बिलासपुर । जेल में हत्या के आरोप में सजा काट रहे अपराधी की दोस्ती बिलासपुर के रहने वाले अनाचार के आरोप में सजा काट रहे युवक से हो गई और दोनों ने बिलासपुर के कुछ और युवकों के साथ बड़ी चोरी करने का प्लान बना डाला और चोरी की वारदात को अंजाम भी दे दिए । सुने मकानों में पहले रेकी करने के बाद कई घरों में किए चोरी के माल सहित लाखो रुपए के आभूषण और नकद राशि समेत पुलिस ने पूरे गिरोह को गिरफ्तार किया है ।
दुर्ग एवं भिलाई शहर में बढ रही चोरी के अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु ओ.पी. पाल, पुलिस महानिरीक्षक, दुर्ग रेंज, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बद्रीनारायण मीणा के निर्देषन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय ध्रुव, नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेन्द्र यादव, नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर राकेश जोशी, उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) नसर सिद्धकी के मार्गदर्शन में विशेष टीम गठित कर चोरी के मामलों में मशरूका की जप्ती व आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु लगातार सार्थक प्रयास किया जा रहा था जिसके तारतम्य में वर्ष 2021 दिसम्बर माह में अवधपुरी रिसाली में प्रार्थी गौतम भट्टाचार्य के सूने मकान में रात्रि में अज्ञात व्यक्ति द्वारा घर का ताला तोड़कर घर में रखें सोने चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को चोरी कर ले गये थे, उक्त मामले की विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा लगातार सीसीटीवी कैमरों का सूक्ष्मता से अवलोकन किया जा रहा था ।
सीसीटीवी कैमरा के फुटेजों में संभावित संदिग्धों की पहचान कर मुखबीर लगाया गया उसी दौरान जरिये मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि उक्त संदिग्ध हुलिये के व्यक्ति श्याम नगर रिसाली गॉव में एक मकान किराये पर लेकर रहते है जो अक्सर रात में आना जाना करते है इनकी उपस्थिति दिन के समय नहीं होती है रात के समय में ही 03-04 लोग संदिग्ध रूप से विचरण करते रहते है। तब सूचना की तस्दीक पर उक्त किराये के मकान में अनवर खान अपने साथी सागर सेन, द्वारिका दास के साथ रहना पता चला।
पुलिस टीम द्वारा अनवर खान व उसके अन्य साथियों पर एवं उनके दिनचर्या पर नजर रखी जा रही थी, तस्दीक के दौरान पता चला कि अनवर खान अपने साथियों के साथ निकलता था लेकिन फिर सभी अलग-अलग होकर अलग-अलग साधनों से एक निश्चित स्थान पर मिलते थे उसके बाद उस ईलाके में मोटर सायकल व सायकल से सूने मकानों व उसके आसपास की रेकी करते थे। पुलिस टीम द्वारा लगातार अनवर खान व उसके साथियों पर रखी जा रही नजर के संबंध में आरोपियों को बिलकुल भी भनक नहीं लग पायी।
अनवर खान व उसके साथियों पर पूर्णतः चोरी जैसे अपराधों में संलिप्तता पूख्ता होने पर अनवर खान के श्याम नगर रिसाली स्थित किराये के मकान के आसपास पुलिस की सिविल टीम रेड कार्यवाही हेतु सही समय का इंतजार करने लगी उसी दौरान सभी संदिग्धों की उपस्थिति मकान में होने पर पुलिस द्वारा उक्त मकान में दबिश देकर अनवर खान उसके अन्य साथी सागर सेन, द्वारिका दास से पूछताछ की गई। पूछताछ में सभी व्यक्ति अपने काम,
के संबंध में गोलमोल जवाब देने लगे, जिस पर उन्हें थाना नेवई लाकर पूछताछ की गई पूछताछ के दौरान आरोपीगणों द्वारा विगत 03-04 वर्षो से एक साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से थाना नेवई, चौकी पद्नाभपुर व थाना पुलगॉव क्षेत्रान्तर्गत सूने मकानों में नकबजनी, सेंधमारी कर सोने चांदी के जेवरातों व नगदी रकम की चोरी का अपराध करना कबूल किया।
प्रकरण का आरोपी अनवर खान सन् 1993 में जिला राजनांदगॉव से हत्या के आरोप में रायपुर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था उसी दौरान उसकी पहचान वर्ष 1996-97 में बिलासुपर निवासी सोमचंद उर्फ गुड्डू सोनी से हुई जो कि बलात्कार के प्रकरण में रायपुर जेल में सजा काट रहा था वहॉ रहने के दौरान दोनों की मित्रता हुई। जेल से सजा काट कर बाहर आने के बाद दोनों का मिलना जुलना होने लगा उसी दौरान आरोपी अनवर ने चोरी करने एवं चोरी का माल को खपाने हेतु सोमचंद सोनी उर्फ गुड्डू के साथ मिलकर योजना बनाई सहमति होने पर आरोपी अनवर अपने साथी द्वारिकादास, सागर सेन व 02 अन्य के साथ दुर्ग भिलाई के शहरी क्षेत्रों में सूने मकानों से सोने चांदी के जेवरातों व नगदी रकम को चोरी कर अपने साथियों के साथ बंटवारा कर लेता था तथा कुछ जेवरातों को सोमचंद उर्फ गुड्डू सोनी एवं उसके भाई राजू सोनी एवं जितेन्द्र पंवार उर्फ जीतू को बेच देता था। आरोपीगण चोरी करने के लिये अलग-अलग साधनों से आवागमन करते थे एवं चोरी करने के बाद अलग-अलग होकर निकल जाते थे तथा सर्तकता बरतते हुये सोना एवं चांदी के जेवरातों के संबंध में बात करते समय चांवल(चांदी), गेहूॅ (सोना) शब्द के कोड वर्ड का उपयोग करते थे। आरोपियों के निशानदेही पर आरोपी अनवर, द्वारिका, सागर एवं सोमचंद उर्फ गुड्डू सोनी, राजू सोनी, जितेन्द्र पंवार से प्रकरण में चोरी हुये सोने एवं चांदी के जेवरात, नगदी एवं घटना में प्रयुक्त एक होण्डा साईन मोटर सायकल व एक सायकल जुमला कीमती 77 लाख रूपये को जप्त किया गया एवं आरोपीगणों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक भारती मरकाम, निरीक्षक संतोष मिश्रा, उनि धनीराम नारंगे, उनि धरम मण्डावी, सउनि पूर्ण बहादुर, आरक्षक अनूप शर्मा, उपेन्द्र यादव, पंकज कुमार, संतोष गुप्ता, शमीम खान, शहबाज खान, जुगनु सिंह, पन्ने लाल एवं सायबर सेल, थाना नेवई, चौकी पद्यनाभपुर स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा।