बिलासपुर ।आयुष्मान मित्रों को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पद से सेवामुक्त करने के निर्णय पर प्रदेश सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए ।
उक्त बाते भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहीं। श्री अग्रवाल ने कहा कि, प्राईवेट अस्पतालों में 07 वर्षो से लगातार राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना/मुख्यमंत्री स्वास्थ बीमा योजना के तहत् एच.डी.ओ. के पद पर वर्ष 2015 से लगातार कार्यरत् है, वर्तमान में पी.एम.ए.एम. के पद पर आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं डॉ खुबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अन्तर्गत आयुष्मान मित्रो के पद पर पूरी निष्ठा ईमानदारी से कार्य कर रहे है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि, कोविड काल के दौरान भी आयुष्मान मित्रों के द्वारा अपनी सेवाएं देते हुए मरीजों को आयुष्मान भारत योजना की सुविधा प्रदान कर अपने दायित्वों का निर्वहन करते आ रहे है। इनकी सेवाओं को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार की राज्य नोडल एजेंसी को पुनः विचार करना चाहिए। नोडल एजेंसी द्वारा 31 जनवरी को इनको सेवा से मुक्त करने का जो आदेश जारी हुआ है, उसे तत्काल वापस लेना चाहिए। श्री अग्रवाल ने कहा कि, सरकार के हिटलरशाही निर्णय के चलते निजी अस्पतालों में हितग्रहियों को शासन की योजना का लाभ लेने में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पडेगा। आयुष्मान मित्र बेरोजगार हो जायेगें, जिसके कारण इनके परिवार के भरण पोषण करने की समस्या का सामना करना पडे़गा। आयुष्मान मित्र के सभी कर्मचारी आज पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल से मिलकर इस समस्या से अवगत् कराया।