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November 21, 2024 6:14 am

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विजयवर्धन के जज्बे को सलाम

मोटिवेशनल
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35 बार नाकाम
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फिर सफलता के आयाम
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ऐसे जज्बे को सलाम
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“हारने का अर्थ यह भी जानिए,
जीत की संभावनायें साथ हैं ।”
यह दुनिया उसी का अभिनंदन करती है, जो अपनी जिद पर अडे रहकर ,कठोर संघर्ष करते हैं,और आखिरकार कामयाबी की इबारत लिख डालते हैं. हरियाणा के हिसार शहर के विजय वर्धन की कहानी कुछ इसी तरह की है. जिन्होंने 2018 की UPSC में 104 वीं रैंक हासिल कर भारतीय पुलिस सेवा IPS को अपने नाम कर लिया. अगर आपने अपनी जिंदगी में एक बार भी नाकामयाबी झेली है, तो आपको विजय की कहानी से जरूर रूबरू होना चाहिए. इस कामयाबी से पहले विजय कुछ सरकारी प्रतिस्पर्धाओं सहित 35 इम्तिहानों में मुंह की खाये ,लेकिन हार नहीं मानने, हताश, निराश नहीं होकर लगातार काम्पीटीशन की जंग लडते रहने के कारण वे इतिहास रचने में सफल हो गये .
“विजय”को विजय पतिका फहराने के पहले ये सारी असफलतायें विगत पांच सालों में मिली .इलेक्ट्रॉनिक्स औऱ कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग करने के बाद विजय UPSC की तैयारी करने दिल्ली की ओर मुखातिब हुये.2014 की पहली ही कोशिश में वे असफल हुये. इस परीक्षा में ये एक नहीं पांच बार नाकामयाब हुये.इस बीच
विजय उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब पी सी एस,एस एस सी सी जी एल, एल आई सी, नाबार्ड ,इसरो, हरियाणा आबकारी निरीक्षक, आर आर बी, एन टी पी सी, आर बी आई ग्रेड बी,आदि के इम्तिहान शामिल हुये . अधिकांश काम्पीटीशन में विजय प्रीलिम्स निकाल लिये लेकिन मेन या इंटरव्यू में फिसल गये.लेकिन मान गये अपने नाम को सार्थक करनेवाले विजय के जज्बे को,जिन्होंने हार नहीं मानी और निराशा ,हताशा, भग्नाशा को अपने पास फटकने नहीं दिया . डिप्रेशन (अवसाद ) को अपने भीतर के दरवाजे में घुसने तक नहीं दिया .विजय के कठोर परिश्रम, असीम धैर्य और अप्रतिम साहस को हम सलाम करते हैं. .विजय जैसी शख्सियत नाकाययाबी से कहती है :
“मेरा सबर तू हर तरह से आजमाले ऐ जालिम ,
तेरे हर सितम से मिलते हैं
मुझे नये हौसले.।”
डरपोक ,आलसी और कामचोर लोग सिर्फ औऱ सिर्फ अपने भाग्य को कोसते हुये अपनी गल्तियां अपने मां-बाप अथवा दूसरों के ऊपर थोपते रहते हैं. अरे..
“खाली बैठकर तू भाग्य को न कोसा कर ।
आदमी है अपने हाथ का भरोसा कर ।”सच ही तो कहा गया है :
“संघर्ष जिंदगी है, लडना उसे पडेगा .
जो लड नहीं सकेगा,आगे नहीं बढेगा.
×× ××× ××
कोई भी कायरों का इतिहास क्यों पढेगा ??????

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