बिलासपुर ।विश्व आदिवासी दिवस पर भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ भाजपा के आदिवासी नेता विष्णुदेव साय को हटाते हुए पिछड़ा वर्ग को महत्व देकर बिलासपुर के सांसद अरुण साहू को प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष घोषित किया है ।आज विश्व आदिवासी दिवस है और इस अवसर पर पूरे प्रदेश के आदिवासी हर्ष उल्लास के साथ आदिवासी दिवस मना रहे हैं। इसका एक कारण यह भी है कि राष्ट्रपति के रूप में दलित और आदिवासी महिला द्रोपदी मुर्मू की नियुक्ति हुई है ।ऐसे में छत्तीसगढ़ में प्रदेश भाजपा के आदिवासी नेतृत्व को पार्टी ने तगड़ा झटका देते हुए प्रदेश अध्यक्ष पद से विष्णुदेव साय को हटा दिया है और उनकी जगह पिछड़ा वर्ग से नेतृत्व करने वाले बिलासपुर के युवा सांसद अरुण साहू को प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया है ।इस तरह भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी साल में प्रदेश भाजपा संगठन में जिस तरह बदलाव किया है उससे यही संदेश जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग का कार्ड खेलने जा रही है ।छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी नेता प्रतिपक्ष पिछड़ा वर्ग से ही धरमलाल कौशिक है ।भारतीय जनता पार्टी के अंदरूनी तौर पर यह सवाल खड़ा किया जा रहा है कि यदि भाजपा संगठन में प्रदेश अध्यक्ष पद पर पिछड़ा वर्ग को मौका दिया गया है क्या नेता प्रतिपक्ष भी बदले जाएंगे हालांकि इस संदर्भ में अभी कोई स्पष्ट संकेत नहीं है लेकिन भाजपा के गूटीय नेताओं के बीच हलचल शुरू हो गई है ऐसा माना जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष के पद पर अब किसी सामान्य आदिवासी नेता की नियुक्ति हो सकती है ।
यह उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति चुनाव के समय भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ के अनुसूचित जाति के 2 विधायकों पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहले ,डमरू धर पुजारी और आदिवासी विधायक पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर को राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रोपदी मुर्मू को प्रस्तावक के रूप में दिल्ली बुलाया गया था ।द्रोपदी मुर्मी के राष्ट्रपति निर्वाचित हो जाने के बाद यह उम्मीद हो चली थी कि छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति और जनजाति के नेताओं को भारतीय जनता पार्टी आगे करेगी लेकिन प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष पद पर पिछड़ा वर्ग को महत्व दिए जाने से अनुसूचित जाति और जनजाति के नेताओं की प्रतिक्रिया चाहे जो भी हो मगर प्रदेश भाजपा की नियुक्ति से यह संभावना हो चली है कि प्रदेश भाजपा संगठन में और भी बदलाव किए जा सकते हैं । उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व विष्णु देव साय के पहले बिलासपुर जिले को भारतीय जनता पार्टी ने महत्त्व देते हुए पिछड़ा वर्ग से धरमलाल कौशिक को प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया था ।चुनावी वर्ष में प्रदेश भाजपा के संगठन की कमान बिलासपुर को दिए जाने से भाजपा संगठन में बिलासपुर जिले का दबदबा बढ़ा है ।भाजपा ने युवा नेतृत्व के रूप में अरुण साव को बढ़ी जिम्मेदारी सौंपी है ।अरुण साव के लिए यह जिम्मेदारी चुनावी साल के दृष्टिकोण से बड़ी परीक्षा की घड़ी होगी । विधानसभा में मात्र 14 विधायको वाली भाजपा को बहुमत में लाने और सत्ता में वापसी के लिए सांसद अरुण साव को संगठनात्मक दृष्टि से बड़ी मेहनत करनी होगी ।।