रायगढ़ जिले के धर्मजयगढ़ थाना क्षेत्र के पुलिस चौकी रेरुमा के ग्राम बरहामडा से अपहृत 12 वर्षीय बालक को रायगढ़ पुलिस ने उच्चा धिकारियों के निर्देशन में अपहर्ताओं के चंगुल से सुरक्षित छुड़ा लिया है और तीन अपहर्ताओं को गिरफ्तार भी कर लिया है, रायगढ़ पुलिस टीम को रेंज आईजी दीपांशु काबरा ने 30 हजार इनाम देने की घोषणा की हैं।
उल्लेखनीय है कि रायगढ़ के धरमजयगढ़ थाना अंतर्गत रेरुमा चौकी के ग्राम बरहामुड़ा से 12 वर्षीय बालक का अपहरण गुरुवार की शाम को तब कर लिया गया जब वह गेंहू पिसवाने साईकल से गया हुआ था,काफी देर तक बालक के वापस न आने और अपहर्ताओं का फिरौती के लिए फोन आने पर बच्चे के पिता संजू बड़ा ने चौकी पहुँच कर चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक जेम्स मिंज को इसकी जानकारी दी,जिस पर चौकी प्रभारी द्वारा तत्काल उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी गईं, रायगढ़ एसपी ने इसकी जानकारी आईजी दीपांशु काबरा को दी,तब आईजी ने एसपी को निर्देशित किया कि तत्काल घटना स्थल पहुँचे और पूरे आपरेशन को स्वयं लीड करें, आईजी के निर्देश पर एसपी सन्तोष सिंग ने खुद ही कमान सम्हाल ली और कई टीमें गठित कर आईजी के निर्देशन में लगातार कई जगह दबिश दे कर अपहृत बालक को सुरक्षित बरामद कर लिया।इस दौरान आईजी लगातार रायगढ़ पुलिस के सम्पर्क में बने रहें व मार्गदर्शन प्रदान करते रहें।ऑपरेशन सफल होने पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और डीजीपी डीएम अवस्थी ने ट्वीट कर रायगढ़ पुलिस की सफलता के लिए शाबाशी दी ,व आईजी ने 30 हजार नगद इनाम की घोषणा जांच टीम के लिए की
ज्ञातव्य है कि, गुरुवार रात को जिले की पुलिस चौकी रैरूमा खुर्द के क्षेत्र में एक 12 वर्षीय बालक को किडनैप कर आरोपियों उसके परिजनों से 5 लाख की फिरौती की मांगी थी। घटना की सूचना पर जिला पुलिस के आला अधिकारी रात में ही चौकी पहुंचे। जिसा एसपी चौकी पहुंचकर एक टीम अपहृत बालक को रेस्क्यू करने के लिए तैयार किया। टीम को हथियार से लैस कर जंगल अंदर रवाना किया गया। टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों के मंसूबे पर पानी फेर कर बालक का सकुशल बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक आरोपी हाल ही में चोरी के मामले में शामिल था।
टीम ने की कड़ी पूछताछ
इसके साथ ही पुलिस की टीम ने बच्चे के परिजनों सहित ग्रामीणों से पूछताछ की। जिसमें पता चला की बच्चे के पिता ने हाल हीं में जमीन बेची है और गाड़ी खरीदने वाला है। जिसके बाद अपहरण करने की वजह फिरौती लेना समझ आया। ऐसे में पुलिस की टीम ने आपराधिक पृष्ठभूमि और वारदातों में शामिल लोगों से पूछताछ शुरू की। इस बीच पुलिस को चोरी मामले में पकड़ा गया संदिग्ध अरूण टोप्पो और उसके गांव के विकास तिर्की के अपहरण में संलिप्त होने की अपुष्ट जानकारी मिली। इस पर पुलिस ने विकास तिर्की, अरूण टोप्पो एवं उसके एक साथी को संदेह के दायरे में रखा। साथ ही पता चला कि तीनों गुरुवार से गांव में हैं.
वहीं पुलिस को शुक्रवार सुबह सूचना मिली कि 3 नकाबपोश लोगों ने जंगल में एक बच्चे को हाथ-पैर बांध कर रखा है। जानकारी के पुखता होने पर एसपी के निर्देश पर टीम ने जंगल के भीतर पहुंची। बच्चे को सही सलामत बचाने के लिए पुलिस ने आरोपियों को चारों ओर से घेर लिया। जिसके बाद पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के कब्जे से बच्चे को छुड़ाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
लॉकडाउन में गई नौकरी तो बनाया अपहरण का प्लान
तीनों में से एक आरोपी विकास तिर्की लॉकडाउन से उड़िसा के राउरकेला में नौकरी करता था। इस लॉकडाउन के कारण नौकरी चली गई। वह बेरोजगार होकर घर में बैठ गया। जिसके बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जल्द ही उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। अपहरण कांड को 12 घण्टे में सुलझाने वाली पुलिस टीम के लिए आईजी काबरा ने की 30 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है ।।