कोरबा के जिस रसूखदार युवक को आइसोलेट करने में स्वास्थ्य विभाग के कांपे थे हाथ उस पर नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने दर्ज करवा दिया मामला दर्ज करवा दिया है । कांग्रेस भाजपा नेताओं से सम्बन्ध बता कर यह आइसोलेट भी नही हो रहा था और खुले आम घूम रहा था ।
सारे देश मे जहाँ कोरोना का कहर छाया हुआ हैं, वही छतीसगढ़ भी इस से अछूता नही हैं।मानवता के लिए आफत बने इस वायरस के लिए अभी तक कोई भी मेडिसिन ईजाद नही हुई हैं, सिर्फ और सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग अर्थात लोगो से दूरी बना कर इस से बचा जा सकता हैं, इसलिए पूरे देश मे lokdown चल रहा हैं।यह बीमारी विदेशों से ही भारत मे संचरित हुई हैं, इसलिए सरकार ने अपनी विदेश यात्रा की जानकारी लोगो से देने की अपील की थी,और जनता से भी आग्रह किया था कि कोई यदि आपके आस पड़ोस में भी यदि विदेश से आया हैं उसकी जानकारी देवें ,जानकारी छुपाने पे fir का प्रावधान किया गया हैं, पर एसा लगता हैं,यह नियम सिर्फ आम आदमी के लिए है और रसूखदारों को इस नियम से छूट हैं, इसका नजारा कोरबा में भी देखने को मिला।प्रदेश में अब तक के 9 मामले कोरोना posiitive के सामने आए हैं जिनमे से ज्यादातर लोग विदेश यात्राओं से लौटे लोग भी थे,प्रदेश का नवा मामला कोरबा से सम्बंधित हैं ,जहां के रसूख दार कारोबारी परिवार का युवक कुछ दिनों पहले लंदन से लौटा और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का खुले आम उल्लघन कर के शहर में घूमता रहा ,आफिस जाता रहा और लोगो से मिलता रहा और वो भी तब जब कोरोना का कहर जारी था और सरकार बार बार ये अपील कर रही थी कि खुद से आगे आ कर अपने विदेश यात्रा की जानकारी दे,ये अपने साथ औरो की भी जान के साथ खिलवाड़ हैं, पर प्रदेश के एक बड़े मंत्री का करीबी होने और उनका वरदहस्त होने के कारण युवक को जानकारी देना अपनी शान के खिलाफ लगा ।
यहाँ तक कि स्वास्थ्य विभाग के लोग विदेश यात्रा की जानकारी मिलने पर युवक के ऑफिस भी उसे आइसोलेट करने गए थे पर घर वालो ने कह दिया कि वो घर पर ही रहता हैं कही बाहर नही जाता जबकि उपलब्ध सीसीटीवी में इस बात की पुष्टि भी होती हैं कि युवक आफिस भी जाता था और मिटिंग्स में भी भाग लेता था,पर उसके परिवार की रसूख के कारण स्वास्थ्य विभाग कोई सख़्ती नही दिखा सका और युवक की जांच नही हो सकी।
स्वास्थ्य बिगड़ने पर 29 मार्च को युवक का परीक्षण किया गया,तो रिपोर्ट positive आयी।युवक के कोरोना पीड़ित होने की बात जंगल मे आग की तरह शहर में फैल गयी,और नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा तक पहुँची उन्होंने मामले की गम्भीरता को देखते हुए जुर्म दर्ज करने के आदेश दे दिए
: बताया जाता हैं कि बड़े कोल ट्रांसपोर्ट के कारोबार से जुड़े हुए युवक के घर वालों का राज्य की राजनीति में काफी रसूख हैं ,और कांग्रेस के साथ साथ कई बीजेपी नेताओं से भी मधुर संबंध हैं।उनको विश्वास था कि इतना रसूख रखने के कारण पुलिस उन पे हाथ नही डाल सकती,पर जैसे ही मामला नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के संज्ञान में आया उन्होंने युवक के खिलाफ fir करने के आदेश कोतवाली थाने को दे दिए,उनके आदेश और तहसीलदार की शिकायत पर युवक के विरुद्ध महामारी नियंत्रण अधिनियम 188,269,270,271 के तहत मामला दर्ज कर लिया हैं।एस पी के सख्त रवैये को देखते हुए कोतवाली थाने ने fir दर्ज कर लिया और प्रदेश के एक बड़े मंत्री की रिश्तेदारी भी विदेश यात्रा की जानकारी छुपाने वाले युवक को बचा नही सकी
: पुलिस अधीक्षक की सख्ती से रसूखदारों के होश हुए फाख्ता
नवपदस्थ पुलिस अधिच्छक अभिषेक मीना के सामने अब दूसरी बड़ी ये चुनौती आयी कि संक्रमित युवक कहा कहा गया और किन किन लोगों से मिला उनको भी खोज निकाला जाए और उनको भी आइसोलेट किया जाए,जिसके लिये साइबर एक्सपर्ट के रूप में मशहूर श्री मीणा ने युवक का सीडीआर निकलवाया जिस से उसकी शहर में कई जगह मूवमेंट करने की पुष्टि हो गयी जिस से fiir करवाने के ।लिए भी पर्याप्त आधार पुलिस के पास आ गए और युवक जिन जिन जगहों पे गया हैं उसका पता पुलिस को चल गया जिस से वहाँ के लोगो को ढूढं ढूढं कर आइसोलेट करवाया जा सके।
एस पी की सक्रियता से संक्रमित युवक से मिलने वाले लोगो की कोरबा में छानबीन की जा रही है ।