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May 20, 2025 2:19 am

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41 लाख रुपए बरामदगी के मामले में गिरफ्तार सरोजनी साहू पिछले चुनाव में कोटा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पाने बहुत जोर लगाई थी, उसी के जाति बिरादरी के भाजपा नेताओं ने उसे बड़े सब्जबाग दिखाए थे

बिलासपुर। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते जा रही है भारतीय जनता पार्टी से जुड़े लोगों की परेशानी भी बढ़ते जा रहे हैं ।अनाचार दैहिक शोषण जैसी घटनाओं में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े लोगों के नाम सामने आ रहा है और अब तो विधानसभा चुनाव में प्रबल दावेदार रही एक महिला का नाम लाखों रुपए की बरामदगी से जुड़ गया है ।कोटा विधानसभा क्षेत्र से पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट के लिए प्रबल दावेदार रही महिला सरोजिनी साहू को सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है मामला पूरी तरह तो उजागर नहीं हुआ है लेकिन सुनियोजित ढंग से चोरी की रिपोर्ट लिखा लाखों रुपए की अफरा तफरी किए जाने का संदिग्ध मामला जान पड़ता है। वन विभाग में ठेकेदारी करने वाली सरोजिनी साहू का भारतीय जनता पार्टी से जुड़े लोगों से संबंध है यह तो सबको पता है और यह भी पता है कि सरोजिनी साहू को वन विभाग में ठेकेदारी का काम किसने दिलवाया ।वन विभाग में ठेकेदारी करते करते 2 दिन पहले उसने अपने घर से ₹20000 की चोरी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करवा दिया। पुलिस द्वारा कई आरोपियों को पकड़े जाने के बाद मामला जब स्पष्ट हुआ तो सबको आश्चर्य हुआ कि सारा मामला प्रायोजित तरीके से हुआ और किसी प्रभावशाली विभागीय अफसर या ठेकेदार के द्वारा रखे गए बड़ी मात्रा में रुपयों की चोरी सुनियोजित ढंग से कराया गया उसके बाद किराए के चोर भी ढूंढ लिए गए। गिरफ्तार आरोपियों में से अधिकांश लोग चोरी चकारी में लंबे समय से संलिप्त रहे हैं। सरोजिनी साहू की बहन ने घर से रुपयों की चोरी करने का प्लान बनाया था ताकि जिस भी बंदे ने लंबी राशि सरोजिनी साहू के यहां रख आया था उसे रुपए चोरी हो जाने का हवाला देकर रुपया वापस लौटाने से बचा जा सके। यही नहीं किराए के चोरों को भी लाखों रुपया देकर यह आश्वासन दिया गया कि पुलिस यदि चोरी के आरोप में उन लोगों को पकड़ लेती है तो कोर्ट से छुड़वाने की जिम्मेदारी उनकी रहेगी। पुलिस ने ₹20000 की चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर चोरों को पकड़ा तो उनके पास 41 लाख रुपए बरामद हुए लेकिन कल शाम से ही इस बात की व्यापक चर्चा है कि सरोजिनी साहू के यहां किसी ने 30000000 रुपया रखवाए थे ।पुलिस यदि कह रही है कि चोरों से 41 लाख रुपए बरामद हुए हैं तो यह मान लिया जाना चाहिए कि ₹410000 ही बरामद हुए हैं। अब प्रश्न यह उठता है कि यह राशि आखिर है किसकी, क्योंकि सरोजिनी साहू ने पुलिस के समक्ष यह प्रस्ताव रखा था राशि जब्ती का उल्लेख ना कर आधे आधे में सौदा कर लिया जाए उसके बाद बात नहीं बनी तो सरोजनी साहू ने साफ इनकार कर दिया की जब्त राशि उसकी नहीं है और वह नाम भी नहीं बताएगी भले उसे जेल भेज दिया जाए ।पुलिस ने मामले को आयकर विभाग को भेज दिया है ताकि पता लगाया जा सके कि जब्त राशि आखिर किसकी है? सरोजिनी साहू 5 साल पहले कोटा विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की टिकट के लिए काफी भागदौड़ की थी। सरोजिनी साहू के ही जाति बिरादरी के वे लोग जो भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं सरोजिनी साहू को भाजपा के टिकट दिलाने का प्रलोभन देकर राजधानी तक दौरा कराया था। हालांकि उसे टिकट नहीं मिलनी थी सो नहीं मिली इसी बीच एक भाजपा नेता के प्रयासों से उसे वन विभाग में ठेकेदार का काम जरूर मिल गया। वन विभाग से उसने फदहाखार में गोबर खाद और उपजाऊ मिट्टी की आपूर्ति करने का ठेका ले लिया । उसके द्वारा वांछित मात्रा में गोबर खाद और उपजाऊ मिट्टी की आपूर्ति की गई या नहीं यह जांच का विषय हो सकता है लेकिन उसका बिल वन विभाग से स्वीकृत होता रहा है।वन विभाग में बिल मंजूर कराने सरोजनी साहू नही बल्कि भाजपा का ही एक नेता लगातार सक्रिय रहा है। वन विभाग में ठेकेदारी के चलते विभाग के कई अफसरों से सरोजनी साहू की पहचान हो गई थी इसलिए यह संभावना जताई जा रही है कि पुलिस द्वारा बरामद रकम निश्चित ही वन विभाग के किसी अफसर की हो सकती है ।चर्चा तो यह भी है कि एक अफसर ने अपना तबादला कराने के लिए होने वाले संभावित व्यय राशि को सरोजनी साहू के यहां रखवाया था ।बहरहाल पुलिस की जांच में स्पष्ट हो सकेगा कि इतनी बड़ी राशि किसकी थी

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