बिलासपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने संकेत में ही यह बता दिया है कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव भाजपा मुख्यमंत्री चेहरे के बिना ही लड़ेगी हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय जनता पार्टी किसी भी प्रदेश में किसी के चेहरे को आगे करके चुनाव लड़ेगी या बिना चेहरे के यह पार्टी का संसदीय बोर्ड तय करता है। मुख्यमंत्री का चेहरा तय करने का अधिकार हम लोगो को नही है। उन्होंने पूरे दमदारी के साथ कहा कि यहां भूपेश बघेल तो क्या भाजपा किसी से नहीं डरती।लोकतंत्र में किसी से डरने का सवाल ही नहीं उठता।भाजपा भाजपा पूरी ताकत और शक्ति के साथ हर बूथ तक पहुंचेगी इसकी तैयारी हम कर रहे है। हमारा उद्देश्य और दौरा सिर्फ 2024 के लोकसभा चुनाव की ही तैयारी नही है बल्कि विधानसभा चुनाव में बहुमत प्राप्त करना है लेकिन मैं इसे चुनौती नही मानता ।
श्री माथुर भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उनसे पूछा गया कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी किसके चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ेगी..? इस पर उन्होंने भाजपा की रीति नीति बताते हुए कहा कि पार्टी का संसदीय बोर्ड ही यह तय करता है कि किस राज्य में पार्टी किस नेता के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी या फिर बिना चेहरे के चुनाव लड़ेगी लेकिन उन्होंने राजस्थान में खूंटा गाड़ देने और सी एम चेहरा जिसे तय करें उसे नही मानने किसी की हिम्मत नही जैसे बयानों से कन्नी काट लिया । उन्होंने हरियाणा , उत्तर प्रदेश और केरल सहित कुछ अन्य राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पार्टी ने किसी नेता के चेहरे को आगे किए बिना चुनाव लड़ा। क्योंकि संसदीय बोर्ड की ऐसी ही राय थी। आगे भी बोर्ड ही इस बारे में निर्णय लेगा। उस संबंध में हम में से कोई भी बोलने के लिए अधिकृत नहीं है। अपने बिलासपुर ,कोरबा राजनांदगांव दौरे को पूरी तरह संगठनात्मक बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां का कार्यभार संभालने के बाद सभी जिलों में प्रवास करना और कार्यकर्ताओं से चर्चा करना तथा संगठन के हिसाब से व्यवस्था करना, यही इस प्रवास का मुख्य उद्देश्य है। पार्टी के अपने अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी देश की अकेली ऐसी पार्टी है जो साल के बारहों माह संगठन को विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय रखती है। चाहे चुनाव हो या चुनाव ना हो। दोनों ही स्थितियों में भाजपा का संगठन सक्रिय रहता है।
छत्तीसगढ़ में आरक्षण विधेयक और राज्यपाल की भूमिका के प्रश्न पर श्री माथुर ने जवाब दिया कि कोई टकराव नहीं है। यह पूरा टेक्निकल मामला है। राज्यपाल ने इस मामले में राय लेने की बात कही है लेकिन कर्नाटक जहां भाजपा की सरकार है वहां के राज्यपाल ने 50 फीसदी से ज्यादा आरक्षण के प्रस्ताव को मंजूरी दी है तो छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं इस प्रश्न को श्री माथुर ने टाल दिया ।इसी तरह नारायण पुर में धर्मांतरण और चर्च पर हमले की घटना में लोगो को उकसाने के आरोप में जिला भाजपा अध्यक्ष की गिरफ्तारी के प्रश्न का भी श्री माथुर ने कोई जवाब नही दिया ।
भाजपा को कार्यकर्ताओं की पार्टी बताते हुए श्री माथुर ने कहा कि कार्यकर्ताओं के दम पर ही दो लोकसभा सदस्यों से 35 साल के भीतर पूर्ण बहुमत की सरकार लाने में भाजपा सफल रही है। इस सवाल पर कि आगामी चुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भाजपा डर रही है क्या..? श्री माथुर ने इसके जवाब में कहा कि भारतीय जनता पार्टी ना तो किसी से डरी है। और ना ही किसी से डरेगी..! पत्रकार वार्ता के दौरान श्री माथुर के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, जिला भाजपा अध्यक्ष रामदेव कुमावत, और भाजपा के सरगुजा प्रभारी राजा पांडे ,हर्षिता पांडेय सहित संभाग व जिले के भाजपा प्रभारी मौजूद रहे।
Sun Jan 8 , 2023
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