बिलासपुर । शराब दुकाने खोले जाने को लेकर राजनीति जमकर राजनीति हो रही है । मप्र उप्र और उत्तराखंड जैसे भाजपा शासित राज्यो में अरबों रुपये की शराब एक ही दिन में बेचने पर मौन मगर छत्तीसगढ़ में शराब बंदी को लेकर मुखर होने वाले भाजपाई नेताओ पर कांग्रेस पदाधिकारियों ने जमकर हल्ला बोला है और यहां तक कह दिया है कि केंद्र की मोदी सरकार के निर्देश पर ही छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यो में शराब दुकान खोलने का निर्णय प्रदेश सरकारों ने लिया है । प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह देश भर में नोटबन्दी ,जीएसटी और लॉक डाउन लागू किया है उसी तरह वे देश भर में शराबबंदी की घोषणा कर दें ,छत्तीसगढ़ में सबसे पहले शराब दुकाने बंद की जाएगी क्योकि यह कांग्रेस के घोंषणा पत्र में है और घोंषणा पत्र 5 वर्ष के लिए होता है फिर भी मोदी जी घोंषणा करते है तो छत्तीसगढ़ सरकार शराब दुकानें बंद करने में एक मिनट की भी देरी नही करेगी ।
प्रदेश में शराब दुकानों को खोलने पर भाजपा नेताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है ।पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ,नेता प्रतिपक्ष धर्म लाल कौशिक समेत भाजपा शासन काल मे दारू मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल ने भी राज्य शासन को भला बुरा कहने में देरी नही की है जबकि मंत्री रहते हुए अमर अग्रवाल ने वर्ष 2017 में एक बयान में कहा था कि प्रदेश की कोई भी शराब दुकान बंद नही होगी (देखें अखबार की कतरन)
भाजपा नेताओं के हमलावर रवैये पर बुधवार को कांग्रेस संगठन के नेता सामने आए और भूपेश बघेल सरकार का बचाव करते हुए भाजपा नेताओं पर हमला बोला ,उन्हें झूठ बोलने में महारत हासिल होना बताया ।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव , पूर्व विधायक चुन्नी लाल साहू ,प्रेम चंद जायसी, जिला व शहर अध्यक्ष विजय केशरवानी ,प्रमोद नायक ,प्रदेश महामंत्री अर्जुन तिवारी व प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने अपने 15 साल के कार्यकाल में शराब बंदी को लेकर बातें तो बड़ी बड़ी की मगर शराब बंदी नही की और अब उस पार्टी के नेता किस मुंह से शराब बंदी की बात कर रहे । भाजपा के ये नेता पहले ये बताएं कि उत्तरप्रदेश में योगीजी के राज में क्या शराब दुकानों में अमृत बिकता है ,मप्र व उत्तराखंड जैसे धार्मिक राज्य में क्यो शराब बंदी की मांग नही करते ? कांग्रेस नेताओं ने शराब बंदी का इतिहास बताते हुए कहा कि कैसे कई राज्यो में शराबबंदी के निर्णय वापस लिया गया और गुजरात के तमाम होटलों में किस तरह आसानी से शराब मुहैया हो जाती है ।उन्होंने कहा एक झटके में शराब दुकान बंद करने से अन्य राज्यो से शराब तस्करी बढ़ सकती है तथा गांजा भांग आदि की तस्करी भी छत्तीसगढ़ में धड़ल्ले से शुरू हो जाएगी इस वजह से इस पर स्टेप बाई स्टेप निर्णय लिया जाएगा ।
कांग्रेस नेताओं ने लॉक डाउन के दौरान छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गरीब जरूरतमंद व मजदूरों के लिए किए जा रहे कार्यो और दी जा रही सुविधाओ की विस्तार से जानकारी दी तथा मनरेगा के तहत पूरे देश मे छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराने का दावा किया ।