए फ़िल्म नही होने की बात कही। मरीज के परिजनों ने कांग्रेस नेता पंकज सिंह को फोन कर मदद मांगी। पंकज रात 11 बजे सिम्स पहुँचे और डीन से बात कर के एमआरआई करवा दिया। इसके बाद कर्मचारी से मशीन खराब होने की बात कह कर गुमराह करने की बात पर कांग्रेस नेता का विवाद हो गया। कांग्रेस नेता का कहना था कि जब मशीन खराब होने की बात पहले कही गई थी तो फिर चालू कैसे हो गई।
घटना की खबर मिलने पर आधी रात को अस्पताल के सुपरिटेंडेंट और डीन अस्पताल पहुंचे और बीच-बचाव करन मामला खतम कराया।
कर्मचारी तुलाचंद टोंडे ने यह आरोप लगाते हुए कि कांग्रेस नेता पंकज सिंह ने मुझे तमाचा मारा हैं व गाली देने की रिपार्ट सिटी कोतवाली थाने में की थी। उधर घटना से नाराज सिम्स के रेडियोलॉजी विभाग के सभी टेक्नीशियनो ने एमआरआई व सीटी स्केन का काम सोमवार को बंद कर दिया।
कोतवाली में कर्मचारी के द्वारा की गई शिकायत को पुलिस ने जांच में लिया था। शिकायत में प्रार्थी ने कांग्रेस नेता पर गाली गलौच व कालर पकड़ कर मारपीट किये जाने का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी। जांच के उपरांत, गवाहों व साक्ष्यों के बयान के आधार पर कल देर रात कांग्रेस नेता पंकज सिंह पर सिटी कोतवाली थाने में धारा 186, 353 व हास्पिटलिटी प्रोटेक्शन एक्ट (चिकित्सकिय व चिकित्सा कर्मी सुरक्षा कानून) के तहत अपराध दर्ज कर लिया हैं।