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May 20, 2025 7:18 am

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प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने बिलासपुर में एम्स की स्थापना के लिए पुख्ता दावा करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र,शहर विधायक शैलेष पांडेय ने बिलासपुर की जनता के तरफ से इस महत्वपूर्ण पहल के लिए जताया आभार

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बिलासपुर— प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा बिलासपुर में एम्स की स्थापना किए जाने की तर्क संगत और अधिकार पूर्वक मांग रखे जाने का तहे दिल से स्वागत करते हुए बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव का बिलासपुर की सम्मानित जनता की तरफ से आभार जताया है ।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी एस सिंहदेव ने कन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर बिलासपुर के लिए प्रदेश के दूसरे एम्स को लेकर दावा ठोका है। अपने पत्र में प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री ने बिलासपुर में एम्स खोले जाने का तर्क भी दियाहै। उन्होने कहा है कि बिलासपुर आबादी के अनुसार प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा संभाग और शहर है। ऐसी स्थिति में यदि प्रदेश को दूसरा एम्स दिया जाता है तो सबसे पहला अधिकार बिलासपुर का है। क्योंकि रायपुर से जितना दूर जगदलपुर है। उतना ही दूरी बिलासपुर से कमोबेश सरगुजा संभाग की भी है। यदि बिलासपुर को एम्स दिया जाता है तो राजधानी की तरह न्यायधानी के साथ न्याय होगा।

श्री सिंहदेव ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडावी को बिलासपुर में एम्स खोले जाने को लेकर लिखे पत्र  में अवगत कराया है कि छत्तीसगढ़ पांच संभाग वाला राज्य है। राज्य के उत्तर में सरगुजा और दक्षिण में बस्तर संभाग है। दोनों की दूरी राजधानी से कमोबेश तीन सौ किलोमीटर से ज्यादा है। केन्द्र सरकार यदि राज्य में एम्स खोले जाने पर विचार कर रही है तो उस पर पहला अधिकार बिलासपुर का है। यदि बिलासपुर में एम्स खोला जाता है तो इस क्षेत्र की जन आकांक्षाओं की जीत होगी।

पत्र में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि बिलासपुर जिला और संभागीय मुख्यालय है। शहर मुम्बई हावड़ा प्रमुख रेल मार्ग पर बसा है। यहां वायु सेवा और विकसित सड़क मार्ग भी है। उत्तर में सरगुजा के सभी जिला बिलासपुर से जुड़े हुए हैं। बिलासपुर संभाग समेत सरगुजा संभाग के लोगों को उच्च चिकित्सा के लिए अधिक दूरी तय कर रायपुर जाना पड़ता है। जाहिर सी बात है कि खर्च के साथ ही मरीजों की जिन्दगी दांव पर होती है। जनसंख्या के हिसाब से भी बिलासपुर रायपुर के बाद दूसरा बड़ा जिला और शहर है। संभाग में करीब एक करोड़ लोगो का घर है।

यदि बिलासपुर में AIIMS स्थापित किया जाता है तो इसका फायदा बिलासपुर जिला समेत मुंगेली, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर चांपा,गौरेला पेन्ड्रा मरवाही को होगा। इसके अलावा एम्स खुलने का फायदा सरगुजा संभाग के सभी 6 जिले और सीमावर्ती राज्य उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, झारखण्ड और ओडिशा के जिले के लोगों को भी होगा।

बिलासपुर के पास एम्स की नजर से जमीन समेत सभी संसाधन है। सिंहदेव ने पत्र में यह भी बताया कि जगदलपुर में शासकीय चिकित्सालय महाविद्यालय के अलावा सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल,कांकेर में नवीन मेडीकल कालेज और अस्पताल संचालित है। इसलिए बिलासपुर में प्रदेश को मिलने वाला दूसरा एम्स का खोला जाना जरूरी है। निवेदन है कि छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति और उत्तर छत्सीगढ़ समेत अन्य राज्यों को ध्यान में रखते हुए बिलासपुर में AIIMS का खोलो जाना उचित होगा।स्वास्थ्य मंत्री की इस महत्वपूर्ण पहल का स्वागत करते हुए बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी एस सिंहदेव और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति पूरे बिलासपुर के सम्मानीय नागरिकों एवं समस्त जन प्रतिनिधि गणो की तरफ़ से बहुत बहुत आभार व्यक्त करता हूँ उनके इस प्रयास से बिलासपुर और आसपास के अन्य ज़िलों के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बड़ी सुविधा बन जाएगी जिसका लाभ सभी को मिलेगा।केंद्र सरकार से निवेदन है कि इस दिशा में शीघ्र बिलासपुर की इस महत्वपूर्ण आवश्यकता को पूर्ण करे।

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