बिलासपुर। सेवानिवृत सहायक उप निरीक्षक से पेंशन अपडेशन के नाम पर ठगी करने वाले झारखंड के गिरोह का बिलासपुर पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए मुख्य आरोपी सहित तीन अन्य साथी को गिरफ्तार किया है । गिरोह के दो अन्य आरोपी फरार है । एसपी प्रशांत अग्रवाल ने ठगी गिरोह को पकड़ने वाली टीम को 10 हजार नकद व प्रशंसा पत्र प्रदान करने की घोषणा की है । पुलिस ने आरोपियों के पास से ठगी की गई रकम में से 7लाख, 50हजार नकदी जब्त की है। ये गिरोहऑनलाईन वेब साईट से सेवा निवृत अधिकारियों-कर्मचारियों का डाटा निकाल कर उनके खाते से रकम निकाल कर ठगी को अंजाम देते थे ।
उल्लेखनीय है कि ईंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से फिक्स डिपाॅजिट खाते से लोन लेकर आरोपियों द्वारा अपराध करने वाले गिरोह ने सेवानिवृत सहायक उप निरीक्षक प्रार्थी पदुमनाथ गुप्ता पिता गेंदराम गुप्ता उम्र 63 वर्ष के फोन पर एक अज्ञात नंबर से फोन आया फोन करने वाले ने अपने आप को छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय के पेंशन शाखा के हेड क्वार्टर का अधिकारी बताते हुए पेंशन संबंधी जानकारी को अपडेट करने के नाम पर प्रार्थी के बैंक खाते एवं ए.टी.एम. कार्ड संबंधी जानकारी पुछ कर 18 एवं 19 जुलाई के मध्य प्रार्थी के खाते से 2995 रूपये एवं प्रार्थी के परिवार के सदस्यों के नाम किये गये फिक्स डिपॉजिट से अलग अलग समय पर कमशः 2लाख 70हजार रुपये व 2लाख 70हजार रूपये तथा 3लाख रूपये कुल 9लाख 2हजार 995 रूपये की ईटरनेट बैंकिंग के माध्यम से ठगी कर अलग अलग खाता नंबरों पर स्थानांतरित कर ए.टी.एम कार्ड के माध्यम से देवघर सरैया हाट , गोड्डा , सभी राज्य झारखण्ड के एटीएम बूथ में जाकर मुंह बांध कर रकम निकाल लिया गया था वहीं प्रार्थी को जब 20 जुलाई को अपने मोबाईल में आये मैसेज के माध्यम से रकम आहरण संबंधी जानकारी एवं ठगी का एहसास हुआ तो उसने सायबर सेल बिलासपुर आकर संपर्क किया, तथा अपने साथ घटित घटना की जानकारी दी । घटना की सूचना से पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल को अवगत कराने पर उन्होंने तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए ।
सोमवार को पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपियों के संबंध में सिटी कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज हुई थी, जिसके बाद साइबर सेल आरोपियों की तहक़ीक़ात में जुट रही , विवेचना के दौरान पता चला कि जिस फ़ोन नंबर से कॉल किया गया था, वह झारखंड के दुमका जिले सरैहा हाट थाना क्षेत्र में आता है, अपराध से जुड़े तार मिलते ही पुलिस बिहार और झारखंड पहुँची और अलग अलग ठिकानों पर दबिश देती रही,
जिनके हाथ झारखंड के 3 आरोपी हाथ लगे, जिनमें संजय कुमार मंडल निवासी दुमका, अमोद मंडल निवासी पोइर हाट, अरुण मंडल निवासी मोतिया सभी झारखंड के रहने वाले शामिल है, वही इस गिरोह के 2 सदस्य मुकेश मंडल और सुमन मंडल निवासी दुमका झारखंड फरार है, जिन्हें भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।
एसपी श्री अग्रवाल खुला करते आगे कहा कि यह आरोपियों की गैंग ने देश के विभिन्न क्षेत्र के शासकीय कर्मचारियों को रिटायर्ड होने के बाद ये शिकार बना रहे थे और फर्जी यूजर आईडी, पासवर्ड के माध्यम ऑनलाइन ठगी को अंजाम देते थे। लेकिन इस बार बिलासपुर पुलिस के हत्थे चढ़ गए। दरअसल वर्ष 2019 में रायगढ़ से सेवानिवृत्त होने के बाद बिलासपुर के गंगानगर फेस 2 मंगला में निवास करने वाले पुलिस विभाग के उपनिरीक्षक पदुमनाथ गुप्ता ने जूना बिलासपुर स्थित एसबीआई के बैंक खाते और एफडी में 9 लाख 2 हजार 995 रुपए जमा कराए थे, जिसे 15 जुलाई को किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन नंबर 8536832422 और 8388974566 से कॉल कर प्रार्थी को पेंशन मुख्यालय से बोल रहा हूँ कहकर एकाउंट नंबर, एटीएम नंबर और पासवर्ड की जानकारी ले ली, 18 जुलाई को कुल 9 लाख 2 हजार 995 को नेट बैंकिंग के जरिये पार कर दिए। जैसे ही प्रार्थी को इसकी भनक लगी उसने बैंक से डिटेल निकालकर थाना सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिनकी शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 420 तहत अपराध दर्ज कर अपनी जांच शुरू की और इसे सुलझा लिया।