बिलासपुर- धरना प्रदर्शन रैली पर भूपेश बघेल सरकार द्वारा शर्तो के साथ अनुमति देने के आदेश के खिलाफ भाजपाइयों ने नेहरू चौक पर धरना और प्रतीकात्मक गिरफ्तारी दी ,नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ,संगठन महामंत्री भूपेन्द्र सवन्नी, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, विधायक रजनीश सिंह डा कृष्ण मूर्ति बांधी , पूर्व सांसद लखन साहू ,महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पांडेय ,विभा राव शैल बाला वर्मा ,जिला भाजपा अध्यक्ष रामदेव कुमावत ,मनीष अग्रवाल ,चंद्र प्रकाश सूर्य सहित पार्टी के नेता ,कार्यकर्ताओ की मौजूदगी में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए ,नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने कहा कि राज्य सरकार काले कानून के माध्यम लोगो को रोकना चाहती है लेकिन बीजेपी इनसे डरने वाली नही है वक्त है बदलाव का का नारे देकर सत्ता में आई इस सरकार से जनता का मोह भंग हो गया है और जनता अब कह रही है वक्त है पछताव का ।श्री कौशिक ने कहा कि सरकार ने इस कानून को वापस नही लिया तो हमारा आंदोलन आगे भी होगा ।
संगठन महा मंत्री भूपेन्द्र सवन्नी ने कहा कि सरकार इस कानून के जरिए जनता और राजनीतिक पार्टी की आवाज को दबाना चाहती है लेकिन बीजेपी इसका पुरजोर विरोध करेगी, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि भूपेश सरकार के इस काले कानून के खिलाफ हमारा आंदोलन जारी रहेगा आज हमने सरकार के इस कानून के विरोध में जेल भरो आंदोलन किया है आगे भी हम बिना अनुमति के ये प्रदर्शन करते रहेंगे सरकार को रोकना है तो रोक ले । विधायक रजनीश सिंह ने कहा कि 19 बिंदु लगाकर सरकार लोगो को प्रताड़ित करने का काम कर रही है बीजेपी इसका विरोध करती है । अन्य वक्ताओं ने भी भूपेश सरकार के इस निर्णय का पुरजोर विरोध किया छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा विविध, निजी, सार्वजनिक ,धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक कार्यक्रमों के आयोजनों की पूर्व अनुमति लेने की अनिवार्यता के जारी आदेश के खिलाफ भाजपा ने पूरे प्रदेश में गिरफ्तारी देने का आव्हान किया था ।
राजधानी रायपुर के बाद प्रदेश के दूसरे बड़े शहर बिलासपुर में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता अमर अग्रवाल बिलासपुर जिले के सभी भाजपा विधायक नेहरू चौक भी प्रदर्शन किया ।भाजपा ने निर्देश को काला कानून का बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार विरोध करने पर भी पाबंदी लगा रही है।जिसका भाजपा पुरजोर विरोध कर रही है उनका मानना है कि भाजपा शासनकाल में भी इस तरह से किसी भी राजनीतिक आयोजनों को लेकर अनुमति लेने की जरूरत नहीं थी। केवल एक सूचना ही काफी होती थी लेकिन जिस तरह से छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने धरना प्रदर्शन या आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया है यह उचित नहीं है जिसका विरोध भारतीय जनता पार्टी कर रही है।
नेहरू चौक में आयोजित प्रदर्शन के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता ,महिलाएं ,युवक कलेक्ट्रेट की ओर कूच करने लगे। भाजपा के प्रदर्शन के मद्दे नजर प्रशासन ने आज अवकाश होने के बाद भी भाजपाई कलेक्ट्रेट नही पहुंच सके इसके लिए तगड़ी व्यवस्था की थी । कई तरफ के मार्ग को टीन के शेड और बास बल्लियों से बंद कर दिया गया था लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा बेरिकेटिंग के नजदीक पहुंचकर नारेबाजी करते हुए हंगामा मचाया किया जाता रहा लेकिन वहां मौजूद पुलिस बल ने भाजपाइयों को मंसूबे पूरे होने नही दिया । स्टेट बैंक के पास पुलिस का पानी की बौछार करने वाला वाहन खड़ा ही रह गया उसकी नौबत ही नही आई ।थोड़ी देर हो हल्ला करने के बाद भाजपाई वापस लौट गए ।पुलिस ने सभी को औपचारिक रूप से गिरफ्तार बता छोड़ भी दिया भाजपा नेताओ ने भी शांतिपूर्ण आंदोलन को समाप्त कर दिया लेकिन चेतावनी भी दी कि अगर आगे शासन इस निर्णय को वापस नहीं लेता है तो उग्र आंदोलन भाजपा के द्वारा किया जाएगा ।