बिलासपुर । राज्य शासन ने बिलासपुर नगर निगम का विस्तार आखिरकार कर दिया । नगर निगम की सीमा बढ़ाये जाने के बाबत भूपेश बघेल सरकार ने राजपत्र में प्रकाशित भी कर दिया । एक हजार से भी ज्यादा आपत्तियां कोई काम नही आया । यह अंदेशा पहले से ही था कि राज्य शासन ने दावा आपत्ति जो मंगाया है वह सिर्फ औपचारिक है और नगर निगम में सीमा वृद्धि का निर्णय राज्य शासन ने पहले ही ले रखा है । शायद इसी लिये भाजपा सरकार में रहे पूर्व नगरीय निकाय मंत्री और अब भाजपा द्वारा नगरीय निकायों के लिए बनाए गए प्रभारी अमर अग्रवाल ने राज्य शासन के इस निर्णय का विरोध नही किया जबकि नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक भाजपा विधायकों डॉ कृष्ण मूर्ति बांधी ,रजनीश सिंह और महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती हर्षिता पांडेय प्रभावित ग्रामों के ग्रामीणों के साथ सड़क पर उतर आए थे ।
राज्य शासन द्वारा बिलासपुर नगर निगम की सीमा में वृद्धि किये जाने के निर्णय से नगर पालिका परिषद तिफरा , नगर पंचायत द्वय सिरगिट्टी और सकरी तथा ग्राम पंचायतों मंगला, उसलापुर ,अमेरी ,घुरू,परसदा, दो मोहानी और देवरीखुर्द , मोपका ,चिल्हाटी, बिजौर ,लिंगियाडीह ,बहतराई , खमतराई तथा कोनी ग्राम पंचायत भी अब बिलासपुर नगर निगम में शामिल हो गए है । प्रभावित ग्रामों में अब नगर पालिका अध्यक्ष ,नगर पंचायत अध्यक्ष और पंच सरपंच के चुनाव के बजाय नगरनिगम बिलासपुर के लिए पार्षद के चुनाव होंगे । शासन के इस निर्णय से कई नेताओं का राजनैतिक भविष्य अंधकारमय हो गया है ।