बिलासपुर ।जिले को मिलने वाले लगातार तीसरे आईआईटीयन एसपी होंगे दीपक झा । राज्य शासन के द्वारा 30 जून को बृहद पैमाने पर किये गए आईपीएस के तबादलो में बिलासपुर एसपी बन कर आये 2007 बैच के आईपीएस दीपक झा जिले के लगातार तीसरे एसे एसपी होंगे जो आईआईटीयन हैं, इससे पहले अभिषेक मीणा मुंबई आईआईटी से ,फिर प्रशान्त अग्रवाल खड़गपुर आईआईटी से उसके बाद अब दीपक झा भी आईआईटियन एसपी हैं, जिन्होंने कानपुर आईआईटी से मैकेनिकल ब्रांच से 2001 में अपना ग्रेजुएशन कम्प्लीट किया हैं।इंजीनियरिंग के बाद श्री झा पेट्रो कम्पनी में कार्यरत थे,जहाँ समाज के लिए वृहद रूप से कुछ अलग करने की चाह के चलते यूपीएससी दिला कर अपने चौथे प्रयास में सन 2007 में आईपीएस बने।आईपीएस बनने के बाद छत्तीसगढ़ कैडर आबंटित होने के बाद यहां कोंडागांव, महासमुंद बालोद,रायगढ़, बस्तर,ईओडब्ल्यू, व एसटीएफ़ में कप्तानी करते हुए अब जा कर बिलासपुर में कप्तानी करेंगे।श्री झा सख्त के साथ सोशल पुलिसिंग के लिए जाने जाते हैं, अपने हर जगह के कार्यकाल में इन्होंने समाज के निचले तबके के लिए अभिनव प्रयास किये हैं।बस्तर में पदस्थापना के दौरान वहां के गरीब आदिवासी युवाओ को प्लेन की सवारी करवा कर उनके सपनो को पंख लगाने का काम श्री झा ने किया था।
बस्तर में बनाया क्विक रिस्पांस टीम:-
बस्तर में लंबे समय से थानों में पड़ी शिकायतो का निराकरण नही होने पर एसपी दीपक झा ने क्विक रिस्पांस टीम बनाया,जो सीधे उन्हें रिपोर्ट करती थी,लम्बे समय से पेंडिंग शिकायतो की जाँच के लिए घटनास्थल में जाने से ले कर के पीड़ितों को मदद भी मुहैया करवाया जाता था,उम्मीद हैं कि बिलासपुर में भी इस सुविधा को आगे बढ़ाया जाएगा।
एनसीआर कम्पनी के देश भर में संचालित 4000 एटीएम में गड़बड़ी का पता लगा सुधरवाने किया पत्राचार, ताकि न हो सकें ठगी:-
जगदलपुर में स्टेट बैंक में एटीएम की सुविधा देने वाली एनसीआर कम्पनी की त्रुटि का पता लगा ठगों ने सवा करोड़ रुपये की ठगी कर ली थी।दरअसल एनसीआर कम्पनी के एटीएम में यह फाल्ट था कि जब रकम निकाला जाता था,तो नोट निकलने वाले खाँचे को ठग नोट निकलते समय पकड़ लेते थे और सारे नोट निकाल कर सिर्फ एक नोट छोड़ देते थे,जो एटीएम में वापस अंदर चला जाता था,एक भी नोट के वापस अंदर जाने पर ट्रांजेक्शन फेल बताता था।इस तरह से एक नोट छोड़ कर ठग पुरी रकम भी ले लेते थे और फिर ट्रांजेक्शन फैल होने का दावा कर के बैंक से भी रुपये क्लेम कर लेते थे।एसा कर के स्टेट बैंक को ठगों ने 47 बैंक खातों के सहारे सवा करोड़ का चूना लगाया था।यह फाल्ट सिर्फ एनसीआर कम्पनी के एटीएम में था,जिसके देश भर में तकरीबन 4 हजार एटीएम सन्चालित थे,जिसे सुधरवाने के लिए एसपी दीपक झा ने स्टेट बैंक प्रबंधन से पत्राचार किया था,ताकि आगामी भविष्य में हो सकने वाली ठगी को रोका जा सकें।
चित्रकोट उपचुनाव शांति पूर्ण निपटाने में हुए सफल:-
एसपी दीपक झा के जगदलपुर कार्यकाल के दौरान ही चित्रकोट में उपचुनाव हुए, जहाँ 229 बूथों में से 190 संवेदनशील व अति संवेदनशील बूथ थे,जहाँ अंदरूनी क्षेत्रो में बूथों को सुरक्षा प्रदान कर शांतिपूर्ण चुनाव निपटाने में सफल रहें थे।
फेम इंडिया मेग्जिन एशिया पोस्ट में टॉप 10 में रहे शामिल:-
दीपक झा प्रदेश के इकलौते आईपीएस हैं जिन्हें फेम इंडिया मैगजीन के सर्वे में देश के 50 कप्तानों की सूची में 8 वा स्थान मिला हैं।लोकप्रिय और बेहतरीन पुलिस कप्तान के लिए हुए सर्वे में 12 मापदंडों जिसमें क्राइम कंट्रोल, लॉ एंड ऑर्डर में सुधार, पीपुल्स फ्रेंडली, दूरदर्शिता, उत्कृष्ट सोच, जवाबदेह कार्यशैली, अहम फैसले लेने की त्वरित क्षमता, सजगता, व्यवहार कुशलता को पैमाना मान कर सूची तैयार की गई थी।
**महिला सुरक्षा के लिए लाइसेंस निरस्त करने जैसे कठोर कदम:**-
महिला सुरक्षा के लिए छेड़छाड़,बलात्कार,हत्या आदि में शामिल आरोपियों के द्वारा अपराध में प्रयुक्त होने वाले वाहनों की जब्ती के साथ ही आरोपियों का 5 वर्ष के लिए लाईसेंस निरस्त करने की कार्यवाही हेतु आरटीओ से मिल कर इंट्रीग्रेटेड प्लान श्री झा ने तैयार किया था।
**अधिकारियों की कमी के साथ जुझते हुए बिलासपुर में पुलिसिंग होगी चुनौतीपूर्ण:**-
श्री झा के लिए पुलिसिंग में अधिकारियों की इस वर्ष हुई कमी चुनौतीपूर्ण होगी,पिछले वर्ष अधिकारियों की भरमार होने पर पुलिस अधिकारीयो को नाम मात्र ही कार्यविभाजन किया गया था,पर इस वर्ष स्थिति भिन्न हैं।पिछले वर्ष अप्रेल माह में अजाक डीएसपी व हेडक्वार्टर डीएसपी रिटायर हो गए थे,उनकी जगह पर डीएसपी पीसीराय को प्रभार दिया गया था,जो खुद ईसी माह रिटायर होने वाले हैं, उनके रिटायरमेंट को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सृष्टि चन्द्राकर को चार्ज दिया गया था,पर उनका भी तबादला आदेश आ गया।ट्रैफिक डीएसपी सत्येंद्र पांडेय व चकरभाठा सीएसपी सुनील डेविड के सेवानिवृत्ति के पश्चात उनकी जगह डीएसपी ललिता मेहर को पदभार सौपा गया था,पर उनका भी तबादला आदेश जारी हो गया।कोतवाली सीएसपी निमेष बरिया का भी प्रमोशन हो चुका है, जिनका तबादला आदेश कभी भी आ सकता हैं।कुल मिला कर यदि पुलिस मुख्यालय से नए डीएसपी की पोस्टिंग जिले में नही होती तो अधिकारियों की कमी से जूझते हुए पुलिसिंग करना श्री झा के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी।
**तीन महिला डीएसपी के कंधों पर हैं जवाबदारी:-“**
अब जिले में तीन महिला डीएसपी ही स्थायी रूप से पदस्थ रहेंगी जिसमे सरकंडा सीएसपी निमिषा पांडेय हैं जिनके ऊपर महिला थाना की भी अतरिक्त जिम्मेदारी हैं।दूसरी सिविल लाइन सीएसपी स्नेहिल साहू व तीसरी कोटा एसडीओपी रश्मित कौर चावला हैं।