बिलासपुर। पांच करोड़ रुपए से भी अधिक की धोखाधड़ी करने वाली चिटफंड कंपनी बी एन गोल्ड के दो और आरोपी पति पत्नी को बिलासपुर पुलिस ने आज गिरफ्तार कर उनसे 6 लाख रुपए कीमती 18 तोला सोने के आभूषण और एक लाख 09 हजार रूपये नकदी बरामद किया है ।इस कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के17 से भी ज्यादा मामले विभिन्न थानों में दर्ज है।
गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने जो जानकारी दी उसके मुताबिक प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप और दिए गए निर्देश के तहत चिटफंड के प्रकरणो पर फरार आरोपियों की गिरफतारी करने एवं निवेशको की धन वापसी की कार्रवाई लगातार जारी है ।
इसी के अंतर्गत चिंटफंड के नोडल अधिकारी रोहित कुमार झा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के द्वारा विभिन्न कम्पनियों के विरूद्ध दर्ज चिटफंड के प्रकरणो में टीम गठित कर गिरफ्तारी की प्रयास किये जा रहे है। पुलिस द्वारा जी.एन.गोल्ड के फरार आरोपियों की पतासाजी हेतु थाना बिल्हा, कोटा व सायबर से संयुक्त टीम गठन किया गया था, राजधानी रायपुर से गिरफ्तार किए गए आरोपी अपना नाम शैलेन्द्र चन्द गोस्वामी बदल कर छुपा हुआ था, उनके आप पास पता करने पर उनके बेटी सिंगर है जिनके ट्विटर ,इंस्टाग्राम और फेसबुक मे पता करने बड़ी मशक्कत के बाद आरोपी 01
.शैलेन्द्र बन गोस्वामी पिता केदार बन गोस्वामी सा0 मरौद थाना कुरूद जिला धमतरी 02. मंजुला गोस्वामी पति शैलेन्द्र बन गोस्वामी पिता केदार बन गोस्वामी सा0 मरौद थाना कुरूद जिला धमतरी, को संयुक्त टीम के द्वारा गिरफ्तार कर बिलासपुर लाया गया ।
जीएन गोल्ड कम्पनी के विरूद्ध बिलासपुर जिले में थाना कोटा, तोरवा, बिल्हा ,रतनपुर ,तखतपुर, सरकंडा, मस्तूरी, बिल्हा में 07 प्रकरण एवं राज्य के अन्य जिले जिनमे धमतरी ,कोरबा ,सूरजपुर, रायपुर, दुर्ग, बेमेतरा शामिल हैं में कुल 10 (कुल 17 ) अपराध दर्ज है। जिले में दर्ज अपराध में ग्राहकों से ठगी गई रकम लगभग 5 करोड़ रुपये है। आरोपी शैलेन्द्र बन गोस्वामी के विरूद्ध जिले में 06 अपराध थाना बिल्हा, रतनपुर, तोरवा, मस्तुरी, कोटा व तखतपुर में अपराध दर्ज किया गया था, आरोपियों एवं कंपनी के द्वारा रकम दोगुनी करने का लालच देकर अन्य लोगो से करोडो रूपये जमा कराये, एवं बदले में बांड भी दिया लेकिन जब पैसा वापसी का समय आया तो दफ्तर में ताला लगाकर सभी एजेंट व डायरेक्टर फरार हो गये, प्रकरण में आरोपी डायरेक्टर सतनाम सिंह रंधावा को गिरफतार कर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था, तथा शासन के मुख्य एजेंडा को ध्यान में रखते हुए जी0एन0गोल्ड कंपनी के आरोपी को दिसम्बर माह में ही पहले हरियाणा से नरेन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर लाया गया दुसरी बार महाराष्ट्र गोंदिया से आरोपी खेमेन्द्र बोपचे को गिरफ्तार किया गया। तीसरी बार शैलेन्द्र बन गोस्वामी, एवं मुंजूला गोश्वामी को गिरफ्तार किया। 01 शैलेंद्र बन गोस्वामी की धमतरी स्थित संपति को कुर्क करने के लिये धमतरी कलेक्टर को पत्राचार किया गया है जिसकी प्रक्रिया जारी है ।
उक्त आरोपी को गिरफ्तार करने में सायबर सेल -उप निरी.मनोज नायक, उप निरी सागर पाटक, थाना बिल्हा उप निरी. पारस पटेल, थाना कोटा- उनि. दिनेश चन्द्रा, उप. निरी. श्याम गढ़ेवाल, सउनि. बंजारे, महिला आर0 योगिता कैवर्त, आरक्षक शैलेन्द्र दिन्कर, सायबर सेल- आर0 दीपक का भुमिका रही ।