बिलासपुर ।अविभाजित मप्र में सुंदर लाल पटवा मंत्रिमंडल में उद्योग एवम खाद्य मंत्री रहे वरिष्ठ भाजपा नेता मूलचंद खंडेलवाल के देहावसान के बाद साई मंगलम में रविवार को आयोजित प्रार्थना सभा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए और स्व.श्री खंडेलवाल को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की ।
तमाम राजनैतिक दलों के नेता ,विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी ,व्यवसाई ,परिचित ,राजनीति में श्री खंडेलवाल के साथ रहकर बिलासपुर में भाजपा को स्थापित करने में जी जान लगा देने वाले सहपाठी, जमीनी कार्यकर्ता के साथ ही परिजन ,उद्योगपति आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए स्व.श्री खंडेलवाल को बिलासपुर की राजनीति का शेर बताते हुए कहा कि उनकी त्याग ,तपस्या और बिलासपुर शहर के लिए किए गए कार्यों को लंबे समय तक याद रखा जायेगा ।
बिलासपुर शहर में भाजपा का खाता खोलते हुए भाजपा के विधायक बने श्री खंडेलवाल का विजयादशमी के दिन 84 वर्ष की आयु में निधन हो जाने केबाद रविवार को साई मंगलम में उन्हे श्रद्धाजली देने प्रार्थना सभा का आयोजन खंडेलवाल परिवार (मौसाजी परिवार )ने किया।प्रार्थना सभा में नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक,पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ,भाजपा महामंत्री भूपेंद्र सवन्नी ,महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय ,पूर्व सांसद गोविंद राम मिरी,कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष,पूर्व महापौर श्रीमती वाणी राव ,पूर्व महापौर किशोर राय ,नागरिक सहकारी बैंक के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल,द्वारिका खंडेलवाल ,सुधीर खंडेलवाल,काशी नाथ गोरे ,चंद्रभूषण शुक्ला , नैन सिंह परिहार सुधीरा खंडेलवाल समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे ।
स्व.श्री खंडेलवाल को याद करते हुए वक्ताओं ने कहा कि श्री खंडेलवाल ने अपने दम पर विधायक और मंत्री बनकर यह साबित किया कि मन में यदि ठान लिया जाए तो कोई भी सफलता मुश्किल नहीं है ।श्री खंडेलवाल कम शिक्षा के बावजूद एक हलवाई होते हुए भी राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई और भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय बड़े नेताओं के बीच अपनी साख स्थापित की यही नहीं ये बड़े बड़े नेता श्रीखंडेलवाल के घर आते रहे ।उनमें गजब की जिजीविषा रही ।उनका कांग्रेस सहित अन्य दलों के नेताओ के साथ बेहतर संबंध रहे ।
श्री खंडेलवाल ने राजनीति भी पूरी दमखम और निडरता के साथ की।अधिकारी से लेकर तमाम नेता उनकी सोच ,निडरता और कार्यशैली के कायल रहे।उनकी निडरता की छाप आज भी गोलबाजार में दिखती है।उनके रहते गोलबाजार के व्यापारियों के दुकान में आयकर ,विक्रय कर और खाद्य विभाग के अफसरों ने आने की हिम्मत नही दिखाई ।उन्होंने बिलासपुर शहर में भाजपा को स्थापित किया ।जीवनयापन के लिए उन्होंने कठिन परिश्रम तो किया ही भाजपा का जनाधार बढ़ाने के लिए भी बिना रुके अथक मेहनत किया ।उनकी भरपाई संभव नहीं है लेकिन उनकी मेहनत , लगन ,संवेदनशीलता और निर्णय लेने की क्षमता से हमे सीख लेने की जरूरत है ।