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November 21, 2024 11:11 am

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मैं अभिमन्यु नहीं का दावा करने वाले अमित जोगी और पत्नी ऋचा जोगी को मरवाही के चुनावी संग्राम से बाहर का रास्ता दिखाया गया ,दोनो का नामांकन पत्र ख़ारिज ,उपचुनाव हुआ बेनूर

बिलासपुर । मरवाही विधानसभा के उपचुनाव में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने एक दिन पहले ही कहा था कि वह अभिमन्यु नहीं है और चुनाव मैदान से सबको पछाड़ कर बाहर आयेगा लेकिन चुनाव मैदान से आज उन्हें और उनकी पत्नी ऋचा जोगी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया । अजजा होने के पुख्ता प्रमाण पेश नहीं के पाने और उनकी जाति को लेकर कांग्रेस व गोंगपा के आपत्ति और सुनवाई करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने अमित जोगी और उनकी पत्नी के नामांकन पत्र को ख़ारिज कर दिया । नामांकन पत्र ख़ारिज होने की खबर पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है । पिछले 20 वर्ष में यह पहला अवसर होगा जब मरवाही में जोगी परिवार के बिना चुनाव होगा । नामांकन निरस्त होने पर कांग्रेसी खेमे में हर्ष का माहौल है तो अमित जोगी ने कई गंभीर आरोप लगाए है । अब मरवाही में जोगी कांग्रेस से पार्टी का कोई और चुनाव लड़ेगा क्योंकि अमित जोगी ने कुछ भी हो जाने की आशंका में दो और लोगो से नामांकन दाखिल करवाया है । प्रमाण पत्र की जांच के लिए गठित छानबीन समिति ने अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र रद्द कर दिया

जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अमित जोगी की जाति प्रमाण पत्र को लेकर 90 मिनट से ज्यादा बहस चली मगर अमित की दाल नहीं गल पाई । अब छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस और जोगी परिवार के राजनैतिक अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है । अमित जोगी शान्त नहीं बैठने वाले है ।वे एक बार फिर न्यायालय की शरण में जायेंगे इसमें कोई दो राय नहीं है लेकिन खिलाफ यदि एफ आई आर होती है तो उसकी मुश्किलें और बढ़ जायेंगी ।

दरअसल नामांकन की जाँच के दौरान अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र निरस्त किए जाने का अभिलेख ज़िला निर्वाचन अधिकारी को पेश किया गया । यह आदेश बीते 15 अक्टूबर को जारी होना उल्लेखित है। यह आदेश राज्य स्तरीय जाति छानबीन समिति ने जारी किया है।जिसमे अमित जोगी के खिलाफ एफ आई आर तक का निर्देश है । शनिवार का दिन जोगी परिवार के लिए बेहद राजनैतिक संकट भरा साबित हुआ है । जिसे सिर्फ और सिर्फ अमित जोगी को ही सामना करना होगा । स्व अजीत जोगी के जीतेजी जो नहीं हो पाया वह अब हो रहा है । आने वाला समय अमित जोगी और उसके परिवार के लिए। राजनैतिक झंझावतों से भरा होगा इसमें कोई सन्देह नहीं है । अब अमित जोगी सचमुच में अभिमन्यु हो गया है और राजनैतिक कुटिलता के संग्राम में चारो ओर से घिर गया है ।

राज्य स्तरीय छानबीन समिति ने अमित जोगी के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया है। अमित जोगी ने हालाँकि उच्च स्तरीय छानबीन समिति के इस आदेश को लेकर नियमों का हवाला देते हुए तर्क दिया है कि इस आदेश की ना कॉपी दी गई ना जवाब देने का समय दिया गया । उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति का 16 अक्टूर को आदेश की कॉपी जारी की गई थी। समिति ने अमित जोगी को कंवर नहीं माना है। अमित के पिता अजीत जोगी का भी जाति प्रमाण पत्र पहले ही रद्द हो चुका था। इसलिए अब अमित जोगी का भी जाति प्रमाण पत्र रद्द कर दिया गया। बता दें इससे पहले ऋचा जोगी का भी जाति प्रमाण पत्र निलंबित किया जा चुका है मगर अमित जोगी जोगी ने इसके बाद भी ऋचा जोगी से नामांकन भरवाया मगर नामांकन पत्रों की स्कूटनी के दौरान अमित जोगी के साथ ही ऋचा जोगी का भी नामांकन फार्म ख़ारिज कर दिया गया ।

।नामांकन पत्रों की छानबीन के दौरान शनिवार को भारी गहमागहमी और बहस के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी व उनकी बहू ऋचा जोगी का पर्चा रद्द किया गया ।उनका जाति प्रमाण पत्र निलंबित किए जाने की वजह से उनका पर्चा भी रद्द किया गया है ।जिसके लिए आपत्तियां लगाई गई थी ।इस खबर के बाद जोगी कांग्रेस में हड़कंप की स्थिति है ।जबकि कांग्रेश में खुशी का माहौल दिखाई दे रहा है ।

जैसा कि मालूम है कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी 2019 के पिछले विधानसभा चुनाव में मरवाही सीट से विधायक चुने गए थे ।पिछले मई में उनके निधन के बाद यह सीट खाली हुई है ।जिसके लिए उपचुनाव कराए जा रहे हैं। 16 अक्टूबर को नामांकन का अंतिम दिन था ।आखरी तारीख तक 19 पर्चे भरे गए ।उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की छानबीन शनिवार को भारी गहमागहमी के माहौल में शुरू की गई। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल करने वाले अमित जोगी का नाम 11 वे नंबर पर आया ।उनके नामांकन पर कांग्रेस की ओर से कई लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई ।निर्वाचन अधिकारी को सूचना दी गई कि उच्च स्तरीय छानबीन करनी कमेटी ने 15 अक्टूबर को अमित जोगी के कंवर जाति का प्रमाण पत्र निलंबित कर दिया है ।इस आधार पर अनुसूचित जाति जनजाति के लिए रिजर्व मरवाही सीट से उनका नामांकन रद्द किया जाना चाहिए ।निर्वाचन अधिकारी ने लम्बी बहस के बाद उनका परिचय रद्द कर दिया।

इस दौरान अमित जोगी ने भी जिला निर्वाचन अधिकारी के सामने अपना पक्ष रखा ।बंद कमरे में उन्होंने काफी समय तक अपनी बातें रखी ।लेकिन जानकारी मिली है कि वे अनुसूचित जनजाति के रूप में अपना कोई प्रमाण पत्र पेश नहीं कर सके। इस आधार पर मरवाही विधानसभा उपचुनाव में उनका नामांकन रद्द कर दिया गया । दोपहर करीब 2:15 बजे इस
संबंध में घोषणा की गई। इस मौके पर उर्मिला मार्को की ओर से पक्ष रखने के लिए अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव और कांग्रेस प्रत्याशी डॉ केके ध्रुव की ओर से पक्ष रखने के लिए अधिवक्ता संदीप दुबे उपस्थित रहे।

अमित जोगी का कहना था कि रातों रात उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति ने मेरा प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया।इसकी खबर मुझे छोड़ बाक़ी सबको थी! मैंने उसे पढ़ने के लिए समय माँगा, वो भी नहीं दिया!

गौरेला जिला निर्वाचन कार्यालय में मरवाही विधानसभा उप-चुनाव के लिये भरे गये नामांकनों की स्क्रूटनी की कार्रवाई शुरू की गई। जिला निर्वाचन अधिकारी डोमन सिंह के समक्ष आज संत कुमार नेताम तथा कांग्रेस की ओर से राज्य स्तरीय जाति छानबीन समिति की ओर से 15 अक्टूबर 2020 को पारित आदेश की प्रतिलिपि सौंपी गई जिसमें बताया गया था कि 31 अक्टूबर 2013 को जारी उनका कंवर जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार अमित जोगी के पास वर्तमान में कोई वैध कंवर जाति प्रमाण पत्र नहीं है इसलिये उनका नामांकन निरस्त किया गया है।
ज्ञात हो कि बीते 15 अक्टूबर को उनकी पत्नी ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र भी निलम्बित किया गया है। इस पर भी आपत्ति कर दी गई ।क्यूउल्लेखनीय है कि जिला स्तरीय सत्यापन समिति मुंगेली ने उनका गोंड आदिवासी जाति प्रमाण पत्र निलम्बित कर दिया गया है।
नामांकन निरस्त करने के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमित जोगी ने कहा कि मेरे अलावा राज्य स्तरीय छानबीन समिति की रिपोर्ट की सबको जानकारी थी। ‘
गौरेला में आज अमित जोगी और ऋचा जोगी के नामांकन की स्थिति क्या रहेगी इसे क्यूलेकर सुबह से गहमा-गहमी चल रही थी। बीते कई दिनों से कयास लगाये जा रहे थे कि उनकी जाति को लेकर चल रहे विवादों के चलते उनके चुनाव लड़ने पर संकट गहरा सकता है। सूत्रों के मुताबिक ऋचा जोगी का नामांकन पत्र निरस्त होने की स्थिति में पार्टी की ओर से दो और नामांकन दाखिल कराये गये हैं, जिन पर जकांछ दांव खेल सकती है मगर चुनाव अब बेनूर रहेगा । कांग्रेस भाजपा के बीच फिर भी सीधा मुकाबला नहीं होगा । अब अमित जोगी के ऊपर निर्भर करेगा कि उसका समर्थन किस प्रत्याशी को होगा ।

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