लघुउपन्यास से साहित्य-
ग्राम प्रकाशन का शुभारंभ
———————————–
बिलासपुर/किसी भी साहित्यकार के लिए अपनी कृति को लिखना अनुष्ठान है जिसमें वह अपने भावों की समिधा देकर संकल्पों की दीपक जलाता है तब कहीं सृजन साकार होता है।यह विचार वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार केशव शुक्ला के लघु उपन्यास ” शक ” का विमोचन करते हुए मुख्यअतिथि की आसंदी से शिक्षाविद एवं साहित्यकार डॉ. सुनीता मिश्र जी ने व्यक्त किया।
उन्होंने आगे कहा-उनकी रचना का सम्मान करना शहर का सम्मान करना है।उन्हें मैं इस संस्कारधानी में साहित्य के पितामह के रूप में सम्मान देती हूं।
बुक्स क्लिनिक पब्लिकेशन के कुदुदंड स्थित कार्यालय में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या 14 अगस्त की शमनआयोजित इस सादे किंतु गरिमामय समारोह की अध्यक्षता हिंदी साहित्य भारती के अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार अमृतलाल पाठक जी ने की।उन्होंने बताया- सन 69-70 से भाई केशव और मेरी साहित्य यात्रा चल रही है।उन्होंने दो दर्जन किताबें लिखी हैं।विशिष्ट अतिथि के रूप में अशरफी लाल सोनी जी ने भी संबोधित किया।
बिलासा कला मंच के रामेश्वर गुप्ता जी ने कहा-केशव शुक्ला जी की रचनाओं में गहराई है।केशव शुक्ला ने अपने उपन्यास पर चर्चा करते कहा-यह गर्व की बात है कि मेरे लघु उपन्यास का विमोचन साहित्य ग्राम प्रकाशन के प्रथम पुस्तक के रूप में हो रहा है।
समारोह को कहानीकार श्रीमती सर्वेश पाठक,प्रधानाचार्य गोरेलाल साहू राजेश बंजारे ने भी संबोधित किया।
इसके बाद कवि गोष्ठी में डॉ.सुनीता ,अमृतलाल पाठक अशरफीलाल सोनी,सर्वेश पाठक ,केशव शुक्ला,रश्मि रामेश्वर गुप्ता (छत्तीसगढ़ी में), रजनी केशरवानी ने अपनी देश-भक्ति पूर्ण रचना का पाठ किया। श्री शुक्ला का छंदशाला की संयोजिका डॉ. सुनीता मिश्र एवं सर्वेश पाठक,डॉ. डी.डी.पाठक ने शाल,श्रीफल से सम्मान किया।अंत में आभार प्रदर्शन डॉयरेक्टर हितेश सिंह बिसेन ने व्यक्त किया।
इस मौके पर साहित्य ग्राम प्रकाशन की डॉयरेक्टर श्रीमती ऋचा सिंह बिसेन ,शिवमंगल शुक्ला,अनुज सिंह ,राकेश कुमार,दीपक आर्यन ढीमर, सतीश ठाकुर,रानू ठाकुर,गौरी साहू जी,गोरेलाल साहू सहित नगर के अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
छत्तीसगढ़