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November 21, 2024 6:07 pm

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न्यायधानी मेरी कर्मभूमि, ना कभी इसे भूल सकता ना ही इसका ऋण कभी चुका सकता – सुप्रीम कोर्ट के नव नियुक्त जस्टिस प्रशांत मिश्रा का हुआ अभिनंदन – व्यक्तिगत लाभ नहीं बल्कि जनहित और समाज के बारे में सोचना चाहिए

बिलासपुर।। सुप्रीम कोर्ट के नव नियुक्त जस्टिस प्रशांत मिश्रा ने कहा है कि न्यायधानी उनकी कर्मभूमि रही है। जीवन में जो भी मिला यहीं से मिला। बस मेहनत करता गया और परिणाम मिलते गए। जस्टिस मिश्रा ने कहा कि जहां भी रहे अपने स्तर पर सद्भावना से बेहतर कोशिश होनी चाहिए। व्यक्तिगत लाभ नहीं बल्कि जनहित और समाज के बारे में सोचना चाहिए।

जिला अधिवक्ता संघ बिलासपुर द्वारा गुरुवार की शाम लखीराम आडिटोरियम में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस प्रशांत मिश्रा का अभिनंदन समारोह रखा गया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता हाईकोर्ट के जस्टिस संजय एस अग्रवाल ने की तो विशिष्ट अतिथि के तौर पर हाईकोर्ट जस्टिस संजय के अग्रवाल, जस्टिस पार्थ प्रतिम साहू, जस्टिस नरेन्द्र व्यास, जस्टिस नरेश चंद्रवंशी, जस्टिस दीपक तिवारी, जस्टिस सचिन सिंह राजपूत, जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक साहू उपस्थित थे।

कार्यक्रम में जस्टिस प्रशांत मिश्रा का जिला अधिवक्ता संघ द्वारा शाल,श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का संचालन जिला अधिवक्ता संघ के सचिव कमल सिंह ने किया स्वागत भाषण संघ के अध्यक्ष चंद्रशेखर बाजपेयी ने दिया। आभार प्रदर्शन क्रीड़ा और सांस्कृतिक सचिव मनोज पाठक ने किया। इस दौरान पूर्व सांसद और सीनियर एडवोकेट गोविंद राम मिरी, एडवोकेट निर्मल शुक्ला, हर्षदेव बनाफर, एडवोकेट प्रतिज्ञा सिंह, अनिल सिंह चौहान, अनुराग बाजपेयी, विवेक रंजन तिवारी, सुरेश पांडे, अजीत सिंह, अनुराग तिवारी व जिला अधिवक्ता संघ व बार के अन्य सदस्य व पदाधिकारी उपस्थित थे।

आप सब द्वारा दिए गए सम्मान से अभिभूत हूँ, सबकी उम्मीदों को पूरा करना मेरी जिम्मेदारी

बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए सुप्रीम कोर्ट के नव नियुक्त जस्टिस प्रशांत मिश्रा ने कहा कि यह सिर्फ मेरी नहीं बल्कि छग की सारी जनता और हर वकील की उपलब्धि है। उन्होंने बिलासपुर बार एसोसिएशन की तारीफ करते हुए कहा कि वकीलों की मेहनत के कारण यह बार इस ऊंचाई तक पहुंचा है। उन्होंने कहा कि वकालत से लेकर हाईकोर्ट और अब सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के तौर पर नियुक्ति के दौरान उन्होंने लंबा सफर तय किया। 16 मई 2023 को जब सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने उनके नाम की अनुशंसा केंद्र सरकार से की तो एक सुखद अनूूभूति हुई और जीवन से शुरूआत से लेकर अभी तक के सारे पहल और पहलू सामने आ गए। जस्टिस मिश्रा ने कहा कि छग के साथ ही देश की जनता को उनसे बेहतरी की उम्मीद है। यह मेरी जिम्मेदारी है और इसे पूरा करने की हर कोशिश होगी।

इससे पहले संबोधित करते हुए कार्यक्रम के अध्यक्ष संजय एस अग्रवाल ने कहा कि हमारे लिए और राज्य के लिए यह गौरव का विषय है कि जस्टिस प्रशांत मिश्रा सुप्रीम कोर्ट के जज बने हैं। यह उनके अथक परिश्रम से हुआ है। मेहनत ही ऊंचाइयों तक ले जाता है, यह एक बार फिर साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि मेहनत का फल कभी तत्काल तो कभी बाद में मिलता है लेकिन मिलता जरूर है। विशिष्ट अतिथि जस्टिस संजय के अग्रवाल ने कहा कि जस्टिस प्रशांत मिश्रा का मार्गदर्शन हम सबको आगे भी मिलता रहेगा, यही उम्मीद है, आज वो हम सबके लिए गौरव के रूप में हमारे बीच उपस्थित हैं। उपरोक्त कार्यक्रम की जानकारी जिला अधिवक्ता संघ बिलासपुर की तरफ से अधिवक्ता अनिल सिंह चौहान ने  दी।

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