बिलासपुर/विख्यात रंगकर्मी कला मनीषी दादा मनीष दत्त की 83 वीं जयंती आज बाजपेयी परिषद विकास नगर 27 खोली में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
काव्य भारती के अध्यक्ष पूर्व विधायक चन्द्रप्रकाश बाजपेयी ने स्वागत भाषण काव्य संगीत के प्रवर्तक मनीष दत्त के अवदान को अविस्मरणीय बताया। उनकी धरोहर को संजोने के लिये विमर्श का आव्हान किया । वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. विनय कुमार पाठक पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग ने मनीष दत्त के कार्य को युगांतरकारी बताया उन्होंने उनके व्यक्तित्व और अवदान पर शोधकार्य प्रारंभ होने बात कही ।
कड़ी को बढ़ाते हुए डॉ. आर एम भट्टाचार्य ने कहा- दादा ने छत्तीसगढ़ में ऐसी पहली संस्था बनाई जिसने काव्य को संगीत के माध्यम से जन्म दिया । संस्था के सचिव वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. विजय सिन्हा ने कहा- दादा ने बिलासपुर को कलात्मक उत्कर्ष देकर अंतर राष्ट्रीय स्पर्श दिया था । उनके सपनों को साकार करने के लिये मिलकर विस्तार पूर्वक योजना बनायी जावे ।
कार्यक्रम की शुरुआत दादा मनीष दत्त के छाया चित्र पर माल्यापर्ण ,रोचना, तिलक, दीप प्रज्वलित कर किया गया । दादा का जन्म दिवस परम्परा अनुसार कलिंदर फल डॉ. भारती भट्टाचार्य एवं डॉ.उषा किरण बाजपेयी ने काटकर निभाई। कार्यक्रम का संचालन चन्द्रप्रकाश बाजपेयी एवं आभार प्रदर्शन जंगल मितान के अध्यक्ष अखिलेश चन्द्र प्रदीप बाजपेयी ने किया । इस अवसर पर जिन लोगों की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही उनमें सर्वश्री सुशील कुमार दत्ता,द्वारिका प्रसाद अग्रवाल,प्रदीप नारंग,रघुनाथ भट्टाचार्य,शैलेष सिंह,चन्द्रशेखर बाजपेयी,रवि जायसवाल,मनहरन पुरी गोस्वामी,महेश श्रीवास,अंजनी कुमार तिवारी,मनोज सिंह,राम नारायण पटेल,ओम् प्रकाश सहित कई कला साधक उपस्थित थे।
Wed May 10 , 2023
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