बिलासपुर । बिजली विभाग वाले सरकंडा क्षेत्र को और यहां रहने वाले उपभोक्ताओं को दोयम दर्जे का समझते है तभी तो पूरे शहर में बिजली चालू रखते है मगर सरकंडा क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ठप करने में कोई कोताही नहीं बरतते ।बरसात पूर्व मेंटेनेश के नाम पर मई जून में घंटो बिजली बंद करते है लेकिन ये कैसा मेंटेनेंस है कि आकाश में बदली देखते ही सरकंडा क्षेत्र की बिजली पहले बंद करते है ।रविवार को भी जब चिलचिलाती धूप दिन में थी तो सरकंडा क्षेत्र में कई बार बिजली बंद की गई उसके बाद शाम को बारिश नही होने के बावजूद शाम 7 बजे से खबर लिखने तक बिजली बंद है जबकि अर पा पार नदी का जल स्तर बढ़ने पर प्रशासन ने हाई एलर्ट घोषित कर मुनादी करवाया है नदी किनारे के क्षेत्र में बिजली बंद होने और अंधेरा होने से कोई भी दुर्घटना हो सकती है मगर बिजली वालों को कौन समझाए ।बिजली बाद होने से त्रस्त लोग जब पुल के उस पार सिम्स की ओर देखते है और बिजली की जगमगाहट देख गुस्से के मारे उबलते है मगर वे और कर भी क्या सकते है ?
सप्ताह भर पहले नागरिकों द्वारा लगातार बिजली बंद होने की शिकायतो पर शहर विधायक शैलेष पाण्डेय ने बिजली विभाग के आला अफसरों की बैठक लेकर नागरिकों की शिकायतो का तत्काल निराकरण करने का निर्देश दिया था । तकनीकी कारणों से बिजली बंद करने का कारण समझ में आता है मगर ये तकनीकी समस्या सिर्फ सरकंडा क्षेत्र में ही क्यों रहती है इसका स्थाई हल क्यों नहीं किया जाता यह समझ से परे है।सरकंडा क्षेत्र के उपभोक्ताओं से बिजली विभाग के अफसर पता नही कौन सा दुश्मनी का बदला ले रहे है ?