बिलासपुर । महिला एवं बाल विकास विभाग में तबादले को लेकर अंधेरगर्दी मची हुई है । पूरे प्रदेश में 10 प्रतिशत तबादले के मानक के परे अकेले बिलासपुर जिले में 136 में से 38 पर्यवेक्षकों का तबादला कर दिया गया है ।
तबादला भी ऐसा की किसी तरह दुश्मनी भांजने जैसा है । अधिकांश को बस्तर दन्तेवाड़ा भेज दिया गया है । विकलांग महिला पर्यवेक्षक को भी नही बख्शा गया है । थोक में तबादले को लेकर हड़कम्प मच गया है । आरोप यह भी लगाया जा रहा है कि तबादले से पीड़ित महिलाये आर्डर केंसिल कराने आएं तो उनसे सौदेबाजी की जा सके ।
तबादला आदेश में कई ऐसी भी पर्यवेक्षक हैं जो 4 से 5 साल तक गरियाबंद में रहने के बाद बिलासपुर में स्थानांतरित होकर आई है मगरइस बार भी उनका तबादला दन्तेवाड़ा कर दिया गया है
नियमह विरुद्ध तबादले से पीड़ित महिलाएं आज छत्तीसगढ़ भवन में मंत्री रुद्रगुरु ,बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय से मिली और तबादला आदेश को निरस्त कराने का अनुरोध किया । मंत्री एवं विधायक ने विभागीय मंत्री से बात करने का आश्वासन दिया है ।