बिलासपुर ।समूचे छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड पढ़ने लगी है ।शीत लहर भी चलने की संभावना है।सुबह तो ओस छाए रहने के कारण कुछ भी दिख पाना मुश्किल हो रहा है ऐसे में सर्वाधिक चिंता बच्चो के स्वास्थ्य को लेकर रहती है।सुबह की पाली में पढ़ने वाले छोटे बच्चों को और उनके पालको को काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ता है।ठंड मे बच्चे जल्दी बिस्तर छोड़ना नहीं चाहते और पालकों को भी बच्चो को तैयार करने सुबह पांच बजे उठना पड़ता है ।कड़ाके की ठंड में बच्चो के स्वास्थ्य की भी चिंता पालकों को रहती है।निजी स्कूलों में तो कड़ाई ज्यादा बरती जाती है।इसलिए बच्चो के स्वास्थ्य के मद्देनजर सभी शासकीय और निजी स्कूलों में सुबह की पाली का समय परिवर्तन कर 9 बजे से स्कूल लगाया जाना जरूरी हो गया है।

इधर कांग्रेस नेता राघवेंद्र सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में कड़ाके की ठंड को देखते हुए सभी पालको की ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व शिक्षा मंत्री से सादर आग्रह है कि प्रायमरी तक के सभी शासकीय व निजी स्कूलों में बच्चो के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए समय सारणी में परिवर्तन किया जाना चाहिए।