कोल इंडिया ने हसदेव अरण्य क्षेत्र के 4 कोल ब्लाकों को नीलामी से हटाने का निर्णय लिया है। कोल इंडिया का यह निर्णय श्रमिक हित में मजदूर संगठनों के द्वारा किए जा रहे आंदोलन और इससे बने दबाव का ही यह परिणाम है। शुरूआती परिणाम बेहतर आए हैं और इसके लिए कोरबा सांसद ने श्रमिक संगठनों के आंदोलन को पूरा समर्थन देने की बात कही है।
कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत ने कहा है कि केन्द्र की सरकार द्वारा देश के 41 कोल ब्लाक जिनमें से 9 कोल ब्लाक छत्तीसगढ़ के भी शामिल हैं, इस कोयले को निर्यात की मंशा से बाहरी कंपनियों, उद्योगों को बेचने के लिए सरकार ने निर्णय लिया है। इस निर्णय के खिलाफ देशभर में श्रमिक संगठनों के द्वारा 2 से 4 जुलाई तक 72 घंटे की सफल हड़ताल की है जिसका मेरे द्वारा एवं पार्टी संगठन के द्वारा पूर्ण समर्थन किया गया है। सांसद ने बताया कि श्रमिक आंदोलन के तेवर व दबाव का ही असर रहा है कि कोल इंडिया ने हसदेव अरण्य क्षेत्र में स्थित 4 कोल ब्लाकों को नीलामी से हटाने का निर्णय किया है। यह निर्णय श्रमिक आंदोलनों की शुरूआती जीत है और श्रम हित के आंदोलनों में हमेशा मेरा पूरा साथ रहेगा।