बिलासपुर- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा नेता,पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह पर हमला बोलते हुए आज यहां कहा कि आदिवासियों और भाजपा के आदिवासी नेताओं की डा रमन सिंह ने दुर्गति कर दी है । अब अकेले केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ही बच गई हैं। डा रमन सिंह और भाजपा ने रामविचार नेताम, नंदकुमार साय, विष्णु देव साय जैसे आदिवासी नेताओं को सक्रिय राजनीति से पीछे धकेल दिया है।
बंगाली समाज के कार्यक्रम में आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा शासनकाल की याद दिलाते हुए कहा कि भाजपा के शासनकाल में नेता मंत्री कभी सड़क मार्ग से बस्तर नहीं जाते थे। मगर आज आप बस्तर सड़क मार्ग से जा सकते हैं । भाजपा के समय केवल राष्ट्रीय राजमार्ग के 5 किलोमीटर के दायरे में ही सरकार थी। बस्तर 15 साल तक नक्सलियों के कब्जे में रहा। हमारी सरकार ने उसको मुक्त कराया।
उन्होंने कहा कि पांच छः सौ से ज्यादा गांव हमने नक्सलियों से मुक्त कराया। नक्सलियों को पीछे धकेला, बस्तर क्षेत्र में सबसे ज्यादा यदि चर्च बने तो भारतीय जनता पार्टी के शासन में बने,धर्मांतरण को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भीआदमी पहले कोई धर्म स्वीकारता है फिर पूजा स्थल बनाता है। ऐसे में वहां अगर चर्च बना है, तो पहले वहां लोग क्रिश्चन बने हैं,15 साल में भाजपा नेताओं ने जितना चर्च बनवाया उतना पहले कभी नहीं बना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ रमन सिंह को कुछ नहीं आता है वह कुछ का कुछ बोलते रहते हैं। रमन सिंह को अपनी और अपनी पार्टी की चिंता करनी चाहिए।