
बिलासपुर । पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आक्रामक तेवर वाले अंदाज में हमला करते हुए कहा है कि श्री बघेल मेरी चिंता छोड़ दें और अपनी चिंता करें।उत्तर प्रदेश में जाकर बड़ी बड़ी बाते न करें और छत्तीसगढ़ के लोगो की चिंता करें अपनी कुर्सी बचाने वे उत्तर प्रदेश जाकर झूठ बोल रहे है और वहां की किसानों की हालत पर घड़ियाली आंसू बहा रहे है । अविभाजित मध्यप्रदेश के खाद्य एवम नागरिक आपूर्ति मंत्री रहे मूलचंद खंडेलवाल के निधन पर उनके शोक संतप्त परिवार से मिलने आए डा रमन सिंह ने पत्रकारों से च
चर्चा की ।इसके पहले उन्होंने दिवंगत स्व मूलचंद खंडेलाल को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की ।व्यापार विहार स्थित पूर्व मंत्री के निवास स्थान साईं मंगलम पहुंचे ।उनके साथ विधायक रजनीश सिंह, डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी, जिला अध्यक्ष रामदेव कुमावत, पूर्व महापौर किशोर राय, पूर्व सांसद लखनलाल साहू भूपेंद्र सवन्नी आदि नेता मौजूद थे। इस अवसर पर स्वर्गीय मूलचंद खंडेलवाल के पुत्र दीपक और संजय खंडेलवाल से मुलाकात कर उन्होंने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।

पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए डॉ रमन ने कहा कि भाजपा पहले भी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर प्रदेश में चुनाव नहीं लड़ी थी । भाजपा ने सी एम के नाम पर कभी भी वोट नही मांगे ।पार्टी में सीएम का चयन विधायक दल की बैठक में आधे घंटे के भीतर कर लिया जाता है ।वे स्वयं 3 बार मुख्यमंत्री रहे मगर चुनाव के समय सी एम का चेहरा कभी नहीं रहे ।
डा रमन सिंह ने कहा इस बार भी विकास के नाम पर ही चुनाव लड़ा जाएगा। हालांकि उन्होंने अपनी दावेदारी के सवाल पर सहमति जताई। भूपेश बघेल के एक बयान पर सवाल पर उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि डॉक्टर रमन 15 साल राज्य में मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री रहे। जब भूपेश बघेल राजनीति का एबीसीडी सीख रहे थे उस समय वे केंद्र में मंत्री थे। इसलिए डॉक्टर रमन को अपनी पूछपरख के लिए भूपेश बघेल की आवश्यकता नहीं है। वहीं उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहा है। बस्तर के किसान को मारा जा रहा है और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री प्रदेश के करोड़ों रुपए उत्तर प्रदेश में बांटकर प्रियंका गांधी को खुश करने में लगे हुए हैं । उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है । कांग्रेस के नेता कभी अधिकारियों की पिटाई कर देते हैं। तो रेत माफिया भी अधिकारियों को पीट रहे है ।उन्होंने कहा मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच ढाई ढाई साल का पेंच अभी भी फंसा हुआ है। मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने की चिंता में ही मगन है। इसलिए उन्हें प्रदेश की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ 3 सालों में ही बदहाल हो चुका है। कांग्रेस का अंतर्कलह सार्वजनिक हो रहा है। छत्तीसगढ़ के लोग तीन साल में ही अपने को ठगा महसूस कर रहे है ।इस् सरकार ने बड़ी बड़ी बाते कही थी ,बड़े बड़े बड़े वादे किए थे मगर सब अधूरे है ।इस सरकार में नया राजनैतिक कल्चर का जन्म हुआ है । माफियाओं का आतंक है पोस्टिंग के लिए बोलियां लग रही है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश के किसी भी थर्मल प्लांट में कोयले की कोई कमी नहीं है। वहीं उन्होंने पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के लिए अंतर्राष्ट्रीय बाजार को दोषी ठहराया। इस बीच उन्होंने संगठन में हाल-फिलहाल किसी बड़े बदलाव से भी इनकार किया।