– संवाद सीईओ दीपांशु काबरा और टीवी चैनल प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी से स्टूडेंट्स ने की परिचर्चा
– प्रोडक्शन, एचआर और एडिटोरियल टीम में प्लेसमेंट के अवसर
रायपुर। एमिटी विश्वविद्यालय के मास मीडिया विद्यार्थियों ने टेलीविजन पत्रकारिता और जनसंपर्क के व्यवहारिक और वास्तविक पहलुओं को समझने छत्तीसगढ़ के दो प्रतिष्ठित संस्थानों का शैक्षणिक भ्रमण किया। छत्तीसगढ़ सरकार का जनसंपर्क विभाग- संवाद और टेलीविजन चैनल आईएनएच न्यूज।
जनसंपर्क विभाग में संवाद के सीईओ श्री दिपांशु काबरा ने स्टूडेंट्स को बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं को नागरिकों तक पहुंचाने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं। मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म्स के लिए हम विज्ञापन बनाते हैं, एजेंसी और समाचार मीडिया को विज्ञापन देते भी हैं। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल और डिस्प्ले मीडिया के लिए रेट भी हम निर्धारित करते हैं, इस प्रकार छत्तीसगढ़ शासन के अंतर्गत संचालित सभी विभागों के लिए विज्ञापन निर्माण और इनके प्रसार की जिम्मेदारी हमारी है।
डायरेक्टर उमेश मिश्र ने बताया कि जनसंपर्क के सबसे प्रभावी साधन की तलाश में हम कुशल वीडियोग्राफर औऱ मीडियाकर्मियों को विज्ञापन निर्माण के लिए आमंत्रित करते हैं। यू-टूयूबर्स और इंस्टाग्राम इन्फलूएंसर्स को योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए क्रिएटिव वर्क तैयार कर यहां सबमिट करने का अवसर दिया गया है। स्टूडेंट्स को भी वीडियो, डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म, लेख के माध्यम से संवाद से जुड़ने का अवसर प्राप्त है। संवाद एक खुला मंच है, इसमें किसी भी आयु वर्ग के रचनात्मक लोगों के लिए अपार अवसर है।
महाप्रबंधक विनायक शर्मा ने बताया कि स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप कराने की योजना है, इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है, शासन से अनुमति के बाद संवाद में भी स्टूडेंट्स पेड-इंटर्नशिप करते नजर आएंगे। संवाद में नियुक्ति के लिए राज्य लोक सेवा आयोग और व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा समय-समय पर प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की जाती है। पत्रकारिता के क्षेत्र में अनुभवी प्रोफेशनल्स को भी निजी टेंडर के माध्यम से संवाद के लिए कार्य करने का अवसर मिलता है। सभी विभाग में अवलोकन के दौरान विद्यार्थियों को संवाद में प्रकाशित पत्र,पत्रिकाएं और ब्रोशर भेंट की गई। छत्तीसगढ़ से संबंधित रोचक और प्रमाणिक जानकारी इन साहित्य में उपलब्ध है।
टेलीविजन समाचार चैनल आईएनएच न्यूज के प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी ने स्टूडेंट्स को बताया कि रिपोर्टर को एडिटर की जिम्मेदारी नहीं निभानी चाहिए, एडिटर से मिले असाइनमेंट को समय पर पूरा करना ही रिपोर्टर की जिम्मेदारी है, इसका कारण है कि एडिटर ही एकमात्र प्रतिनिधि है जो समाचार की प्राथमिकता निर्धारित करने के लिए अधिकृत है। पत्रकारिता कभी देश का नुकसान नहीं करता, अपराधियों का समर्थन नहीं करता है। पत्रकारिता संस्थान में जॉब की इच्छा रखने वाले स्टूडेंट्स को मल्टीस्कील्ड होना चाहिए, अन्य पर निर्भरता से यहां सर्वाइव करना असंभव है।
इस शैक्षणिक भ्रमण के संयोजक सहायक प्राध्यापक योगेश वैष्णव ने बताया कि ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के अंतिम सेमेस्टर के 30 स्टूडेंट्स ने विभाग अध्यक्ष डॉ केएन किशोर और सहायक प्राध्यापक डॉ. एम. सुरेश, सत्यब्रत दास के निर्देशन में व्यावहारिक पहलुओं को समझा। एक साथ टेलीविजन पत्रकारिता और जनसंपर्क के तकनीक से रुबरु होना स्टूडेंट्स के लिए रोचक क्षण था। दोनों ही संस्थानों से स्टूडेंट्स को सराहना मिली। परस्पर संवाद के दौरान स्टूडेंट्स ने अपनी जिज्ञासा दूर की और अपने उत्तर से मीडिया प्रतिनिधियों को संतुष्ट भी किया।