Explore

Search

May 20, 2025 6:55 am

Our Social Media:

भाजपा में अजीब सी उहापोह की स्थिति,सत्ता और संगठन में सिर्फ पिछड़ा वर्ग का दबदबा,बिलासपुर संभाग से ही प्रदेश अध्यक्ष के बाद नेता प्रतिपक्ष की चर्चा !,रायपुर की उपेक्षा कही भारी न पड़ जाए?

बिलासपुर । भारतीय जनता पार्टी में अजीब तरह की उहापोह की स्थिति है चर्चा है भाजपा शासनकाल में विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे नारायण चंदेल को नेता प्रतिपक्ष बनाया जा रहा है हालांकि इस खबर की सच्चाई दोपहर बाद सामने आ जाएगी लेकिन कई तरह के प्रश्न इस समय दौड़ रहे हैं ।भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग को ठीक चुनाव के पहले ज्यादा तरजीह दे रही है यह बात तो समझ में आ रही है लेकिन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बिलासपुर से और नेता प्रतिपक्ष भी बिलासपुर संभाग से बनाए जाने की चर्चाओं ने भारतीय जनता पार्टी पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। क्या भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को रायपुर बिलासपुर संभाग में संतुलन बनाए रखने की चिंता नहीं है ?बिलासपुर के सांसद अरुण साहू को प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद यह कहा जाने लगा था कि सुविधा संतुलन की दृष्टि से नेता प्रतिपक्ष अब रायपुर के किसी विधायक को बनाया जाएगा ताकि रायपुर और बिलासपुर के बीच भाजपा में राजनीतिक और गोपी संतुलन बना रहे लेकिन जिस तरह की चर्चाएं पिछले 24 घंटे से चल रही है उससे उससे तो यही लग रहा है कि भारतीय जनता पार्टी रायपुर संभाग की खुलेआम उपेक्षा करके बिलासपुर संभाग से ही नेता प्रतिपक्ष का चयन करने जा रही है कहीं ऐसा ना हो कि रायपुर संभाग की उपेक्षा भारतीय जनता पार्टी पर भारी न पड़ जाए ।अब सवाल यह उठता है कि पिछड़ा वर्ग में क्या भारतीय जनता पार्टी के लिए साहू समाज और कांग्रेश के लिए कुर्मी समाज के नेता ही पर्याप्त हैं ?इसके अलावा पिछड़ा वर्ग में और कोई जाति ही नहीं बचा है जबकि सच्चाई तो यह है कि पिछड़ा वर्ग में कुर्मी साहू यादव के अलावा भी 50 से भी अधिक जाति आते हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने 3 को छोड़ शेष पिछड़ा वर्ग की घोर उपेक्षा की है ।भारतीय जनता पार्टी ने तो चुनाव के ठीक 1 साल पहले पिछड़ा वर्ग के नाम पर साहू समाज को साधने की कोशिश की है इसके लिए उन्होंने आदिवासी समाज की बलि दे दी है ।प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष विष्णुदेव साय को भारतीय जनता पार्टी ने अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस के दिन ही पद से हटा दिया सांसद अरुण साहू को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने से भारतीय जनता पार्टी को निश्चित ही प्रदेश भर के साहू समाज के मतदाताओं का समर्थन मिलेगा लेकिन आदिवासी समाज भारतीय जनता पार्टी को विधानसभा चुनाव में उतना ही समर्थन देगा जितना पिछले विधानसभा चुनाव में मिला था ।इसकी संभावना अब कम रह गई है हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अधिकांश आदिवासी प्रत्याशी चुनाव हार गए थे इसके बाद भी भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासी समाज की उपेक्षा कर दी है जबकि राष्ट्रपति चुनाव में दलित और आदिवासी महिला के रूप में द्रौपदी मुर्मू को प्रत्याशी बनाकर और राष्ट्रपति निर्वाचित करा कर देशभर में यह प्रसारित किया गया कि भारतीय जनता पार्टी आदिवासियों की और दलितों की सच्ची हितैषी पार्टी है तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ में आदिवासियों की जिस तरह उपेक्षा कर रही है वह सबके सामने हैं। सांसद अरुण साव को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनाने के बाद यह उम्मीद हो चली थी कि भारतीय जनता पार्टी नेता प्रतिपक्ष किसी आदिवासी विधायक को ही बनाएगी लेकिन लगातार विधायक निर्वाचित होने वाले पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर को उम्र दराज बता कर उन्हें दरकिनार कर दिया गया ।यह भी माना गया कि नेता प्रतिपक्ष के रूप में योग्य आदिवासी विधायक की अभाव में भारतीय जनता पार्टी सामान्य वर्ग के विधायक को चयन करेगी जिसमें रायपुर विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भाटापारा के विधायक शिवरतन शर्मा का नाम भी चल रहा था लेकिन पिछले 24 घंटे से जिस तरह चांपा के पिछड़ा वर्ग के विधायक नारायण चंदेल का नाम प्रमुखता से हाइलाइट्स हुआ उससे यही स्पष्ट हुआ कि भारतीय जनता पार्टी को रायपुर बिलासपुर के बीच संतुलन बनाए रखने की कोई चिंता नहीं है ।यही नहीं प्रदेश अध्यक्ष के बाद नेता प्रतिपक्ष यदि नारायण चंदेल को ही बनाया जाता है तो पिछड़ा वर्ग को एक तरफा महत्त्व दिए जाने का भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगेगा जिसका सफाई देते देते भारतीय जनता पार्टी के नेता थक जाएंगे और चुनाव सर पर आ जाएगा ।यह जरूरी नहीं है कि प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष पिछड़ा वर्ग का बना देने से पिछड़ा वर्ग के 50 से भी अधिक जातियों का समर्थन विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिल ही जाएगा क्योंकि पिछड़ा वर्ग के ही प्रमुख कुर्मी समाज के 80 से 90% मतदाताओं पर अब कुर्मी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कब्जा हो गया है ।भारतीय जनता पार्टी पर अभी भी चिंतन करने के लिए वक्त बचा है कि नेता प्रतिपक्ष किस वर्ग के और किस संभाग के विधायक को बनाया जाए हालांकि कल जिला भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बयान से ऐसा नहीं लग रहा है कि नेता प्रतिपक्ष आज बदल ही दिया जायेगा ।

Next Post

एरन स्टील एंड पावर लिमिटेड की प्रस्तावित पर्यावरणीय जनसुनवाई को निरस्त करने कलेक्टर से मांग,वन और पर्यावरण मंत्रालय की अधिसूचना के प्रावधानों का उलंघन करने और उद्योग प्रबंधन को अवांछित लाभ पहुंचाने का आरोप

Wed Aug 17 , 2022
बिलासपुर । रायगढ़ निवासी राधेश्याम शर्मा ने बिलासपुर कलेक्टर और जिला दंडाधिकारी को एक आवेदन देकर कल 18 अगस्त को एरन स्टील एंड पावर लिमिटेड की प्रस्तावित जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग करते हुए यह भी आरोप लगाया है कि वन और पर्यावरण मंत्रालय की अधिसूचना दिनांक 24 सितम्बर […]

You May Like