बिलासपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रम न सिंह और भाजपा नेताओ से कहा कि पहले वे यह बताएं कि धान का समर्थन मूल्य 2100 रुपए और बोनस देने का वादा करके भी उन्होंने प्रदेश के किसानों को क्यों नहीं दिया ?
छत्तीसगढ़ स्तरीय वर्चुअल किसान सम्मेलन का आयोजन प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने की ,वर्चुअल किसान सम्मेलन को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल , प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया ,प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित मंत्री मण्डल के सदस्य मन्त्रीगण टी एस सिंह देव,ताम्रध्वज साहू,रविन्द्र चौबे,शिव डहरिया, मोह अकबर, कवासी लकमा,पूर्व मंत्री व विधायक धनेंद्र साहू ,राज्य सभा सदस्य श्रीमती फूलो देवी नेताम ने सम्बोधित किया , किसान सम्मेलन का मंच संचालन संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी ने किया । बिलासपुर शहर कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में चारो ब्लाक ,और कांग्रेस जन कांग्रेस भवन में वर्चुअल किसान सम्मेलन से जुड़े । सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि डॉ रमन सिंह और भाजपा के नेता बताए कि भाजपा ने 2100 समर्थन मूल्य और बोनस का वादा कर के क्यो नही दिया ,आज भाजपा बोल रही है 20 क्विंटल की खरीदी करो ? मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की सरकार 4000 करोड़ रुपये टैक्स की राशि पहले दे और भाजपा के नेता बोनस की राशि केंद्र से दिलाये इस पर डॉ रमन सिंह और भाजपा मौन हो जाते है ,मुख्यमंत्री ने कहा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो भी वादा किया है उसका उलट परिणाम आया है ,उसी तरह ये तीन किसान बिल है ,जिसका लाभ चन्द उद्योगपति उठाएंगे ।।
छत्तीसगढ़ प्रभारी पी एल पुनिया ने कहा कि कांट्रेक्ट फार्मिंग से किसान मजदूर हो जाएगा और मूल्य का भार उपभोक्ता पर पड़ेगा। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि इस बिल के लागू होने से सबसे ज्यादा प्रभावित छत्तीसगढ़ होगा क्योंकि छत्तीसगढ़ की आर्थिक व्यवस्था कृषि पर आधारित है ,किसान भूमिहीन हो जाएंगे ,मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे ,और छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश मे अराजकता का माहौल उतपन्न हो जाएगा क्योंकि हर हाथ काम विहीन हो जाएगा। प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा कि कृषि राज्य सूची का विषय है ,जिस पर राज्य सरकारों को देश,काल,जलवायु के हिसाब से नियम और कानून बनाने का अधिकार संविधान में प्राप्त है ,केंद्र की मोदी सरकार संविधान को भी नजर अंदाज कर ,अधिकारों का अतिक्रमण करते हुए ,संसद में बिना चर्चा के इन तीन कृषि बिलो को पास कराकर अम्बानी और अडानी के ऋण चुकाने के काम किया है ,न तो नरेंद्र मोदी किसान है और न ही कृषि मंत्री तोमर ही कृषि मंत्री है ( 2019 लोकसभा चुनाव के शपथ पत्र के अनुसार ) फिर भी अन्नदाताओं के लिए काला कानून बना रहे है । इससे कृषि पर चन्द उद्योपतियों का एकाधिकार हो जाएगा ,और भविष्य में किसान भूमिहीन रह जायेगा।।
शहर अध्यक्ष प्रमोद नायक ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पारित कृषि बिल सोची समझी रणनीति का परिणाम है ,इनसे मंडी व्यवस्था समाप्त हो जाएगी ,जब कांट्रेक्ट फार्मिंग लागू होगा तो समर्थन मूल्य खत्म कर दिया जाया, इस बिल कृषि को आवश्यक वस्तु अधिनियम से बाहर कर दिया गया ,जिससे कालाबाज़ारी और जमाखोरी बढ़ेगी,जब केंद्र सरकार फसल नही खरीदेगी तो राशन दुकान से गरीबो को मिलने वाला सस्ता अनाज बन्द हो जाएगा,समर्थन मूल्य नही मिलने से कृषक ऋण के बोझ में दबे गा और कृषि जमीन बेचने को मजबूर होगा ,ये तीनो कृषि बिल किसान -मजदूर और उपभोक्ताओं के लिए हानिकारक है ,नरेंद्र मोदी की सारी योजनाए चन्द उद्योगपतियो को लेकर बनती है ,उनमे से एक ये कृषि बिल भी है। आभार अखिलेश बाजपेयी ने व्यक्त किया।। कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव,शहर अध्यक्ष प्रमोद नायक,महापौर रामशरण यादव,ज़िला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान , प्रदेश पदधिकारी विष्णु यादव,प्रदेश सचिव गण रविन्द्र सिंह,महेश दुबे,प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय,पूर्व विधायक चन्द्र प्रकाश बाजपेई,सभापति शेख नजीरुद्दीन , पूर्व महापौर राजेश पांडेय,पूर्व शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर,राकेश शर्मा,,देवेंद्र सिंह,धर्मेश शर्मा,सेवा दल अध्यक्ष अशोक शुक्ला,ऋषि पांडेय,पार्षद गण राजेश शुक्ला,रमाशंकर बघेल,मनीष गरेवाल,राम प्रकाश साहू,अब्दुल खान,अजय यादव,सीमा घृतेश,सन्ध्या तिवारी,,परदेशी राज,सूरज मरकाम,पुष्पेंद्र साहू,सुभाष ठाकुर ,शैलेन्द्र जायसवाल,,ब्लाक अध्यक्ष तैय्यब हुसैन ,अरविंद शुक्ला,विनोद साहू,अजय यादव,पुष्पा दुबे,सीमा पांडेय,रीता मजूमदार,मंजू त्रिपाठी,अज़रा खान ,चन्द्र प्रदीप बाजपेयी,विधि प्रकोष्ठ के सन्दीप दुबे,अफरोज खान,अशोक भंडारी,बद्री यादव,एस एल रात्रे,अमृत आनन्द,अर्जुन सिंह,संजय साहू,मोती कुर्रे,मोती ठारवानी,कमल टुसेजा,मोह हफ़ीज़,अजय साहू,अजय काले,मोह अयूब,अब्दुल सलीम कुरैशी,आशीष शर्मा,भजन कुमार,सुरेश कश्यप,राज बंजारे, अमित दुबे,जहुर अली,हरमेन्द्र शुक्ला,राज यादव,पूना कश्यप,महेंद्र यादव,अभिषेक रजक,नवीन राव,शेखर राव,शंकर कश्यप,शंकर्यादाव,जी एल जोशी,अतहर खान,पूजा प्रजापति,हेमलता साहू,अनुपरुणा,रॉबिन्सन,शेख समीर,प्रीति प्रधान,दुर्देशी धनगर,संजय मिश्रा,गोविंद,विनय जांगड़े,जय ,पवन कुर्रे,गजेंद्र साहू,रामेश्वर सिंह,महेंद्र नेताम,सकेश मिश्रा,जय यादव,बापी डे, मनीराम साहू,भरत जोशी,तिलक नेताम,शिव चरण,राजेन्द्र वर्मा,नीलेश मांदेवार,संस्कार पांडेय,नारायण ,रमेश गुप्ता,आरती ठाकुर,तरुणी सारथि, सन्तोष भोई,आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थे ।