बिलासपुर कोरोना वायरस और लाक डाउन के कारण भयानक आर्थिक मंदी और आर्थिक संकट से जूझ रहे देशवासियों को राहत पहुंचाने के बजाय केंद्र सरकार द्वारा पिछले 20 दिनों से डीजल पेट्रोल के भाव मे लगातार अकारण वृद्धि से चारो तरफ भारी असंतोष और गुस्से का माहौल है । इसे देखते हुए कांग्रेस द्वारा राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत बिलासपुर में भी कांग्रेस नेताओ ने धरना प्रदर्शन किया और मोदी सरकार पर जमकर भड़के ।
पेट्रोल डीजल के मूल्य में केंद्र सरकार द्वारा लगातार बढ़ोतरी के खिलाफ सोमवार को कांग्रेस नेताओं ने राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल की मौजूदगी में नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन किया।इसके बाद सभी नेता रैली की शक्ल में जिला कार्यालय पहुंचे और प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम मूल्य वृद्धि के खिलाफ शिकायत पत्र दिया।
कांग्रेसियों ने पत्र के माध्यम से राष्ट्रपति से निवेदन किया सरकार की मूल्य वृद्धि को को जल्द से जल्द वापस लिया जाए।इसके पहले नेहरू चौक में कांग्रेस के जनप्रतिनिधि पदाधिकारी नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। काग्रेस नेताओं ने कहा लॉकडाउन के पिछले 3 माह के दौरान पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले केंद्रीय उत्पाद शुल्क और कीमतों में बार-बार की गई अनुचित बढ़ोतरी ने नागरिकों को परेशान कर के रख दिया है।
एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं देश स्वास्थ्य व आर्थिक महामारी से लड़ रहा है वहीं दूसरी ओर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि कर जनता को गुमराह कर रहे हैं।बार-बार उत्पाद शुल्क बढ़ाकर मुनाफाखोरी को बढ़ावा दे रहे हैं।कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वर्ष 2014 में जब मोदी सरकार केंद्र में आई तो पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9 रुपये प्रति लीटर था । डीजल पर साढ़े 3 रुप्रति लीटर। पिछले 6 सालों में केंद्र की भाजपा सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 24 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 29 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। पिछले 6 सालों में भाजपा सरकार ने डीजल के उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी की है जबकि पेट्रोल के उत्पादन शुल्क में भी इजाफा किया है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा केवल पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में बार बार वृद्धि कर मोदी सरकार ने पिछले 6 सालों में 18 लाख करोड़ रुपए की कमाई की है। 3 महीने पहले लॉकडाउन लगाए जाने के बाद पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क को बार-बार बढ़ाकर मुनाफाखोरी और जबरन वसूली की जा रही है। देश की जनता चारों तरफ से निराश हो चुकी है लाक डाउन के कारण लोगो की नौकरी जा रही है । आर्थिक हालत खराब है जनता महंगाई से त्रस्त है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा साढे 3 सालों में भाजपा सरकार ने डीजल पर मूल्य और उत्पाद शुल्क साढ़े 26 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल उत्पाद शुल्क साढ़े 21रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया है। जिसके चलते सरकार अप्रत्यक्ष रूप से देशवासियों की आर्थिक शोषण कर रही है।देश के नागरिकों से छल किया जा रहा है।गाढ़ी कमाई को लूटा जा रहा है जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल की कीमत में निम्न उत्तर कमी देखी जा रही है।
कांग्रेसियों ने कहा जब यूपीए सरकार केंद्र में थी। तो कच्चे तेल का दाम 108 अमेरिकी डालर प्रति बैरल था। बावजूद इसके तेल की कीमत बहुत ही कम थी लेकिन आज मोदी सरकार को जनता से स्पष्ट करना चाहिए कि जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल का भाव निम्न से निम्न स्तर स्तर पर है। तो डीजल पेट्रोल का दाम ₹80 के पार कैसे गया। कांग्रेसियों ने कहा यदि सरकार ने मूल्य वृद्धि को वापस नहीं लिया, तो राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस पार्टी जनता के साथ मिलकर संसद से सड़क तक उग्र आंदोलन करेगी।
धरना प्रदर्शन को राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ,विधायक शैलेश पाण्डेय, तखतपुर विधायक रश्मि सिंह , प्रदेश कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव ,रामशरण यादव, ,सभापति शेख नजरुद्दी,अभय नारायण राय, बिल्हा पूर्व विधायक सियाराम कौशिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आशीष सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, जिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण विजय केशरवानी, जिला अध्यक्ष कांग्रेस शहर प्रमोद नायक, शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष सीमा पांडे प्रवक्ता ऋषि पांडेय ,डॉ तरु तिवारी समेत वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं और पार्षदों ,ने भी अपने सम्बोधन में के केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा व केंद्र सरकार को जनता विरोधी बताया ।
धरना प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंस रखने को लेकर कतिपय कांग्रेस पदाधिकारियों के बीच विवाद की स्थिति भी हो गई थी ।