सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद पर मनोनयन आखिर कब होगा? बिलासपुर में डॉ तरु तिवारी का सहकारिता के क्षेत्र में लंबा अनुभव , फिलहाल उनका विकल्प नही दिख रहा बिलासपुर ।बिलासपुर ।जिला सहकारी केंद्रीय बैंक 2 साल से अध्यक्ष और संचालक मंडल विहीन चल रहा है । भाजपा शासनकाल में तो सहकारी बैको को अपेक्स बैक में विलय करने का निर्णय हो चुका था मगर सरकार चली जाने के कारण यह नही हो पाया और भूपेश बघेल सरकार ने भाजपा सरकार के निर्णय को एक सिरे से खारिज कर दिया मगर डेढ़ साल बाद भी सहकारी बैंको में अध्यक्ष मनोनीत नही किया जा सका । बिलासपुर जिला सहकारी बैंक की बात करें तो यहां सहकारी क्षेत्र में प्रदीर्घ अनुभव रखने वाले और भाजपा शासन काल मे भी 15 वर्षों तक लगातार सक्रिय डॉ तरु तिवारी का कोई विकल्प नही दिख रहा ।किसी को उपकृत करने की स्थिति में ही उलटफेर हो सकता है लेकिन भूपेश सरकार जिस तरह गांव गरीब किसानों के हित में फैसले ले रही है उसे देखते हुए सहकारी बैंक अध्यक्ष के पद पर किसी नौसिखिए या अनुभवहीन चेहरे को जिम्मेदारी नही दी जाएगी ।यही वजह है कि डॉ तरु तिवारी एकमात्र प्रबल दावेदार दिख रहे है और उनको अध्यक्ष
बनाने कांग्रेस के तमाम नेताओ ने मुख्यमंत्री से लगातार अनुशंषा की है । जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर मे पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के दौरान रहे अध्यक्षो ने बैंक की वित्तीय स्थिति पर ध्यान रखते हुए निर्णय लेने के बजाय फिजूल खर्चो का अंबार लगाया तथा करोड़ो की वित्तीय अनियमितताओं को अंजाम दिया । कर्मचारी भर्ती में भी भारी भ्र्ष्टाचार व लेनदेन का मामला उजागर हुआ और एक सौ से अधिक कर्मचारी बर्खास्त कर दिए गए मगर जिम्मेदार अध्यक्ष और संचालक मंडल के खिलाफ कोई करवाई नही हो पाई । उधर कांग्रेस में सहकारिता से जुड़े और अनुभवी नेताओ ने बैंक में क्या क्या गड़बड़ी की जा रही है इस पर समय रहते न तो ध्यान दिया और न ही विरोध किया लेकिन डॉ तरु तिवारी एकमात्र ऐसे शख्स रहे जो भाजपा शासन काल मे भी जिला सहकारी बैंक में सक्रिय रहे मगर वे अकेले कर भी क्या सकते थे ।भाजपा नेताओं ने उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखाने सकर्रा सहकारी समिति के चुनाव में सुनियोजित ढंग से धांधली करवाई ।राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद ऐसा लग रहा था कि सरकार जल्द ही निगम ,मंडलों ,आयोग के साथ ही सहकारी बैंकों में अध्यक्षो का मनोनयन जल्द करेगी मगर पिछले डेढ़ साल से यह सम्भव नही हो पाया हालांकि भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही जिला सहकारी बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष पद पर डॉ तरु तिवारी को मनोनीत करने कांग्रेस के पूर्व सांसदों ,विधायकों ,सँगठन के नेताओ से लेकर अधिकांश कांग्रेस् के नेताओ ने मुख्यमंत्री से अनुशंषा करके यह अवगत करा दिया है कि बिलासपुर जिले में डॉ तरु तिवारी अनुभवी ,सहकारिता के जानकार और सक्रिय नेता है और उनका कोई विकल्प नही है ।
यह भी उल्लेखनीय है कि भाजपा शासनकाल में कांग्रेस भवन में पुलिस ने घुसकर जो तांडव मचाया था और कांग्रेस नेताओं पर बेरहमी पूर्वक लाठीचार्ज कर घायल किया था उसमें डॉ तरु तिवारी भी शामिल थे । पुलिस की लाठी से घायल हुए कई कांग्रेस नेताओ को सरकार बनने के बाद संगठन तथा चुनावी टिकट देकर भरपाई कर दी गई मगर डॉ तरु तिवारी अभी भी वंचित है लेकिन उनका कहना है कि उन्हें उनकी राजनैतिक योग्यता और सहकारी क्षेत्र के अनुभव के आधार पर सेवा का मौका दिया जाए ।