बिलासपुर।लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का रौब सिर चढ़कर बोल रहा है ।विभाग के डिविजन क्रमांक एक के कार्यपालन अभियंता श्री कापसे पर फर्जी टेंडर और नियमों के विपरीत जाकर चहेते ठेका कंपनी को कार्य देने का आरोप लगा तो उन्हें निलंबित कर दिया गया ।निलंबन आदेश जारी हुए 3 दिन भी नही बीता कि श्री कापसे की जगह डिविजन क्रमांक एक के कार्यपालन अभियंता के प्रभारी का पदभार ग्रहण करने वाले डिविजन क्रमांक दो के कार्यपालन अभियंता ए के चौरसिया पर भी 80 लाख रुपए के चार कार्यों (अनुबंध क्रमांक 62,63,64,और 65) का ठेका आन लाइन प्रविष्ठि किए बिना ही अपने चहेते एक ही ठेकेदार को देने का आरोप लगा है ।आरोप तो यह भी लग रहा है कि इसमें बड़ा घाल मेल हुआ है ।इस मामले की भी निष्पक्ष जांच किया जाना बनता तो है । नीचे दर्शाए गए विभिन्न कार्य का ठेका किसी “रुद्रांश “को दिया गया है।
इस बारे में अधीक्षण अभियंता श्री गोपाल से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा इस बारे में उन्हें पूरी जानकारी नहीं है।मैं जानकारी लेता हूं बेहतर होगा आप कार्यपालन अभियंता ए के चौरसिया से संपर्क कर जानकारी ले सकते है। इधर श्री चौरसिया से उनके मोबाइल पर कई बार संपर्क किया गया मगर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया ।चुनावी साल में जब आदर्श आचार संहिता प्रभावशील होने वाला है तो बहती गंगा में हाथ कौन नही धोना चाहेगा ?