बिलासपुर– कोरोना के कारण जारी लॉकडाउन के बीच आखिरकार राजस्थान के कोटा में फंसे 2247 छात्र-छात्राएं वापस छत्तीसगढ़ लौट गए। बिलासपुर पहुंचे बच्चों को सुरक्षित स्थान में क्वारंटाइन किया गया। बिलासपुर के प्रशासन, राजस्व, स्वास्थ्य, निगम, पुलिस एवं अन्य विभाग की देखरेख में सभी बच्चे सुरक्षित बिलासपुर पहुंचे। जहां उन्हें पुलिस सुरक्षा और डॉक्टरों की टीम मौजूदगी में व्यवस्थित ढंग से उतरवाया गया। जिसके बाद कॉम्बो रैपिड किट के माध्यम से छात्रों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।
राज्य में पहुंचे छात्रों में से 281 बच्चे रायपुर, बिलासपुर 76, रायगढ़ 120, जांजगीर चम्पा 69, कांकेर के 16 बच्चे समेत अलग-अलग जिले के छात्र शामिल है।
बिलासपुर में भी द जैन इंटरनेशनल स्कूल, कैरियर पॉइंट इंटरनेशनल स्कूल, एलसीआईटी, सेंट जेवियर स्कूल भरनी और ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल बहतराई में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में बच्चे पहुंचे। बच्चों की जांच पड़ताल कर उन्हें यहां 14 दिन के लिए रखा गया है। मंगलवार को दुर्ग संभाग के करीब 400 बच्चे बिलासपुर के 5 स्थानों में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में पहुंचे हैं। इस दौरान अभिभावकों को भी बच्चों से मिलने की इजाजत नहीं होगी। इस पूरे वक्त में बच्चों की एक-एक जरूरत का ध्यान सरकार रखेगी और यह सब कुछ उन्हें निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा ।बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे ने इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन की है। मंगलवार को जब कोटा राजस्थान से बच्चों की बस बिलासपुर पहुंची तो यहां मौके पर बिलासपुर विधायक भी मौजूद रहे, जिनकी देखरेख में पूरी प्रक्रिया पूरी की गई। सभी बच्चे पूरी तरह स्वस्थ है लेकिन उन्हें 14 दिन के क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा जिसके बाद ही वे अपने-अपने घरों को लौट सकेंगे।