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November 21, 2024 2:34 pm

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मुंगेली के बाद अब जांजगीर चांपा जिले की पुलिसिंग कमान नारी शक्ति के हाथों में ,सभी महत्वपूर्ण पदों पर काबिज हो निभा रहीं जिम्मेदारी

बिलासपुर । कुछ वर्ष पूर्व प्रदेश में एकमात्र जिला मुंगेली ऐसा था जहां सभी प्रमुख प्रशासनिक पदों पर महिला अधिकारी विराजमान थी यहां तक कि जनप्रतिनिधियों के पदों पर भी महिला नेत्रियों का वर्चस्व था ।सिर्फ विधायक और सांसद का पद ही महिला नेतृत्व से अछूता रहा ।मुंगेली जिले के बाद अब जांजगीर चांपा जिला ऐसा हो गया है जहां पुलिस अधीक्षक से लेकर कानून व्यवस्था संभालने वाले अधिकारियों का नेतृत्व महिलाओं के हाथो में है ।

महिलाओं के महापर्व पर नवरात्रि पर सारे देश ने जहां शक्ति का प्रतीक नारी शक्ति स्वरूपा माँ भगवती की आराधना की वही दूसरी ओर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जिला जांजगीर चांपा ऐसा हैं जहां पुलिसिंग की कमान सम्हालने वाली नारियां ही हैं,जहाँ की पुलिसिंग के सारे महत्वपूर्ण पदों को महिलाएं ही सम्हाल रही हैं और अपनी जिम्मेदारी को बखूबी अंजाम दे रही हैं।राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस जिले में 6 विधानसभा सीटे आती हैं और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत भी इसी जिले से विधायक हैं व पूर्व उपाध्यक्ष वर्तमान में जांजगीर चाम्पा से विधायक हैं,इसी तरह बसपा से प्रदेश में सिर्फ दो ही विधायक हैं जिनमे पामगढ़ से इंदु बंजारे व जैजैपुर से केशव चंद्रा प्रतिनिधित्व कर रहे है ।उसी तरह कृषि प्रधान जिला जांजगीर अब औद्योगिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हो चुका हैं यहां मड़वा पावर प्लांट,वर्धा,लाफार्ज सीमेंट फेक्ट्री,डीबी पावर प्लांट,अमझर पावर प्लांट हैं।

इस बड़े और महत्वपूर्ण जिले की न केवल कमान सम्हालने वाली महिला हैं बल्कि जिले के सभी बड़े और महत्वपूर्ण पदों पर महिला अधिकारी ही काबिज है जो जिले में लॉ एंड ऑर्डर सम्हाल रही हैं।यहां पुलिस अधीक्षक के अलावा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और तीन डीएसपी भी महिलाएं है,और यहां तक पुलिस लाइन की जवाबदारी भी महिला अफसर के हाथ मे ही हैं।
जांजगीर जिले की पुलिस की कमान वर्तमान में 2008 बेच की आईपीएस श्रीमती पारुल माथुर के हाथों में है।श्रीमती माथुर के लिए छत्तीसगढ़ होम कैडर हैं,मूलतः पारुल माथुर का रायपुर गृह जिला हैं,और उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा रायपुर में ही रह कर के पूरी की है और फिर दिल्ली के श्री राम कालेज में इतिहास विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया और यूपीएससी की तैयारी कर अपने दूसरे ही प्रयास में पूरे देश मे 132 रैंक ला कर सलेक्शन हासिल किया और सेवा के लिए अपने पिता की तरह ही आईपीएस की सर्विस चुनी।गौरतलब हैं कि श्रीमती माथुर के पिता राजीव माथुर भी छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस ऑफिसर रहे हैं औऱ डीजी रैंक तक पहुँच कर सेवा निवृत हुए हैं।जाहिर सी बात है कि श्रीमती माथुर को पुलिसिंग बचपन से ही घर मे ही देखने को मिली और उनके पिताजी के लंबे अनुभव का फायदा और मार्गदर्शन भी श्रीमती माथुर को स्वभाविक तौर पर मिलता रहता हैं हालांकि अब खुद भी पुलिसिंग में कई वर्ष बिताने और कई जिलों की कप्तानी करने के बाद श्रीमती माथुर की गिनती प्रदेश के परिपक्व अफसरों में होती हैं।
श्रीमति माथुर जांजगीर जिले की कमान 22 फरवरी 2019 से सम्हाल रहीँ हैं।इनकी पदस्थापना के दौरान ही जांजगीर जिले का बहुचर्चित पाठक रेप कांड हुआ जहाँ जिले के कलेक्टर रहें आईएएस जनकप्रसाद पाठक पर एक आदिवासी महिला ने एनजीओ का काम दिलाने का झांसा दे कर बलात्कार करने का आरोप लगाया था।जिला दंडॉधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहने वाले बडे अफसर के खिलाफ लगने वाले गम्भीर आरोप को देखते हुए श्रीमती माथुर ने खुद ही प्रकरण को संज्ञान में ले कर सारे तथ्यो की जांच कर एफआईआर दर्ज करवाया।इस मामलें में एफआईआर दर्ज होने के बाद श्री पाठक को सस्पेंशन तक का सामना करना पडा।

श्रीमती माथुर अपने कैरियर के शुरुआती दिनों से ही सख्त मिजाज के लिए चर्चित रहीं हैं,बिलासपुर में प्रशिक्षु आईपीएस के रूप में सीएसपी के पद पर पदस्थापना के दौरान प्रदेश के एक रसूखदार और प्रभावशाली मंत्री के करीबी एल्डरमेन के यहां एक मामले में छापा मार दिया था।
जांजगीर- चाम्पा जिले में जांजगीर और चाम्पा दोनो महत्वपूर्ण शहरी अनुविभाग में महिला अफसर ही एसडीओपी के पद पर पदस्थ हैं।जिनमें श्रीमती पद्मश्री तंवर चाम्पा में और दिनेश्वरी नंद जांजगीर में पदस्थ हैं।वही महिला अपराध अनुसंधान इकाई में 2011 बेच कीं डीएसपी श्रीमती माधुरी धिरहि खान पदस्थ हैं जो जिले में होने वाले महिला अपराधों के साथ ही साथ डीएसपी हेडक्वार्टर के रूप में जिला पुलिस मुख्यालय के सारे ऑफिसियल कार्य भी निपटा रहीँ हैं।श्रीमती खान का कार्य इसलिए भी प्रशंशनीय हैं क्योकि एक वर्ष के छोटे से बच्चे की माँ होने के बाद भी बच्चे के साथ ही साथ अपने कार्यो को बखूबी अंजाम दे रहीं हैं।श्रीमती खान के पति भी बिलासपुर जिले में पुलिस विभाग में थानेदार के पद पर पदस्थ हैं।
रक्षित निरीक्षक के पद पर भी इस जिले में महिला अधिकारी श्रीमती मंजूलता केरकेट्टा पदस्थ हैं जो लाइन में रिजर्व पुलिस बल के साथ ही साथ पुलिस एमटी वर्कशाप की जिम्मेदारी सम्हाल रहीं हैं। लाइन से जिले के कार्यो के लिए बल उपलब्ध करवाना और लाइन की जिम्मेदारी बखूबी सम्हाल रहीं हैं।
इसी तरह महिला थाना प्रभारी के पद पर श्रीमती उमा गुप्ता पदस्थ हैं।व एसपी आफ़िस में शिकायत शाखा में जिले भर से आने वाली शिकायतों की स्क्रूटनी उपनिरीक्षक श्रीमती सरस्वती निषाद करती हैं।कार्यालत में भी श्रीमती द्रोपती पटेल उपनिरीक्षक(एम) व श्रीमती एल्सा टण्डन सहायक उपनिरीक्षक(एम) के पद पर पदस्थ हैं

: जिले के दूसरे महत्वपूर्ण पद पर 2005 बेच की पीसीएस अफसर मधुलिका सिंग हैं जो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अधीक्षक के पद पर पदस्थ हैं।श्रीमती सिंग आफिस में बैठने से ज्यादा फील्ड में ड्यूटी करने और पूलिसिंग कि कसावट के लिए मशहूर हैं,और कप्तान के कंधे से कंधा मिला कर जिले में कानून और व्यवस्था बना रहीँ हैं।

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