हलषष्ठी – खमरछठ का व्रत डॉ0 पालेश्वर प्रसाद शर्मा माताएं-ममता] वात्सल्य की साक्षात् प्रतिमाएं हैं। अपनी संतान पाने और उनकी रक्षा के लिए जाने कितने उपाय करती हैं- याने बच्चे के लिए आकाश पाताल एक कर देती हैं – उन्हें बंध्या-बांझ कहलाना कभी स्वीकार नहीं। शास्त्र में एक बच्चे की […]