।।बस्तर के झीरम घाटी में 13 बरस पहले 25 मई 2013 को कांग्रेस की परिवर्तन रैली में नक्सलियों ने हमला कर कांग्रेस के कई बड़े नेताओं की जान ले ली थी ।इस घटना को लेकर तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा जांच उसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी “एन आई ए”द्वारा जांच की जाती रही साथ ही छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश प्रशांत मिश्रा की अध्यक्षता में एक सदस्यीय न्यायिक जांच कमेटी भी पूरे घटना की जांच कई वर्षो से कर रही है ।सरकार बदल गई लेकिन किसी भी जांच एजेंसी की रिपोर्ट अभी तक नही आ पाई है वही एन आई ए के समक्ष कई कांग्रेस नेता अपना बयान दर्ज कराने गुहार लगा चुके है ।इसी क्रम में डा शिव नारायण द्विवेदी ने भी एक आवेदन एन आई ए को भेजकर कहा है कि वह भी झीरम नक्सली हमले के दौरान प्रत्यक्षदर्शी थे और नक्सलियों की गोली से घायल हुए थे ।वह भी कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा में शामिल हुए थे ।तब वे प्रदेश कांग्रेस के सचिव और कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष थे ।झीरम घाटी नक्सली हमले की घटना को 8 वर्ष हो गए मगर उनका अभी तक बयान नहीं लिया गया है ।इसलिए घटना का प्रत्यक्षदर्शी होने के नाते उनका भी बयान लिया जाए । डा द्विवेदी ने अपने पत्र में एन आई ए से और क्या कहा है यह उनके पत्र से अवलोकन करें
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Thu May 20 , 2021