।। गलत तरीके से हटाए गए ठेला व्यवसाईयो का पंचायत के माध्यम से पुनः व्यवस्थापन की मांग ।।
कुंडा (कबीरधाम)प्रशासन जब भी अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाता है तो रसूखदार और बड़े कब्ज़ा धारी साफ बच जाते है और गरीबों तथा रोज कमाने खाने वाले अंतिम पंक्ति के लोग ही ज्यादा प्रभावित होते है उनकी रोजी रोटी कमाने का जरिया प्रशासन के अधिकारी छीन लेते है ।कारवाई के वक्त ऐसे निरीह लोगो की कोई बात नहीं सुनी जाती क्योंकि उनका कोई राजनैतिक आका या संरक्षक नहीं होता । कुंडा में कुछ ऐसी ही कार्रवाई हुई है जिसमे वर्षो से काबिज लोगो का रोजी रोटी छीन लिया गया । प्रशासन में उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही ।
हाल ही में विकास खंड पंडरिया अंतर्गत उप तहसील कुंडा में नायब तहसीलदार एवं ग्राम पंचायत सरपंच के माध्यम से मुख्य मार्ग के नाली के पार कुंडा एवं आसपास के कुछ गरीब ग्रामीणों के द्वारा ठेला गाड़ी एवं ठेला, खोमचा रखकर इस तरह के महंगाई एवं रोजगार के लिए भागमभाग भरी जिंदगी में अपने परिवार की गाड़ी को बहुत ही कष्टमय तरीके से खींचते हुए कुंडा में आम जनता एवं गरीब मजदूर ठेला लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते रहे हैं । ज्ञात हो कि स्थापित ठेलेवासियों को इसके पूर्व ग्राम पंचायत कुंडा के पूर्व सरपंच एवं कुंडा के नायब तहसीलदार के द्वारा बस स्टैंड एवं बाजार परिसर को छोड़कर धंधा के अनुसार किसी को 80 वर्ग फीट, किसी को 100 वर्ग फीट जमीन देकर उनके रोजी मजदूरी एवं जीवन यापन में ग्राम पंचायत के साथ ही साथ शासन सहयोग किया हुआ था । ऐसे में वर्तमान सरपंच एवं नायब तहसीलदार के द्वारा नाली के इस पार सड़क में आए ठेले को हटाने की बात कहीं गई थी। जिस पर सभी व्यवसायीगण तैयार हो चुके थे।
लेकिन अचानक किसी पंच के कहने मात्र से ही सरपंच एवं नायब तहसीलदार अचानक अपनी रुख को बदलकर नाली के अंदर एवं बाहर के समस्त खेला, चक्का गाड़ी एवं खोमचा को हटाकर मानो कुंडा के आम जनता एवं गरीब मजदूर वर्ग के लिए सुनामी साबित हो गये । ऐसे में हटाए गए समस्त फुटकर व्यवसायी ग्राम पंचायत सरपंच कुंडा एवं नायब तहसीलदार के माध्यम से शासन प्रशासन से मांग कर रहे है कि बस स्टैंड एवं बाजार प्रांगण को छोड़कर सड़क के किनारे नाली के अंदर पुनः स्थापित किया जाए ।
अभी जो उनके साथ एकाएक ठेला आदि को हटाने की कार्रवाई हुई है इस कार्रवाई का समस्त व्यापारी ग्राम पंचायत व नायब तहसीलदार के साथ ही शासन-प्रशासन कड़ी निंदा कर रहे हैं ।