बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद लगातार साम्प्रदायिक और मजहबी तत्वों के हौसले बुलंद हुए है, कवर्धा में निर्दोषो की निःशर्त रिहाई उन पर दर्ज फर्जी मुकदमा हटाने और घटना की न्यायिक जॉच की मांग करते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित कवर्धा की घटना एवं निर्दोष लोगों के ऊपर एकतरफा कार्यवाही के विरोध में प्रदेश कांग्रेस सरकार के खिलाफ जिला स्तरीय धरना को विकास भवन के सामने नेहरू चौक में संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि कबीरधाम जिला सनातन आस्थाओं के कारण हमेशा से शांति और सद्भाव का टापू रहा है, ऐसे शहर में रायपुर से गए 2018 के विधानसभा चुनाव में मोहम्मद अकबर ने प्रदेश में अधिकतम मतो से जीत दर्ज की। उसके बाद वहॉ मजहबी साम्प्रदायिक तत्वों के हौसले बुलंद है। राजनीतिक दवाओं से पुलिस की एकतरफा कार्रवाई के कारण माहौल और अधिक अनियंत्रित व तनावपूर्ण हो गया है, फलस्परूप कवर्धा में 37 वर्षो बाद कर्फ्यू लगाने की नौबत आ गई। दंगे जैसी स्थिति के दौरान लोगों को घरों से बाहर खीच कर पकड़-पकड़ कर बर्बरता से पिटाई की गयी। इस एक पक्षीय कार्रवाई में बड़ी संख्या में युवाओं को पुलिस ने गैर कानूनी ढंग से पकड़ा। इनमें कुछ लोगों को छोड़ दिया और कुछ लोगों की गिरफ्तारी बाद में दिलायी गयी। उन्होंने कहा कि असली उत्पात मचाने वालों और हथियार चलाने वालो के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने इस घटना के लिए मुख्यरूप में तहसीलदार और थानेदार को जिम्मेदार ठहराया वहीं कलेक्टर और एस.पी द्वारा ऐसे तत्वों को संरक्षण देने का आरोप लगाया।
पूर्व मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अमर अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कवर्धा की घटना के विरोध में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने विकास की अवधारणा को लेकर छ.ग. राज्य की स्थापना की थी। वर्ष 2003 से 2018 तक मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के नेतृत्व में 15 वर्षो तक भाजपा के मुख्य मंत्र सबका साथ सबका विकास के साथ प्रदेश का चंहुमुखी विकास हुआ। प्रदेश में सांस्कृतिक साम्प्रदायिक सौहार्द एकता व सद्भाव बनी रही। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों पर बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज किया जाता है, किन्तु कांग्रेस सरकार सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ कर लोगों को बरगलाना चाहते है। मुख्यमंत्री बघेल के पिता एक वर्ग विशेष के विरूद्ध लगातार जहर उगलते रहे, किन्तु उन्होंने कभी इसका विरोध नहीं किया। उन्होंने लाठी चार्ज करने का आदेश देने वाले अधिकारियों व एक वर्ग विशेष के लोगो जो हथियार लेकर उनके बगल में खड़े थे ऐसे अधिकारियों को निलंबित करने और ऐसे मुख्यमंत्री जो संविधान की रक्षा नहीं कर सकता उसे तत्काल अपने पद से इस्तीफा देने की मांग की। उन्होने उपद्रवियों को संरक्षण देने वाले मंत्री का तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है।
सांसद अरूण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे शांति के टापू जहॉ शांति भाई चार परस्पर सौहार्द है वहॉ लोगों की नजर लग गई है। कांग्रेस सरकार जो काम कर रही है वह घोर निंदनीय है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री मोहम्मद अकबर के इशारे में कवर्धा में जो देखने को मिला वह शर्मनाक है। पिछले 3 वर्षो से कवर्धा में शांति भंग करने की भूमिका तैयार की जा रही थी।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री भूपेन्द्र सवन्नी ने कहा कि जिला स्तर पर पूरे प्रदेश में कवर्धा के मामले को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास रहा है इसके राज में हमेशा दंगा फसाद हुए। कांग्रेस हमेशा लोगो को बांट कर आपसी भेदभाव फैलाकर राज करती रही। छत्तीसगढ़ शांति का टापू रहा है यहॉ कांग्रेस ने सामाजिक समरसता भंग करने का प्रयास किया है। । उन्होंने कवर्धा मामले की न्यायिक जॉच करने की मांग की है।
मस्तूरी विधायक डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा कि कांग्रेस सरकार और प्रशासन के रवैये के कारण कवर्धा जो शांत क्षेत्र रहा है, वहॉ अशांति छा गई। कांग्रेस में राजनीतिक दृष्टि से सम्प्रदाय विशेष को अपना विशेष संरक्षण प्रदान किया गया। कांग्रेस के सदैव सम्प्रदायवाद को बढ़ावा दिया है।
बेलतरा विधायक रजनीश सिंह ने कहा कि कवर्धा की घटना में प्रशासनिक गुंडा गर्दी साफ नजर आ रही थी।
भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत ने कहा कि 70 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं और दर्जन भर भाजपा नेताओं को झूठे और गंभीर आरोपों में मुकदमा दर्ज कर एक पक्षीय कर्रावएमना के जिम्मेदार लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय ने कहा कि हमारी भावना सदैव वसुधौव कुदुम्बकम की रही हैं भाजपा की संस्कृति ही अंत्योदय है जहॉ सभी जाति, वर्ग धर्म के लोगों मिलजुल कर रहेते है। कांग्रेस सदैव वोट बैंक की राजनीति करती है फलस्परूप कवर्धा जैसी घटना को सदैव बढावा देते है।
युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष निखिल केशरवानी एवं महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष जयश्री चौकसे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आपस में सभी मिल जुलकर रहते है, विशेष समुदाय के पक्ष में प्रशासन मौन है और कोई कार्रवाई नही की गई, जिसकी हम निंदा करते है।
धरने का संचालन भाजपा जिला महामंत्री मोहित जायसवाल ने किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पूजा विधानी, अमरजीत सिंह दुआ, लवकुश कश्यप, कांशी साहू, किशोर राय, बृजभूषण वर्मा, तिलक साहू, अवधेश अग्रवाल, रामू साहू, एस कुमार मनहर, सुनीता मानिकपुरी, राजेश सूर्यवंशी, संजीव पाण्डेय, बृजेन्द्र शुक्ला, कृष्ण कुमार कौशिक, विक्रम सिंह, चन्द्रप्रकाश सूर्या, लखन पैकरा, तामेश्वर कौशिक, पल्लव धर, कृष्ण कुमार शुक्ला, अशोक विधानी, राजेश सिंह, , सीमा पाण्डेय, दीपक सिंह, श्याम साहू, बेनी गुप्ता, गोविंद यादव, जुगल किशोर अग्रवाल, निम्मा जीवनानी, अजीत सिंह भोगल, सोमेश तिवारी, रमेश लालवानी, चन्द्रप्रकाश मिश्रा, संतोष कश्यप, मनीष अग्रवाल, विजय ताम्रकार, विजय सिंह, सुनील जायसवाल, निर्मला पाल, सुनील तिवारी, रमेश जायसवाल, रविश गुप्ता, कृष्णा रजक, मनोज दुबे, अशोक मिथुन, केदार खत्री, गोपाल यादव, हरि गुरूंग, ओंकार केशरवानी, चन्द्रभूषण शुक्ला, कोमल सिंह, प्रदीप शुक्ला, अनमोल झा, ऋषभ चतुर्वेदी, केतन सिंह, महर्षि बाजपेयी, मोनू रजक, आदित्य तिवारी, रोहित मिश्रा, अभिजीत पाण्डे सहित भाजपा, मोर्चा, प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।