बिलासपुर । ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्यों का भगवान ही मालिक है । आजकल पूर्व सरपंचों द्वारा भी निर्माणकार्य का काम लेकर या फिर पेटी कांट्रेक्टर के रूप में कार्य कर शासकीय राशि को चुना लगा रहे है ।पेटी कांट्रेक्टर द्वारा घटिया काम कर स्वीकृति की राशि पूरा ले रहे है ।कोई अधिकारी राशि भुगतान में अडंगा लगाता है तो उसका भी विकल्प इन पेटी कांट्रेक्टरों के पास है यानी किसी भी तरह का जुगाड़ जमा राशि वसूल करने में ये माहिर है ।
मुंगेली जिले के पथरिया में वार्ड क्रमांक 2 में स्थित पठान डबरी तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए जल संसाधन विभाग (मुंगेली डिवीजन अंतर्गत उपसंभाग पथरिया )द्वारा 02.5 करोड़ रुपए का काम राजू पाण्डेय नामक कांट्रेक्टर को दिया गया ।राजू पाण्डेय ने भारारी के पूर्व सरपंच विनय शुक्ला को यह काम पेटी कांट्रेक्टर के रूप में करने दे दिए।
तालाब का सौंदर्यीकरण पेटी कांट्रेक्टर विनय शुक्ला ने किस तरह किया है यह मौके पर जाकर देखा जा सकता है ।तालाब के बाहर लगाया गया रेलिंग उखड़ चुका है ।घटिया और गुणवत्ता विहीन सौंदर्यीकरण के काम की पोल पहली बारिश में खुल गई ।वहां भी विनय शुक्ला द्वारा बनाए गए सीसी रोड बारिश में आधे से ज्यादा बह गए । शिकायत होने पर लीपापोती कर मामला दबा दिया गया ।
घटिया काम की शिकायत पथरिया एस डी एम के मार्फत कलेक्टर मुंगेली को ग्रामीणों ने कर कारवाई की मांग की थी मगर कारवाई तो दूर जब राशि भुगतान की बारी आई तो पेटी कांट्रेक्टर ने अपनी राजनैतिक तिकड़म से भुगतान करवाने में सफल हो गया । तालाब सौंदर्यीकरण के काम घटिया होने से एस डी ओ पथरिया ने जब भुगतान करने से इंकार किया तो विभागीय मंत्री को ग़लत जानकारी देकर एस डी ओ को वहा से हटवाकर दूसरे एस डी ओ से अपना भुगतान करवाने में पेटी कांट्रेक्टर सफल हो गया ।
इस बारे में नगर पंचायत पथरिया के सभापति सम्पत जायसवाल ने बताया कि घटिया निर्माण की शिकायत हमने कलेक्टर से की थी मगर पेटी कांट्रेक्टर ने कुछ स्थानों पर लीपापोती कर मरम्मत करवा दिया था । तालाब में लगाए गए रेलिंग बहुत जल्दी उखड़ गए । जिला प्रशासन ने शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की ।बगैर बेस के बनाए गए सीसी रोड भी ज्यादा दिन नहीं टिक पाया और अधिकांश भाग बारिश में बह गया ।तालाब के पूरे पचरी में क्रेक्स आ चुके है मगर पेटी कांट्रेक्टर तो अपना भुगतान पाने में सफल रहा है ।
इधर पथरिया के कुछ जिम्मेदार लोगो ने चर्चा के दौरान कहा कि वे जल संसाधन विभाग से सूचना का अधिकार अंतर्गत तालाब सौंदर्यीकरण के काम की पूरी जानकारी हासिल करेंगे और पूरी गड़बड़ी की जानकारी व शिकायत जल संसाधन विभाग के उच्च। अधिकारियों से करके कारवाई की मांग करेंगे ।