बिलासपुर । रायगढ़ खरसिया सकती बाराद्वार जांजगीर कोरबा भाटापारा आदि क्षेत्र के दैनिक रेल यात्रियों ने रेल प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि पिछले दो वर्षों से रखरखाव और नई रेल लाइन निर्माण के नाम पर रेल प्रशासन अधिकांश पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करते आ रही है । लगातार शिकायतों और निर्वाचित सांसदों द्वारा इस समस्या को उठाने के बाद भी समस्या का समाधान नही हो रहा है । कल 27 सितम्बर को भी जोन मुख्यालय में कई राज्यो के सांसदों की होने वाली बैठक में इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया जाएगा ।
दैनिक यात्रियों का कहना था कि विगत दो वर्षों से रखरखाव और नई लाइन के निर्माण के नाम पर लगभग सभी पैसेंजर58112,58111,58214,58213,68737,68738, 58118,58117ट्रेनों को महीनों,हफ़्तों के लिए कैंसल कर दिया जा रहा है,
हफ्ते में दो दिन तो दो साल से लगातार चल ही रहा है,।
जनवरी से मार्च तक 68737 68738 कैंसल रखी गई थी,जिसको सुचारू रूप से चलाने और समय बदलने की सिफारिश पूर्व सांसद जांजगीर और बिलासपुर द्वारा की गई थी,पर उनकी सिफारिश पर ध्यान न दिया जाकर उल्टे उसे और पहले रायगढ़ से छोड़ा जाने लगा
वर्तमान में उपरोक्त समस्त ट्रेने 16 सितम्बर से रद्द कर दी गई है,
आम और दैनिक यात्रिओ को न तो कोई विकल्प प्रदान किया गया है न कोई विशेष गाड़ी चलाई जा रही है,
रखरखाव ओर निर्माण के नाम पर पैसेन्जर गाड़िया रद्द की जाती है पर उसी मार्ग में मालगाड़ियों को चलाकर प्रबंधन हर वर्ष अपने लक्ष्य से अधिक माल लदान और आय का कीर्तिमान बनाती है
शिकायत किये जाने पर आपके जनप्रतिनिधि ध्यान नही देते बोलते है,आम यात्री क्या करे ये बताईये,दैनिक यात्री बिलासपुर से बाराद्वार,सकती खरसिया,रायगढ़ जाकर आगे 40।50 km दूर अपने कार्यस्थलों तक जाकर कार्य करता है पर प्रबंधन को इनकी कोई परवाह नही है
छोटे स्टेशन के यात्री जहा एक्सप्रेस का स्टापेज नही है उनके लिए तो पैसेन्जर ट्रेने ही एक मात्र सहारा है वर्तमान में बिलासपुर रायगढ़ मार्ग पर एक भी पैसेन्जर गाड़िया नही चल रही है आम और दैनिक यात्री क्या करे किसके पास शिकायत करे
: ये जितनी पैसेन्जर गाड़िया कैंसल है उनके आगे पीछे सुबह शाम के समय 3।4 गाड़िया रहती है उनमें से कोई रद्द नही है वो चल रही है उसी मार्ग और पटरियों पर लेकिन निर्माण में दिक्कत सिर्फ पैसेन्जर गाड़ियों से है,
सिर्फ माल लदान के लक्ष्य पूर्ति के लिए गाड़िया रद्द करके मालगाड़ियां चलाई जा रही है।