Explore

Search

November 21, 2024 2:45 pm

Our Social Media:

संपन्न परिवारों के एपीएल राशन कार्ड को कूट रचना कर बीपीएल कार्ड में बदल 3 साल से हो रहा करोड़ों का वारा न्यारा, वार्ड वार राशन कार्डो की जांच हो तो बड़ा स्कैंडल आ सकता है सामने

बिलासपुर । खाद्यान घोटाले के कई मामले सामने आए है मगर हम जो खबर बता रहे है वह चौकाने वाला है और इसमें संगठित गिरोह के शामिल होने से इंकार नहीं किया जा सकता मामला यह है कि शहर में एक दो नहीं बल्कि कई कई राशन दुकान दुकान चलाने वाले कुछ लोग और खाद्य विभाग का अमला मिलीभगत करके शहर के अनेकों धनाढ्य परिवारों को महागरीब बना दिया इस बात की खबर उन धनाढ्य परिवारों को है ही नही मगर उन धनाढ्य परिवारों का ए पी एल राशन कार्ड नवनी करण के नाम पर सुनियोजित ढंग से बी पी एल कार्ड में बदल दिया गया और तीन साल से इन धनाढ्य परिवारों के नाम पर बी पी एल कार्ड का राशन  उठाया जा रहा है । इन तीन साल में कई फूड कंट्रोलर और जिला खाद्य अधिकारी आ चुके ।लेकिन जांच किसी ने नहीं करवाई ।जिनके कार्यकाल में इस गड़बड़ झाले की शुरुवात हुई वे सेवानिवृत हो चुके है ।सक्षम  परिवारों के नाम पर कूट रचना कर BPL कार्ड बनाने की जालसाज़ी का यह मामला बड़ा गंभीर है इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ।कुछ दुकान संचालक तो अपने को डंके की चोट पर मीडिया /पोर्टल/ का होना बता इस गड़बड़ी में शामिल हैं ।

बिलासपुर शहर में सक्षम, साधन संपन्न परिवारों की महिलाओं के नाम पर कूट रचना कर APL Card को BPL Card बनाकर ग़रीबों के चॉंवल में बड़े पैमाने पर हर माह लाखों की हेराफेरी किए जाने की जानकारी मिल रही है ।हमारे पास जो जानकारी है उसके मुताबिक राशन कार्ड नंबर 223754568024/

223758632487
223755651261 /223754568024
223753990155
223756304958
223756580793
223759023902
223759912037
223756428867
223757699854
223753435214
223759760140
223757526162
223755183815 समेत सैकड़ों कार्ड में कूट रचना किए जाने की पुख़्ता जानकारी मिली है।संपन्न लोग खाद्य विभाग और राशन दुकान संचालकों के धत कर्म से गरीब और महागरोब हो चुके है और उनके गरीबी राशन कार्ड का राशन कोई और डकार रहा है।
चटर्जी,अग्रवाल, जाजोदिया, गुप्ता , सोनी , जैन, द्विवेदी, पांडेय, सालुंके, पवार, सूरी , सरनेम वाले परिवारों के नाम पर BPL कार्ड बनना अनेक संदेहों को जन्म दे रहा है !
उल्लेखनीय है कि इस जालसाज़ी को कार्ड नवीनीकरण के नाम पर जनवरी 2022 से सितंबर-अक्टूबर 2023 के दौरान अंजाम दिए जाने की संभावना है…
मज़ेदार बात है कि – कार्ड धारियों को भी पता नहीं है कि कूट रचना कर उन्हें BPL Card holder बना दिया गया है !

सवाल जो उठ रहे है***

शहर में वर्ष 2022 में जाजोदिया, सोनी , गुप्ता जैसे सरनेम वालों का BPL कार्ड बना है या नहीं ?  जय माता दी खाद्य सुरक्षा पोषण एवं उपभोक्ता सेवा सहकारी समिति मर्यादित विनोबा नगर दुकान ID401001121और

संस्कृति महिला समूह डीपूपारा

ID – 401001025 के BPL  card की जाँच हुई है या नहीं ?

दूसरा सवाल- जाजोदिया, सोनी , गुप्ता वग़ैरह सरनेम वालों के नवीनीकृत कार्ड में पुराना कार्ड नंबर विलोपित क्यों हुआ ?

पुराना कार्ड नंबर विलोपित करने की अनुमति किसने  दी या अनुमोदन किस अधिकारी ने किया ?

तीसरा सवाल- संपन्न नागरिकों के Ration Cards

APL to BPL converte किस ID से हुआ  ?

IP address क्या है ?

चौथा सवाल- जब संपन्न घरों के APL card ,BPL में Converte हुए तब FC – FI पद पर कौन कौन पदस्थ रहे ?  उस दौरान पदस्थ FC-FI की तथाकथित APL to BPL के खेल में क्या भूमिका है  ? अगर FC – FI की भूमिका नहीं है तो ज़िम्मेदार कौन है ?बताया जाता है कि  इस षड्यंत्र में एक से अधिक और निलंबित दुकान को भी चलाने का ठेका लेकर बैठे  एक काइयां संचालक की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है ।

  सवाल लाख टके का- शहर में  ( विशेषकर जय माता दी खाद्य सुरक्षा पोषण एवं उपभोक्ता सेवा सहकारी समिति मर्यादित विनोबा नगर एवं संस्कृति महिला समूह डीपूपारा) नवीनीकरण के बाद बने BPL कार्ड की विस्तृत जाँच कर बड़े भ्रष्टाचार/घोटाले से पर्दा उठाने की ज़िम्मेदारी कौन लेगा ?

: जनवरी 2022 से सितंबर अक्टूबर 2023 तक के खाद्यान्न वितरण और ए पी एल/बी पी एल कार्डो की सूक्ष्मता से जांच में बड़ा घोटाला सामने आ सकता है । संपन्न परिवारों की महिलाओ का उप नाम वाले राशन कार्डो की सत्यता की जांच हो जाए तो पता लग पाएगा कि कितने संपन्न परिवारों को गरीब ,महा गरीब अभी तक बनाया जा चुका है और उनके नाम का राशन कहां गायब किया या खपाया जा रहा है। इस बारे में सत्यता जानने खाद्य नियंत्रक और खाद्य अधिकारी से उनके मोबाइल नंबर पर कई बार संपर्क किया गया लेकिन या तो उनका मोबाइल बिजी बताता रहा या फिर उन्होंने रिसीव नहीं किया ।

Next Post

कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल को उच्चतम न्यायालय से मिली जमानत

Fri May 17 , 2024
रायपुर। छत्तीसगढ़ के 500 करोड़ से ज्यादा के बहुचर्चित कोयला घोटाला केस में सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी सुनील अग्रवाल को जमानत दे दी है। इससे पहले इंद्रमणि कोल ग्रुप के डायरेक्टर सुनील अग्रवाल की जमानत याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी। उल्लेखनीय है ED ने कोयला घोटाला केस […]

You May Like