Explore

Search

November 21, 2024 10:17 am

Our Social Media:

लॉक डाउन के पहले दिन घण्टों झमाझम बारिश,पुलिस को राहत ,सुबह से एक बजे तक सख्ती ,मंत्री ,विधायक,कलेक्टर, एसपी सब निकले सड़कों पर दिए सख्ती पूर्वक समझाइश फिर तेज बारिश से वैसे ही सड़कें हो गई सुनी

बिलासपुर । कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के मद्देनजर जिले में आज से सख्ती पूर्वक लॉक डाउन लागू होने के चलते दोपहर 12 बजे के पहले ही सड़कें लगभग सुनी हो गई ।लोगो ने घरों में दुबके रहने में ही भलाई समझी मगर लाक डाउन को पहले ही दिन से कड़ाई के साथ लागू करने कलेक्टर ,एसपी तो सड़को पर निकले ही राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और विधायक शैलेश पांडेय भी सड़को पर निकल जायजा लेते हुए नागरिकों व पुलिस को समझाइश देते हुए दिखे तथा लॉक डाउन का कड़ाई से पालन करने का आग्रह किया ।

शहर की सड़कों पर पुलिस गश्त व पुलिस के वाहनें भी दौड़ते दिखी यह सब दोपहर एक बजे तक दिखी मगर उसके बाद घण्टों मूसलाधार बारिश होने से पुलिस को मशक्कत करनी नही पड़ी । लोग वैसे ही तेज बारिश के कारण घरों से नही निकले । भारी बारिश से शहर के कई इलाको में पानी भर गया । प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने महापौर रामशरण यादव और निगम सभापति शेख नजीरुद्दीन बरसते पानी मे ही निकल गए और पानी निकासी के लिए निगम अमले को निर्देशित किया । दोपहर एक बजे से हो रही बारिश शाम 5 बजे के बाद भी जारी था ।

बिलासपुर जिले में लॉक डाउन का पहला दिन पुलिस और प्रशासन के लिए राहत भरा साबित हुआ। तेज धूप और उमस के बाद भगवान इंद्रदेव की कृपा से दोपहर एक बजे शहर और आसपास के इलाकों में झमाझम बारिश शुरू हुई जो शाम 5 बजे तक बन्द नही हो पाया था । लाकडाउन को सफल बनाने में बारिश ने अहम भूमिका निभाई। जिससे बारिश प्रभावित इलाके में कोई भी घर से बाहर नहीं निकल सका!

लगभग ढाई घंटे तक हुई झमाझम बारिश के चलते शहर की सभी सड़कें सुनसान नजर आईं और लोग अपने-अपने घरों में ही दुबके रहे! नतीजा यह हुआ की पुलिस प्रशासन को दोपहर एक वजह से लेकर शाम चार पांच बजे तक लाकडाउन को सफल बनाने में जरा भी मेहनत नहीं करनी पड़ी! चौक चौराहों में ड्यूटी पर तैनात पुलिस के जवान भी झमाझम बारिश के दौरान यहाँ वहाँ दुबके रहे! बहरहाल गुरुवार को हुई बारिश को लाकडाउन के पहले दिन प्रशासन के लिए यह बारिश राहत लेकर आया और लॉक डाउन का सख्ती से पालन के लिए उसे पहले दिन ज्यादा जूझना नही पड़ा ।

Next Post

दिल्ली विवि के एडहॉक अध्यापकों की दुर्दशा पर मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल इतने संवेदनहीन आखिर क्यों

Thu Jul 23 , 2020
दिल्ली युवा कांग्रेस प्रभारी डॉ. अनिल कुमार मीणा ने केंद्रीयमंत्री की सोच पर उठाए सवाल दिल्ली विश्वविद्यालय में लगभग 5000 एडहॉक अध्यापक पढ़ाते हैं लेकिन उनकी प्रत्येक 4 महीने बाद जॉइनिंग को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन असंवेदनशील रवैया अपनाता रहता है | मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार ने स्थाई नियुक्ति […]

You May Like