बिलासपुर -ज़िला शहर कांग्रेस कमेटी ने 23 जनवरी को सुबह 10.00 बजे ,नेताजी चौक सरकंडा में सुभाष चन्द्र बोस की 125 वी जयंती मनाई और उनके आदमकद प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर नेता जी को कांग्रेस जनो ने याद किया । इस अवसर पर नगर विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि नेता जी सुभाष चन्द्र बोस का जीवन हमे संघर्ष करने की प्रेरणा देती है ,विषम परिस्थिति में भी हमे अपने सिद्धांतों से समझौता नही करना चाहिए,उन्होंने आज़ाद हिंद फौज का गठन कर अंग्रेजो के विरुद्ध युद्ध की घोषणा की और लम्बी लड़ाई लड़ा गया ,पर ऐसे महान स्वतन्त्रता सेनानी की मेहनत पर चन्द देशद्रोहियो ने पानी फेर दिया जब आज़ाद हिंद फौज में सैनिक भर्ती किया जा रहा था,तब जयचन्दों ने अंग्रेजी सेना में भर्ती के लिए लोगो को उत्प्रेरित कर रहे थे, ,ज़िला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान ने कहा कि सुभाष चन्द्र बोस ने प्रारम्भिक संघर्ष कांग्रेस के साथ किये ,दो बार कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे ,पर क्रांतिकारी विचार ने उन्हें नई दिशा दी ,वे अंग्रेजो को भगाने के लिए कई देशों की यात्रा की ,सहयोग मांगा, वे 1939 में फारवर्ड ब्लाक का गठन किया , ज़फ़र अली, हरीश तिवारी ने कहा कि बोस के जन्म कटक में एक सम्पन्न परिवार में हुआ ,बोस कुशाग्र बुद्धि के थे ,बचपन से ही अंग्रेजो के व्यवहार से छुब्ध थे ,उन्होंने जनता में जोश भरने के लिए अनेक नारे दिए ,तुम मुझे खून दो मैं तुन्हें आज़ादी दूंगा, दिल्ली चलो, जय हिंद , सुभाषचन्द्र बोस ने महात्मा गांधी को पहली बार राष्ट्रपिता कहकर संबोधित किया । कार्यक्रम में चन्द्र प्रकाश बाजपेयी, राजेश शुक्ला,विनोद शर्मा, त्रिभुवन कश्यप, माधव ओत्तालवार, एस पी चतुर्वेदी, ब्रजेश साहू, एस एल रात्रे, चन्द्र प्रदीप बाजपेयी,विनोद साहू,रीता मजूमदार,शिल्पी तिवारी,आशा सिंह, चन्द्र शेखर मिश्रा,अनिल पांडेय,,पूना राम कश्यप,निर्मल मानिकपुरी,राजेश शर्मा,मनोज शर्मा,शंकर यादव,सिकन्दर बादशाह,दिनेश सूर्यवंशी,प्रसून सोनी आदि उपस्थित थे ।